आपकी कार्य दिशा, बदलेगी आपकी दशा….

ऊपर वाले ने एक सुंदर दुनिया बनाई है। जिस तरह हम सब अपने घरों के अंदर सभी सामानों को सुसज्जित रखते हैं, उनको उनकी जगह पर रखते हैं, घरों को साफ रखते हैं ठीक इसी तरह भगवान ने भी पूरे संसार में हर चीज सुसज्जित की हुई है, प्रकृति के नियम के अनुसार ही सारी घटनाएं घटित होती हैं। जैसे- सूर्य पूरब से उगता है और पश्चिम में अस्त होता है। चंदा मामा का दर्शन रात में ही होता है।

हम सब जानते हैं कि जब से श्रृष्टि की रचना हुई है तभी से सभी चीजें अपने नियत समय पर हुआ करती हैं। इसी तरह हमारा जीवन भी निर्धारित किया हुआ होता है। किस घर में हमें जन्म लेना है, हमारे माता-पिता कौन होंगे, भाई-बहन कितने होंगे, सगे संबंधी कैसे होंगे आदि-आदि? जन्म से पहले ही ऊपर वाले ने यह भी निश्चित किया हुआ होता है कि हम पढ़-लिखकर क्या बनेंगे, किस पेशे से जुड़ेंगे और हमें अपने जीवन कितनी सफलता मिलेगी?

अपने जीवन में हम सब संघर्ष के रास्ते पर चलकर सफलता पाते हैं फिर ऐसा क्यों होता है कि कुछ को कामयाबी जल्दी मिलती है और किसी को बहुत देर में, कोई कम संघर्ष में ही अपनी मंजिल पा लेता है और किसी को जीवन भर संघर्ष ही करना पड़ता है? दरअसल ये सब भाग्य के बनाए हमारे स्वभाव के अनुसार ही होता है।

भाग्य ने हमें जिस राशि का बनाया, जैसी प्रकृति दी, अगर हमने उसी के अनुसार काम किया तो हमें मनचाही सफलता हाथ लगती है लेकिन यदि हमने गलत रास्ते का चयन कर लिया तो फिर जीवन भर हमें संघर्ष ही करना पड़ता है। हम आपको बताते हैं कि आप अपनी राशि के अनुसार किस पेशे का चयन कर जल्दी कामयाब हो सकते हैः-

1. जातक की कुंडली के अनुसार उसके व्यापार का प्रकार, उस व्यापार से संबंधित ग्रह एवं उस से संबंधित दिशा में किए गए व्यापार जातक को पूर्ण लाभ तथा सफलता की ऊंचाईयों पर लेकर जाता है। प्राचीन भारतीय शास्त्र अनुसार प्रत्येक ग्रह की अपनी एक दिशा तथा स्थान निर्धारित है। माना जाता है कि प्रत्येक ग्रह की अपनी एक उर्जा होती है। जो उस राशि के जातक को उर्जावान बनाती है।

2. सूर्य के लिए पूर्व दिशा निर्धारित है चूंकि सूर्य तेजोमय तथा प्रकाश का कारक है इसलिए सूर्य को पूर्व दिशा तथा उच्च स्थान का स्वामी माना जाता है। अत: सरकारी सेवा, उच्च स्तरीय प्रशासनिक सेवा, विदेश सेवा, उड्डयन, औषधि व चिकित्सा, सभी प्रकार के अनाज, लाल रंग के पदार्थ, प्लाईवुड का कार्य, सर्राफा, वानिकी, ऊन व ऊनी वस्त्र, पदार्थ विज्ञान, अन्तरिक्ष विज्ञान, एफोटोग्राफी फिल्मों का निर्देशन राजनीति इत्यादि सूर्य के क्षेत्र हैं। सिंह राशि वालों को इन्हीं पेशों का चयन करना चाहिए।

3. उत्तर पूर्व पर गुरू का अधिकार है चूंकि गुरू को सकारात्मक और तेज का ग्रह माना जाता है इसलिए उत्तर पूर्व दिशा धनु एवं मीन राशि के लिए अच्छा होता है। बैंकिंग, न्यायालय, पीले पदार्थ, स्वर्ण, शिक्षक, पुरोहित, शिक्षण संस्थाएं, राजनीति, पुस्तकालय, सभी प्रकार के फल, मिठाइयां, मोम, घी, प्रकाशन, प्रबंधन, दीवानी, वकालत इत्यादि गुरू के क्षेत्र हैं। धनु राशि के जातक चूकिं स्वभाव से उग्रता लिए हुए होते हैं और मीन राशि के जातक शांति पसंद होते हैं इसलिए दोनों अपने-अपने स्वभाव के अनुसार पेशे का चयन कर सकते हैं।

