सरदारशहर उपचुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद सीएम गहलोत ने एक के बाद एक लगातार तीन ट्वीट कर मतदाताओं को बधाई दी। साथ ही बीजेपी पर तीखा हमला भी बोला। सीएम गहलोत ने ट्वीट किया कि सरदारशहर में कांग्रेस की जीत यह दिखाती है कि राजस्थान की जनता ने भाजपा को पूरी तरह नकार दिया है। भाजपा कितना भी झूठ बोल ले पर राजस्थान की जनता सच के साथ है एवं 2023 में रिवाज बदलकर फिर से कांग्रेस को जिताएगी।
By Election Result 2022: उपचुनाव के नतीजों ने बढ़ाई बीजेपी की चिंता, कांग्रेस की बल्ले-बल्ले, जानिए सभी सीटों का हाल
पांच राज्यों में छह सीटों पर हुए विधानसभा उपचुनाव और मैनपुरी लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव की मतगणना सुबह से जारी है। मैनपुरी लोकसभा सीट सहित इनमें उत्तर स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में अंतर? प्रदेश की रामपुर और खतौली, ओडिशा की पदमपुर, राजस्थान की सरदारशहर, बिहार की कुढ़नी और छत्तीसगढ़ की भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट शामिल है। बता दें कि मैनपुरी सीट समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के अक्टूबर में निधन के कारण खाली हुई है। तो वहीं रामपुर सदर सीट सपा नेता आजम खान को अयोग्य ठहराए जाने के कारण खाली हुई थी। सभी सीटों पर टक्कर कांटे की बनी हुई है। मुख्य धारा में कांग्रेस और बीजेपी है। तो चलिए इन सभी सीटों पर आ रहे रुझानों को जानते हैं…
सबसे पहले बात हाईप्रोफाइल मैनपुरी लोकसभा सीट की। इस सीट पर डिंपल यादव का सीधा मुकाबला बीजेपी के रघुराज शाक्य से है। यहां हुए उपचुनाव में यह सीट जीतने के लिए पूरे यादव परिवार ने अपनी ताकत झोंक दी थी। मुलायम सिंह यादव की इस सीट को समाजवादी पार्टी किसी भी कीमत पर हाथ से गंवाना नहीं चाहती थी और अब उनका सपना साकार होते हुए दिख भी रहा है। डिंपल यादव लगभग पौने दो लाख वोट से आगे चल रही हैं और उनकी जीत लगभग तय मानी जा रही है। केवल औपचारिक घोषणा होने का इंतजार किया जा रहा है। वहीं सपा की इस सफलता पर पूर्व सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि ‘उपचुनाव जीतने के लिए सरकार जो कुछ कर सकती थी वो किया, लेकिन इसके बाद भी मैनपुरी की जनता को प्रणाम।’ वहीं कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाना भी शुरू कर दिया है।
राजस्थान में सरदारशहर उपचुनाव
सरदारशहर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने बड़े अंतर जीत हासिल की है। कांग्रेस के अनिल शर्मा ने बीजेपी उम्मीदवार अशोक पींचा को 26 हजार 696 वोटों से हराकर जीत दर्ज की है। अभी बस औपचारिक ऐलान होना बाकी है। सरदारशहर में कांग्रेस की बंपर जीत से पार्टी में जश्न का माहौल है। सरदारशहर उपचुनाव में कांग्रेस की जीत पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जनता का यह स्पष्ट संदेश है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस राजस्थान में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी।
बिहार के कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव के परिणाम घोषित हो गए हैं। इस सीट पर बीजेपी और जेडीयू के बीच शुरू से ही कांटे की टक्कर बनी हुई थी। यहां कभी जेडीयू उम्मीदवार मनोज कुशवाहा और कभी बीजेपी उम्मीदवार केदार गुप्ता आगे चल रहे थे। लेकिन आखिर तक आते-आते बीजेपी उम्मीदवार केदार गुप्ता ने मनोज कुशवाह को शिकस्त देकर 3740 वोट से जीत का परचम लहरा दिया। हालांकि इसका आधिकारिक ऐलान होना अभी बाकी है।
रामपुर उपचुनाव
मतगणना की शुरुआत से ही रामपुर विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी और बीजेपी के उम्मीदवार के बीच कांटे की टक्कर थी। शुरुआत में 20वें राउंड तक इस सीट पर सपा प्रत्याशी आसिम रजा बढ़त बनाए हुए थे। लेकिन 21वें राउंड के बाद इन दोनों उम्मीदवारों के बीच वोटों का अंतर लगातार बढ़ने लगा और बीजेपी उम्मीदवार आकाश सक्सेना ने आसिम रजा को पछाड़ दिया। फिलहाल 29वें राउंड में 18769 वोट से बीजेपी के आकाश सक्सेना आगे चल रहे हैं और अब उनकी जीत अब लगभग तय मानी जा रही है। हालांकि अभी औपचारिक ऐलान बाकी है लेकिन सपा के गढ़ में यह बीजेपी की ऐतिहासिक जीत मानी जा रही है।
