जैसे कि नए नोट कब छापे जायेंगे ? उनकी मात्रा कितनी होगी ? मार्केट में कितने नोट होंगे ? कितने कितने मूल्य के नोट होंगे ?
बिटकॉइन सीलिंग हिट करता है
एक और वृद्धि की स्थिति में, इस तरह की पुष्टि जून से अक्टूबर तक 50-दिवसीय चलती औसत और स्थानीय समर्थन के पास $ 18K से ऊपर एक समेकन देखेगी। यदि यह $ 16K से नीचे की कीमत भेजता है, तो नीचे की ओर बढ़ने से और गिरावट आ सकती है।
समाचार पृष्ठभूमि
कंपनी के सीईओ ब्रायन आर्मस्ट्रांग ने कहा कि एफटीएक्स और क्रिप्टो बाजार के पतन के बीच, कॉइनबेस का राजस्व 2022 तक आधा हो सकता है।
एक नए सीएनबीसी सर्वेक्षण से पता चलता है कि टेरा पारिस्थितिक तंत्र के पतन और क्रिप्टोकुरेंसी एक्सचेंज एफटीएक्स के दिवालियापन के बीच क्रिप्टोकुरियों के प्रति अमेरिकियों के दृष्टिकोण में काफी गिरावट आई है। केवल 8% अमेरिकी निवासियों के पास क्रिप्टो संपत्ति का अनुकूल दृष्टिकोण है।
एथेरियम टीम ने कहा है कि वह मार्च 2023 में शंघाई हार्डफोर्क को सक्रिय करने की योजना बना रही है।
लोकप्रिय ट्विटर विश्लेषक प्लानबी, स्टॉक-टू-फ्लो मॉडल के लेखक, ने 2023 में या कम से कम 2024 में बिटकॉइन के बड़े पैमाने पर विकास में अपना विश्वास दोहराया। उनके अनुसार, अगले पड़ाव के बाद बीटीसी का मूल्य $100K और $1 मिलियन के बीच होगा। , अगले तीन हफ्तों में पहली क्रिप्टोक्यूरेंसी के नीचे आने की उम्मीद है।
FxPro के वरिष्ठ बाजार विश्लेषक एलेक्स कुप्त्सिकेविच द्वारा
Budget 2021: Bitcoin पर लग सकती है रोक, रुपए का डिजिटल वर्जन बन सकता है भारत का CryptoCurrency
Budget 2021: भारत में क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin पर रोक लग सकती है और रुपए के डिजिटल वर्जन को CryptoCurrency का दर्जा मिल सकता है. जानिए इससे संबंधित बातें.
Updated: February 1, 2021 10:23 AM IST
Budget 2021: इस बार के बजट सत्र में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बड़ा फैसला लिया जा सकता है. केंद्र सरकार बिटकॉइन (Bitcoin), ईथर जैसी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) पर रोक लगाने जा रही है. इसके लिए सरकार आगामी बजट सत्र में द क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल-2021 पेश करने जा रही है. हालांकि, सरकार क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency)पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाना नहीं चाहती है.
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रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने जारी की थी बुकलेट
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, RBI की ओर से 25 जनवरी को पेमेंट सिस्टम्स को लेकर एक बुकलेट जारी की गई थी. इस बुकलेट में कहा गया था कि केंद्रीय बैंक नई डिजिटल करेंसी या रुपए के डिजिटल वर्जन को क्रिप्टोकरेंसी का दर्जा देने की संभावनाएं तलाशेगा और इसके लिए ऑफिशियल डिजिटल करेंसी का फ्रेमवर्क तैयार किया जा रहा है.
लोकसभा बुलेटिन के मुताबिक, इस बिल के जरिए भारत की ऑफिशियल डिजिटल करेंसी का रास्ता तैयार किया जाएगा. इसके लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) फ्रेमवर्क तैयार करेगा और फिर इस बिल को लोकसभा में विचार-विमर्श के लिए पेश किया जाएगा. इस बिल को चालू बजट में पास किए जाने की उम्मीद जातई जा रही है.