4. उत्तर पर बुध का अधिकार इस उद्देश्य से दिया गया है कि बुध सक्रियता तथा रचनात्मकता का स्वामी होता है। अत: उत्तर दिशा में इस प्रकार के कर्म से जीवन में रचनात्मकता तथा सक्रियता के कारण सफलता प्राप्ति में सहायता मिल सकती है। मिथुन तथा कन्या राशियों वालों के लिए उत्तर दिशा लाभदायी होती है। व्यापार, गणित, संचार क्षेत्र, मुनीमी, दलाली, आढ़त, हरे पदार्थ जैसे सब्जियां, शेयर मार्किट, लेखाकार, कम्प्यूटर, फोटोस्टेट, मुद्रण, ज्योतिष, लेखन, डाक-तार, समाचार-पत्र, दूतकर्म, टाइपिस्ट, कोरियर-सेवा, बीमा, सैलटैक्स, आयकर विभाग, सेल्स, गणित व कोमर्स के अध्यापक, हास्य-व्यंग के चित्रकार या कलाकार इत्यादि बुध के क्षेत्र हैं। अतः मिथुन और कन्या राशि के जातक इन पेशों को अपना करियर बना सकते हैं।

5. चंद्रमा को उत्तर पश्चिम का स्वामी माना जाता है क्योंकि यह रचनात्मकता विचार का कारक होता है। कर्क राशि वाले इस क्षेत्र में ज्यादा सफल हो सकते हैं। श्वेत पदार्थ जैसे चांदी, जल से उत्पन्न पदार्थ, डेयरी उद्योग, कोल्ड ड्रिंक्स, मिनरल वाटर, आइस क्रीम, आचार, चटनी-मुरब्बे, नेवी, जल आपूर्ति विभाग, नहरी एवं सिंचाई विभाग, नमक, चावल, चीनी, पुष्प सज्जा, मशरूम, नर्सिंग, यात्राएं, मत्स्य से सम्बंधित क्षेत्र, सब्जियां, लांड्री, आयात-निर्यात, मोती, आयुर्वेदिक औषधियां, कथा-कविता लेखन इत्यादि चंद्रमा के क्षेत्र हैं। अतः कर्क राशि वाले इन पेशों को चुन सकते हैं।

6. शनि को पश्चिम दिशा का अधिकार है। शनि ग्रह को नाकारात्मक तथा धीमा ग्रह भी माना जाता है। पश्चिम दिशा तथा कमजोर लोग के साथ मकर तथा कुंभ राशि वाले सफल होते हैं। नौकरी, मजदूरी, ठेकेदारी, लोहे का कार्य, मैकेनिकल, इंजिनियर, चमड़े का काम, कोयला, पेट्रोल, प्लास्टिक व रबर उद्योग, काले पदार्थ, स्पेयर पाट्र्स, पत्थर, चिप्स, श्रम, समाज कल्याण विभाग, प्रेस, टायर उद्योग, पलम्बर, मोटा अनाज, कुकिंग गैस, घड़ियों का काम, कबाड़ी का काम, भवन निर्माण सामग्री इत्यादि शनि के कार्य हैं। अतः मकर और कुंभ राशि वाले इन पेशे में जा सकते हैं।

7. दक्षिण दिशा में मंगल का अधिकार है चूंकि मंगल उग्र तथा दाह देने वाला ग्रह माना जाता है, अत: मेष राशि तथा वृश्चिक राशि वाले दक्षिण दिशा में क्रूर तथा भारी कार्य में सफल बनते हैं। धातुओं से सम्बंधित कार्य क्षेत्र, सेना, पुलिस, चोरी, बिजली का कार्य, विद्युत्-विभाग, इलेक्ट्रिक एवं इलेक्ट्रोनिक, इंजीनियर, लाल रंग के पदार्थ जैसे जमीन का क्रय-विक्रय, बेकरी, कैटरिंग, हलवाईा, रक्षा विभाग, खनिज पदार्थ, बर्तनों का कार्य, वकालत, शस्त्र निर्माण, बॉडी बिल्डिंग, साहसिक खेल, ब्लड बैंक, फायर ब्रिगेड, आतिशबाजी, रसायन शास्त्र, होटल एवं रेस्तरां, फास्ट-फूड, जुआ, मिटटी के बर्तन व खिलौने, शल्य चिकित्सक इत्यादि से संबंधित मंगल का कार्य है। मेष और वृश्चिक वाले पेशे का चयन करते समय यह जरूर ध्यान रखें कि मेष राशि स्वभाव से उग्र होता है जबकि वृश्चिक नहीं।