खतौली सीट पर आठवें चरण की काउंटिंग के बाद आरएलडी प्रत्याशी मदन भैया ने बढ़त बनाई हुई है। वे 11000 वोटों से बीजेपी से आगे चल रहे हैं। अभी तक आरएलडी उम्मीदवार को 32915 और बीजेपी उम्मीदवार को 24381 वोट मिल चुके हैं।
Jyotiraditya Scindia ने कांग्रेस पर कसा तंज, बोले- कांग्रेस अपना वजूद ढूंढने को मजबूर
Jyotiraditya Scindia : गुजरात विधानसभा में भाजपा पार्टी ने छप्पड़ फाड़ कमाई की। जिसमें 182 सीटों में से 153 सीटें अपने खातें में दर्ज की है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि कांग्रेस का इस राज्य में सूपड़ा साफ हो गया और हाथ के पंजे को जड से उखाड़ फैंक दिया। हाल ही में संपन्न हुए गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे हम सबके सामने आ चुके हैं। गुजरात में एक बार फिर भाजपा ने जहां रिकार्ड मतों (record votes) से विजयी हासिल की तो वहीं कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा, हालांकि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने जीत हासिल की लेकिन बहुत कम अंतर से। जिसके बाद भाजपा और कांग्रेस के नेताओं में जुबानी जंग भी होने लगी है।
Jyotiraditya Scindia ने कांग्रेस पर कसा तंज, बोले- कांग्रेस अपना वजूद ढूंढने को मजबूर
सिंधिया ने दावा किया, “इससे पहले हिमाचल प्रदेश में जब भी सत्ता परिवर्तन हुआ, भाजपा और कांग्रेस के बीच मतों का अंतर छह से सात प्रतिशत के बीच होता था। लेकिन अब यह अंतर एक प्रतिशत से भी कम पर सिमटकर रह गया है।” सिंधिया ने मध्य प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की सरकार बनने के कमलनाथ के दावे पर चुटकी ली। उन्होंने कहा, “कई लोगों को सपने देखने की आदत होती है। वे सपने देखते रहें, लेकिन मध्य प्रदेश में भाजपा की ‘डबल इंजन’ की सरकार काम कर रही है।”
Jyotiraditya Scindia ने कांग्रेस पर कसा तंज, बोले- कांग्रेस अपना वजूद ढूंढने को मजबूर
गौरतलब है कि सिंधिया की सरपरस्ती में कांग्रेस के 22 बागी विधायकों के विधानसभा सदस्यता से त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल होने के कारण कमलनाथ नीत कांग्रेस सरकार का 20 मार्च 2020 को पतन हो गया था। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा 23 मार्च 2020 को सूबे की सत्ता में लौट आई थी। उन्होंने स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में अंतर? कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच जीत-हार का अंतर महज एक फीसदी रहा। इससे पहले के चुनावों में जीत-हार का अंतर छह से सात फीसदी का होता था इससे जाहिर होता है कि बीजेपी को किस कदर हिमाचल के लोग पसंद कर रहे हैं।
सरदारशहर उपचुनाव में जीत के बाद बोले CM गहलोत- 2023 में पूर्ण बहुमत से प्रदेश में सरकार बनाएगी कांग्रेस
जयपुर। सरदारशहर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने बड़े अंतर से जीत लिया है। कांग्रेस के अनिल शर्मा ने बीजेपी उम्मीदवार अशोक पींचा को 26 हजार स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में अंतर? 696 वोटों से हराकर जीत दर्ज की है। सरदारशहर उपचुनाव में कांग्रेस की जीत पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जनता का यह स्पष्ट संदेश है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस राजस्थान में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी। राजस्थान में पिछले चार सालों में हुए 9 उपचुनावों में कांग्रेस ने 7 सीटों पर जीत दर्ज की है। बीजेपी सिर्फ एक ही सीट जीत सकी है। इनमें भी एक सीट पर भाजपा की जमानत जब्त और एक सीट पर तीसरे नंबर पर पहुंच गई। यह दिखाता है कि राजस्थान की जनता ने भाजपा को पूरी तरह नकार दिया है। भाजपा कितना भी झूठ का सहारा लें, लेकिन राजस्थान की जनता सच के साथ है। प्रदेश की जनता साल 2023 में भी रिवाज बदलकर फिर से कांग्रेस को जिताएगी।
2023 में कांग्रेस सरकार फिर होगी रिपीट