बता दें कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई कानून नहीं बिटकॉइन और स्टॉक टू फ्लो मॉडल है और देश में क्रिप्टोकरेंसी का प्रचलन तेजी से बढ़ा है. साल 2018 में RBI ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एक सर्कुलर जारी किया था. इसमें RBI ने सभी वित्तीय संस्थानों से क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी सेवा प्रदान करने पर रोक लगा दी थी.
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था क्रिप्टोकरेंसी का मामला
RBI की ओर से क्रिप्टोकरेंसी पर लगाने के बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था और सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल RBI की ओर से लगाए गए प्रतिबंध बिटकॉइन और स्टॉक टू फ्लो मॉडल को खारिज करते हुए इसे मंजूरी दे दी थी. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भारत में क्रिप्टोकरेंसी में कारोबार हो रहा है. जानकारों का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी में निवेशक अपने रिस्क पर निवेश करता है.
जानिए बिटकॉइन और स्टॉक टू फ्लो मॉडल क्या होती है क्रिप्टोकरेंसी?
क्रिप्टोकरेंसी एक प्रकार की वर्चुअल करेंसी होती है. डॉलर या रुपए जैसी करेंसी की तरह क्रिप्टोकरेंसी से भी लेन-देन किया जा सकता है. भारत में इसका इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है. भारत में इस समय CoinDCX और Coinswitch Kuber जैसे क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कार्यरत हैं और हाल ही में इन एक्सचेंज ने ऑपरेशन के बिटकॉइन और स्टॉक टू फ्लो मॉडल लिए फंड जुटाया है.
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Crypto Currency Market: क्रिप्टो मार्केट का भट्ठा बैठा, डेढ़ ट्रिलियन डालर हुए साफ़
Crypto Currency Market: क्रिप्टो करेंसी बाजार में 1.5 ट्रिलियन डालर गंवाने के बाद दुनिया भर के निवेशक सकते में हैं। 38 लाख 33 हजार रुपए पर चल रहा बिटकॉइन 16 लाख 10 हजार पर आ गया।
क्रिप्टो करेंसी बाजार: Photo - Social Media
Crypto Currency Market: क्रिप्टो करेंसी बाजार (Crypto Currency Market) में 1.5 ट्रिलियन डालर गंवाने के बाद दुनिया भर के निवेशक (investor) सकते में हैं। 26 बिटकॉइन और स्टॉक टू फ्लो मॉडल दिसंबर को 38 लाख 33 हजार रुपए पर चल रहा बिटकॉइन (bitcoin) अब 16 लाख 10 हजार पर गिर गया है।
मुद्रास्फीति (inflation) और ब्याज दरों में वृद्धि (increase in interest rates) के साथ, सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (cryptocurrency bitcoin) को भारी और निरंतर नुकसान हुआ है। बिटकॉइन ने इस वर्ष अपने मूल्य का 50 फीसदी से अधिक खो दिया है जबकि इसके निकटतम प्रतिद्वंद्वी इथेरियम (ethereum) की कीमत 65 फीसदी नीचे है। क्रिप्टो संपत्ति का कुल मूल्य नवंबर 2021 के 3 ट्रिलियन डालर के शिखर से गिर कर 1 ट्रिलियन से कम हो गया है। अमेरिकी संघीय नियामकों का कहना है कि जनवरी 2021 से 46,000 लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में 1 बिलियन डालर का नुकसान होने की सूचना दी है।
निशाने पर सेलिब्रिटी
क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency से फायदा उठाने के लिए नई कम्पनियाँ, नई करेंसी और नए टोकन आते गए थे। क्रिप्टो को बढ़ावा देने में सेलिब्रिटी का भी इस्तेमाल खूब किया गया है। अब बाजार बैठ जाने के बाद लोगों का गुस्सा किसी न किसी तरफ तो जाना ही था, सो कानूनी कार्रवाई अपरिहार्य थी। अमेरिका में क्लास-एक्शन मुकदमे (एक ही मामले पर अनेक मुक़दमे) पहले से ही काम कर रहे हैं। अब सेलिब्रिटी को मुकदमों में खींचा जा रहा है कि उन्होंने जनता को गुमराह किया।