8. दक्षिण पश्चिम दिशा को राहु का कारक माना जाता है क्योंकि रहस्य और नाकारात्मक प्रभाव राहु से आता है। इलेक्ट्रोनिक तथा लिंक से हटकर कार्य करने में राहु से प्रभावित कुंडली ज्यादा सक्षम होती है।

9. दक्षिण-पूर्व पर शुक्र का राज है। शुक्र उष्ण और तेजयुक्त माना जाता है, अत: दक्षिण-पूर्व दिशा तथा सुख और भोग के साधन जैसे काम में वृषभ और तुला राशि वाले उन्नति प्राप्त करते हैं। चांदी के जेवर या अन्य पदार्थ अगरबत्ती व धूप, श्वेत पदार्थ, कला क्षेत्र, अभिनय, टूरिज्म, वाहन, दूध-दही, चावल, शराब, श्रृंगार के साधन, गिफ्ट हॉउस, चाय-कोफी, गारमेंट्स, इत्र, ड्रेस-डिजायनिंग, मनोरंजन के साधन, फिल्म उद्योग, वीडियो पार्लर, मैरिज ब्यूरो, इंटीरियर, डेकोरेशन, हीरे के आभूषण, पालतू पशुओं का व्यापार या चिकित्सा, चित्रकला तथा स्त्रियों के काम में आने वाले पदार्थ, मैरिज पैलेस एवं विवाह में काम आने वाले सभी कार्य व पदार्थ इत्यादि शुक्र के कार्य हैं। अतः वृषभ और तुला राशि के जातक इन पेशों में अपना करियर बना सकते हैं।

10. उत्तर पूर्व पर केतु का अधिकार काल्पनिक तथा तेज के कारण प्रदान किया गया है। अत: यदि जीवन में अपनी राशि एवं दिशा के अनुरूप व्यवसाय या कार्य का चयन किया जाय तो परिणाम साकारात्मक हो सकता है।

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जानिए, आपकी हर यात्रा कैसे बने 'शुभयात्रा'

कभी बिजनेस के सिलसिले में तो कभी किसी रिश्तेदारों से मिलने के लिए यात्रा करनी पड़ती है तो कभी कभी सैर-सपाटे और मूड बदलने के लिए भी यात्रा करते हैं। यानी जीवन में किसी न किसी उद्देश्य से हर व्यक्ति को कभी-कभी यात्रा करनी पड़ती है।

कुछ यात्राएँ सुखद और आरामदायक होती है तो कुछ ऐसी भी यात्राएँ हो जाती है जो कठिनाई और परेशानियों की वजह से दुःखद एहसास बनकर रह जाती हैं। ज्योतिषशास्त्र में यात्रा के संदर्भ में कुछ नियमों का वर्णन किया गया है। माना जाता है कि इन नियमों का पालन किया जाए तो यात्रा सुखद और उद्देश्य में सफलता दिलाने वाली होती है।

यात्रा के संदर्भ में दिन का महत्व
ज्योतिषशास्त्र के नियम के अनुसार सोमवार और शनिवार को पूर्व दिशा में यात्रा करने पर दिशाशूल लगता है। दिशाशूल का अर्थ है संबंधित दिशा में बाधा और कष्ट प्राप्त होना। इसलिए सोमवार एवं शनिवार को पूर्व दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। रविवार और शुक्रवार को पश्चिम दिशा में क्या दिशाओं में व्यापार करना एक अच्छा विचार है? दिशाशूल लगता है। मंगलवार और बुधवार को उत्तर दिशा की यात्रा अनुकूल नहीं होती है तथा गुरूवार के दिन दक्षिण दिशा की यात्रा कष्टकारी होती है।

दक्षिण की दिशा में यात्रा के लिए सोमवार को उत्तम माना जाता है। मंगलवार पूर्व व दक्षिण दोनों ही दिशाओं में यात्रा के लिए शुभ होता है। बुधवार के दिन पूर्व एवं पश्चिम दिशा की यात्रा अनुकूल रहती है। गुरूवार को दक्षिण दिशा को छोड़कर अन्य सभी दिशाओं में यात्रा सुखद रहती है। शुक्रवार के दिन शाम के समय शुरू की गयी यात्रा सुखद और शुभ फलदाय होती है।

शनिवार के विषय में कहा गया है कि शनिवार को अपने घर की यात्रा को छोड़कर अन्य किसी भी स्थान की यात्रा लाभप्रद नहीं होती है। शनिवार के दिन यात्रा करना अशुभ माना गया है। रविवार के दिन पूर्व दिशा में की गयी यात्रा उत्तम रहती है।