सीएम गहलोत ने दूसरा ट्वीट किया कि जनता का यह स्पष्ट संदेश है कि 2023 में राजस्थान में कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी। राजस्थान में विगत चार सालों में हुए 9 उपचुनावों में कांग्रेस ने 7 सीटों पर जीत दर्ज की है। बीजेपी महज एक सीट जीत सकी है।इनमें भी भाजपा एक सीट पर जमानत जब्त एवं एक सीट पर तीसरे नंबर पर पहुंच गई।
सीएम गहलोत ने तीसरा ट्वीट किया कि सरदारशहर उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी अनिल शर्मा को जीत की बधाई एवं सभी मतदाताओं का हार्दिक आभार। यह जीत कांग्रेस सरकार के पारदर्शी, संवेदनशील, जवाबदेह सुशासन एवं शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सामाजिक सुरक्षा की जनकल्याणकारी योजनाओं पर जनता की मुहर है।
डेटा से पता चलता है कि बिटकॉइन खनन भालू बाजार में जाने का एक तरीका है
बिटकॉइन माइनिंग प्रॉफिटेबिलिटी को माइनर्स रेवेन्यू प्रति किलोवाट घंटा (kWh) लेकर मापा जा सकता है। जारन स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में अंतर? मेलरुड के अनुसार, एक बिटकॉइन विश्लेषक हैशट्रेट इंडेक्स के लिए, एक बीटीसी खनन भालू बाजार में $ 0.25 से कम प्रति kWh राजस्व की निरंतर अवधि होती है। अपनी धारणा के तहत, वह बाजार पर सबसे कुशल बिटकोइन खनन मशीन का उपयोग करके गणना करता है।
2018 भालू बाजार लगभग एक साल तक चला, kWh को $ 0.12 के निचले स्तर पर भेज दिया। डाउनट्रेंड के बाद, 2019 भालू बाजार शुरू होने तक एक छोटा बैल बाजार शुरू हुआ।
मेलरुड के अनुसार, 2019 भालू बाजार ने $ 0.083 के प्रति kWh के सर्वकालिक कम राजस्व का उत्पादन किया और 463 दिनों तक चला, जबकि बिटकॉइन की कीमत गिरकर $ 5,000 हो गई।
सार्वजनिक खनन शेयरों में दर्द महसूस होता है
अपने चरम पर, 2021 के बुल मार्केट में बिटकॉइन माइनिंग स्टॉक $17 बिलियन से अधिक के संचयी मूल्य पर पहुंच गया। बुल मार्केट ने निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ाई और नवंबर 2020 में बीटीसी खनन शेयरों में 2 बिलियन डॉलर से आसमान छू गया।
2021 में बुल मार्केट के चरम पर पहुंचने के बाद, क्रिप्टो माइनिंग स्टॉक भारी दबाव में हैं, जिनमें से कई में 90% की गिरावट आई है।
बिटकॉइन माइनिंग स्टॉक कुल मार्केट कैप। स्रोत: हैशट्रेट इंडेक्स
बिटकॉइन के सर्वकालिक उच्च स्तर पर सार्वजनिक खनन फर्मों द्वारा लिए गए ऋण की भारी मात्रा में बड़े पैमाने पर ऋण-से-इक्विटी अनुपात बना रहा है।
भालू बाजार कैसे ऋण पर खनिकों की निर्भरता बढ़ा रहा है, इसका एक बड़ा उदाहरण कोर साइंटिफिक को देखना है। अप्रैल में खनन भालू बाजार से पहले, कोर साइंटिफिक का ऋण-से-इक्विटी अनुपात मात्र 0.6 था। भालू बाजार की शुरुआत के बाद से, यह संख्या 24.2 डेट-टू-इक्विटी से अधिक हो गई है।
Elon Musk के Twitter पर दांव लगाने के बाद से आधी हुई Tesla की मार्केट वैल्यू
बड़ी इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) कंपनियों में शामिल Tesla को अपने फाउंडर Elon Musk के माइक्रोब्लॉगिंग साइट Twitter के लिए बिड लगाने के बाद से बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। मस्क ने अप्रैल में ट्विटर के लिए बिड दी थी और इसके बाद से टेस्ला की मार्केट वैल्यू लगभग आधी घट गई है। इससे मस्क की वेल्थ में भी लगभग 70 अरब डॉलर की कमी हुई है और दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति का उनका खिताब गंवाने का रिस्क है।
टेस्ला का शेयर प्राइस अप्रैल में 340 डॉलर से कुछ अधिक था। इसके बाद ट्विटर ने एक फाइलिंग में बताया था कि मस्क ने कंपनी को खरीदने के लिए लगभग 44 अरब डॉलर की बिड दी है। इससे टेस्ला के शेयर प्राइस पर बड़ा असर पड़ा था। कंपनी का शेयर लगभग आधा घटकर लगभग 174 डॉलर पर है। टेस्ला के शेयर पर चीन के शंघाई में कंपनी की फैक्टरी में मुश्किलों के कारण भी प्रेशर पड़ा है। ट्विटर को खरीदने के लिए मस्क ने भारी कर्ज लेने के साथ ही टेस्ला के लगभग 20 अरब डॉलर के शेयर भी बेचे हैं। इससे दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति का उनका खिताब छिन सकता है।
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