मिसाल के तौर पर सुपर बिटकॉइन और स्टॉक टू फ्लो मॉडल मॉडल किम कार्दशियन (supermodel kim kardashian) और बॉक्सर फ़्लॉइड "मनी" मेवेदर जूनियर पर एक मामूली क्रिप्टोक्यूरेंसी 'एथेरियम मैक्स' को बढ़ावा देने वाले कथित झूठे बयानों के लिए मुकदमा चलाया जा रहा है। मुकदमे में आरोप लगाया गया कि उन्होंने लोगों को "एथेरियम मैक्स कम्युनिटी" में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जबकि ये टोकन स्वयं एक "पंप-एंड-डंप" योजना थी जिसने निवेशकों को धोखा दिया।
पिछले साल अक्टूबर में, जब क्रिप्टो बाजार ऊंचाई पर था तब हॉलीवुड स्टार मैट डेमन ने 'क्रिप्टो डॉट कॉम' का प्रचार किया और लोगों को सलाह दी कि "भाग्य बहादुर का साथ देता है।" इस विज्ञापन को क्रिप्टो के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखा गया था, हॉलीवुड (Hollywood) का एक बड़ा स्टार समर्थित एक वित्तीय निवेश लोगों के लिए बहुत आकर्षक था। अन्य डिजिटल संपत्तियां भी जांच के दायरे में हैं। इस महीने की शुरुआत में, अमेरिका के संघीय न्याय विभाग ने एनएफटी मार्केटप्लेस 'ओपन सी' के एक पूर्व कर्मचारी नथानिएल चैस्टेन पर एनएफटी के व्यापार की योजना के संबंध में वायर धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग (money laundering) का आरोप लगाया।
क्या होगा नतीजा?
भले ही मुक़दमे ठोंके गए हैं लेकिन क्रिप्टो क्षेत्र में धोखाधड़ी का मुकदमा चलाना बेहद मुश्किल है। चोरी के लिए कई मुकदमे लाए गए हैं, लेकिन डिजिटल धोखाधड़ी (digital fraud) पर मुकदमा चलाने से पहले ये सवाल खड़ा हो जाता है कि क्या क्रिप्टोकरेंसी प्रतिभूतियां हैं?
दरअसल, कोई भी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन और स्टॉक टू फ्लो मॉडल प्रतिभूति के रूप में पंजीकृत नहीं हुई है और वे सरकार की संघीय जमा बीमा निगम (एफडीआईसी) बीमा गारंटी द्वारा समर्थित भी नहीं हैं। यूएस फाइनेंशियल क्राइम एनफोर्समेंट नेटवर्क क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी करेंसी नहीं मानता है। ऐसे में क्रिप्टो करेंसी में निवेशकों के लिए शायद कोई सुरक्षा उपलब्ध नहीं है।
बिटकॉइन और स्टॉक टू फ्लो मॉडल
क्रिप्टो करेंसी क्या है? यह कैसे काम करती है? Cryptocurrency in hindi
क्रिप्टो करेंसी क्या है?
इस तेज़ी से आगे बढ़ते डिजिटल संसार में पैसों नें भी डिजिटल रूप ले लिया है, इस आभासी डिजिटल मुद्रा को ही क्रिप्टो करेंसी कहा जाता है। जैसे की “बिट कॉइन”, इसका नाम आपने बहुत बार सुना होगा। आजकल क्रिप्टो करेंसी एक ऐसा विषय बन गया है जिसके बारे में सुना तो हर किसी ने है लेकिन ये डिजिटल मुद्रा क्या है ? कैसे काम करती है ? इसके लाभ क्या क्या होते हैं ? इस से हम कैसे कमाई कर सकते हैं ? ऐसे सवाल आपके मन में भी आते होंगे।
तो चलिए आज जानते हैं क्रिप्टो करेंसी के बारे में, क्रिप्टो करेंसी एक आभासी यानी वर्चुवल मुद्रा है जिसे सबसे पहले वर्ष 2009 में लाया गया था और सबसे पहली क्रिप्टो करेंसी बिट कॉइन ही थी जो अबतक की सबसे ज्यादा प्रसिद्ध और सबसे महंगी कॉइन है।
क्रिप्टो करेंसी ऐसी मुद्रा नहीं है जिसका लेनदेन सामान्य रूप से हाथो से किया जा सके और न ही हम इसे किसी पर्स या जेब में रख सकते हैं। यह आपके डिजिटल वॉलेट में रखी जाती है। आपको यह तो पता होगा कि प्रत्येक देश की करेंसी जैसे रुपया, डॉलर, यूरो, दिरहम इत्यादि पर उस देश की सरकार का पूरा नियंत्रण रहता है।
जैसे कि
नए नोट कब छापे जायेंगे ?