यात्रा दोष दूर करने के उपाय
कई बार न चाहते हुए भी उस दिशा में यात्रा करनी पड़ती है जिस दिशा में दिशाशूल होता है। इस दोष को दूर करने के लिए ज्योतिषशास्त्र में सामान्य सा उपाय बताया गया है। सोमवार के दिन दर्पण देखकर और दूध पीकर यात्रा करें। मंगलवार को गुड़ खाकर, बुधवार को धनिया या तिल खाकर यात्रा करें। गुरूवार को दही, शुक्रवार को जौ खाकर अथवा दूध पीकर सफर पर निकलें। शनिवार को उड़द या अदरक खाकर जाएं। रविवार को घी अथवा दलिया खाकर यात्रा करनी चाहिए। यह ऐसे उपाय हैं जिनका प्रयोग पीढ़ियों से होता चला आ रहा है।

वास्तु की आठ दिशाएं: दक्षिण दिशा में रखना चाहिए भारी सामान, पूर्व दिशा में होनी चाहिए खिड़की, इस दिशा में सूर्य की किरणें प्रवेश करेंगी तो कई वास्तु दोष दूर हो सकते हैं

वास्तु में घर की वस्तुओं के लिए शुभ-अशुभ दिशाएं बताई गई हैं। अगर चीजें सही दिशा में रखी होती हैं तो घर में सकारात्मकता बढ़ती है। वास्तु विशेषज्ञ कोलकाता की डॉ. दीक्षा राठी के अनुसार वास्तु में आठ दिशाएं बताई गई हैं, सभी दिशाओं का अलग-अलग महत्व बताया है। सभी दिशाओं के देवता भी अलग-अलग हैं। जानिए सभी आठ दिशाओं के बारे में.

पूर्व दिशा - ये दिशा अग्नि तत्व से संबंधित है। इस दिशा के स्वामी इंद्र हैं। ये दिशा सोने के लिए, पढ़ाई के लिए शुभ रहती है। घर में इस दिशा में एक खिड़की जरूर रखनी चाहिए। सूर्य की किरणों से घर में सकारात्मकता बनी क्या दिशाओं में व्यापार करना एक अच्छा विचार है? रहती है।

पश्चिम दिशा - इस दिशा का संबंध वायु तत्व है। इसके देवता वरुण देवता हैं। पश्चिम दिशा में इस दिशा में रसोईघर बनाने से बचना चाहिए।

उत्तर दिशा - ये दिशा जल तत्व से संबंधित है। इस दिशा के देवता कुबेर देव है। इस दिशा में मंदिर रख सकते हैं। घर का मुख्य द्वार भी दिशा में रख सकते हैं।

दक्षिण दिशा - इस दिशा का तत्व पृथ्वी है। इसके देवता यम हैं। इस दिशा में भारी सामान रखा जा सकता है।

उत्तर-पूर्व दिशा यानी ईशान कोण - इस दिशा का तत्व जल है। इसके देवता रुद्र हैं। इस दिशा में बाथरूम नहीं होना चाहिए। यहां मंदिर बनवा सकते हैं।

उत्तर-पश्चिम दिशा यानी वायव्य कोण - ये वायु तत्व का कोण है। इसके देवता पवनदेव हैं। इस दिशा में बेडरूम बनवा सकते हैं। इस दिशा में गंदगी नहीं होना चाहिए।

दक्षिण-पूर्व दिशा यानी आग्नेय कोण - इस दिशा में रसोईघर बहुत शुभ रहता है। ये स्थान अग्नि संबंधित है। इसका तत्व अग्नि और देवता अग्निदेव है।

दक्षिण-पश्चिम दिशा यानी नैऋत्य कोण - इस दिशा का तत्व पृथ्वी है। इसके स्वामी राहु हैं। कहीं-कहीं इस दिशा के देवता नैरुत भी बताए गए हैं। इस दिशा में भारी चीजें रख सकते हैं।

करियर राशिफल 30 नवंबर: इन राशियों के लोगों को मिलेंगे नौकरी के नए अवसर, ये लोग एक ही काम पर दें ध्यान

Today career horoscope 30 November: आज कई राशि वालों को करियर में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है, जबकि कुछ राशि वालों को करियर में तरक्की मिल सकती है। जानें सभी 12 राशियों का हाल-

करियर राशिफल 30 नवंबर: इन राशियों के लोगों को मिलेंगे नौकरी के नए अवसर, ये लोग एक ही काम पर दें ध्यान