उनकी मात्रा कितनी होगी ?
मार्केट में कितने नोट होंगे ?
कितने कितने मूल्य बिटकॉइन और स्टॉक टू फ्लो मॉडल के नोट होंगे ?
यह सब उस देश की सरकार तय करती है। कुछ साल पहले अपने देश में इसका ताज़ा उदाहरण हम सभी को देखने को मिला था, जब एक ही रात में 1000 और 500 के नोट को बंद कर दिया गया था। भारतीय मुद्रा के सरकार के नियंत्रण में होने पर ही यह निर्णय सरकार द्वारा लिया गया था।
क्रिप्टो करेंसी का मामला इसके एकदम उलट है, क्रिप्टो करेंसी पर किसी भी देश, बैंक या एजेंसी का नियंत्रण नहीं होता। यानी क्रिप्टो करेंसी पारंपरिक बैंकिंग सिस्टम को फॉलो नहीं करता है बल्कि यह एक कंप्यूटर वालेट से दुसरे कंप्यूटर वॉलेट तक ट्रान्सफर होता रहता है।
क्रिप्टो करेंसी का किसी के नियंत्रण में न होने पर सवाल यह उठता है कि कोई भी व्यक्ति बहुत सारी क्रिप्टोकरेंसी जारी कर सकता है। फेक क्रिप्टो करेंसी जारी कर सकता है। जैसे अगर रिज़र्व बैंक के सिवाय सबको नोट छापने की इजाजत दे दी जायेगी तो फर्जी नोटों की बाढ़ आ जाएगी। इसके जवाब में क्रिप्टो करेंसी के मॉडल में ब्लॉकचेन मॉडल अपनाया जाता है। ब्लॉकचेन मॉडल यानी एक तरह का ग्लोबल बहीखाता।
ब्लॉकचेन क्या है?
यह एक तरह से खाते की ऐसी किताब जिसे पूरी दुनिया में डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल करने वाले अपनाते हैं। जिसमें हर एक क्रिप्टो करेंसी का रिकॉर्ड रखा जाता है।
यानी जब किसी को क्रिप्टोकरेंसी के तौर पर एक बिटकॉइन किसी को भेजा जाता है तो इसका मतलब है बिटकॉइन और स्टॉक टू फ्लो मॉडल कि ग्लोबल बहीखाते में इसका रिकॉर्ड रखा जा रहा है।
जैसे अगर रामू ने श्यामू को 100 बिटकॉइन भेजे तो यह ब्लॉकचेन के तहत ग्लोबल बहीखाते में रिकॉर्ड हो जाएगा। उसके बाद रामू और श्यामू चाहे कितनी भी कोशिश कर लें उसका डुप्लीकेट नहीं बना सकते हैं। क्योंकि रिकार्डेड इंट्री का मिलान किया जाएगा और क्रॉस चेक होने पर उसका बाद में इस्तेमाल नहीं हो पाएगा।
क्रिप्टो करेंसी के फायदे :
- क्रिप्टो करेंसी का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें धोखाधड़ी के चांस बहुत कम होते है।
- क्रिप्टो करेंसी decentralized होते है इसलिए यूजर इसका मालिक होता है ना कि बैंक या सरकार
- इसका इस्तेमाल करना बहुत ही आसान होता है किसी भी लेन-देन के लिए, हमें बस smart device जैसे smartphone और internet connection की जरुरत पड़ती है और तुरंत हम online भुकतान कर सकते है।
- दुसरे payment option के मुकाबले इसमें transaction fees बहुत कम होती है।
- और सबसे बड़ा फ़ायदा यह है कि आज के समय में लोग क्रिप्टो करेंसी में निवेश करके लाखों रूपये कमा रहे हैं।
अगले ब्लॉग में हम आपको बतायेंगे कि क्रिप्टो करेंसी में किस तरीके से निवेश करके लाखों रूपये आसानी से कमाए जा सकते हैं।
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