मेष: हो सकता है कि आप अपने कामकाजी जीवन में एक नया अध्याय शुरू करने के लिए तैयार हों। ज्ञान के लिए आपकी अतृप्त भूख के कारण, जब आपको एक साथ कई कार्य और प्रोजेक्ट दिए जाते हैं तो आप सबसे अच्छा करते हैं। हालांकि आपको पता चल सकता है कि किसी एक व्यापार पर ध्यान केंद्रित करने से आपको अपने करियर में ज्यादा तेजी से आगे बढ़ने में मदद मिल सकती है। अध्ययन या करियर के क्षेत्र की तलाश करें जो आपको संतुष्टि और गर्व प्रदान करे।

वृष: आज आप कॉर्पोरेट जगत में शीर्ष पर पहुंचने की कल्पना करेंगे। इसे इच्छाधारी सोच के रूप में खारिज न करें। आपको जो काम दिए गए हैं, उन्हें समय पर करें। आपको कुछ विचार करना चाहिए कि आप अपने प्रबंधकीय कौशल को विकसित करने के लिए क्या कर सकते हैं। ऐसी स्थिति लेने पर विचार करें जो आपको अपनी जिम्मेदारी का विस्तार करने की अनुमति देगी। वास्तव में मन ही मन अपनी यात्रा की योजना बनाना लाभदायक रहेगा।

मिथुन: अगर आप सफलता और समृद्धि चाहते हैं तो अपने घमंड को एक तरफ रख दें। अपने मूल कार्यों और व्यक्तिगत गतिविधियों के मूल्य में विश्वास होना आवश्यक है। अगर आप संभावित सीमाओं से मुक्त होने के लिए तैयार हैं, तो आप अपने पारिश्रमिक और सुरक्षा में भारी सुधार कर सकते हैं। अगर आप अपने कौशल द्वारा कार्यस्थल को प्रदान किए जाने वाले मूल्य में विश्वास रखते हैं, तो अब वित्तीय और करियर स्थिरता की दिशा में कदम उठाने का समय है।

कर्क: अगर आप आर्थिक कठिनाइयों से जूझ रहे हैं और अपनी स्थिति में सुधार करना चाहते हैं तो आज का दिन वेतन वृद्धि के लिए अपने मैनेजर से संपर्क करने का है। क्या दिशाओं में व्यापार करना एक अच्छा विचार है? अगर आप तर्कसंगत रूप से अपने बॉस को अपना अनुरोध समझा सकते हैं, तो संभावना है कि वे इसे स्वीकार कर लेंगे। जैसा कि आपका पर्यवेक्षक इस समय उदार मनोदशा में है, आपको वित्तीय सहायता मांगने में शर्माना नहीं चाहिए। प्रयास अंत में सार्थक होगा।

सिंह: सीखने के प्रति आपके प्रेम के कारण कार्यक्षेत्र में आपको जिन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, उनका समाधान आपको तुरंत मिल जाएगा। अगर आप अपने कार्यों को करने के बेहतर तरीके खोजना चाहते हैं, तो आपको अपनी कल्पनाशक्ति का उपयोग करने की आवश्यकता होगी। आपकी समस्या को सुलझाने के कौशल और समझने में आसानी आपकी पेशेवर सफलता के लिए आवश्यक है। यदि आप सफल होना चाहते हैं, तो आपको समस्या के सभी पहलुओं पर विचार करना चाहिए और अपने सहयोगियों की सिफारिशों को सुनना चाहिए।

कन्या राशि: इतना अमूर्त सोचना बंद करें। आप एक उत्साहित व्यक्ति हैं जो आपकी अगली नौकरी के मौके को लेकर लगभग कभी दुखी नहीं होते। बहरहाल, इस समय आप कुछ तनाव महसूस कर सकते हैं। बोलने के अपने डर पर काबू पाएं और सभी संभावित परिणामों के बारे में सोचना बंद करें। अपने व्यक्तित्व को अपनाएं और अपने अपरंपरागत दृष्टिकोण और विचारों को अपने सहकर्मियों के साथ साझा करने से न डरें।

तुला: दूसरे लोगों के आंतरिक कामकाज को समझने में आपकी अक्षमता के कारण, आप उनके चरित्र पर आरोप लगाने में तेज हो सकते हैं। विशेष ध्यान दें। आज लोग भुलक्कड़ हो सकते हैं और आसानी से नाराज हो सकते हैं। यह अपेक्षा करना कि दूसरे आपके लिए उस तरह से आएंगे जैसा आप चाहते हैं, अवास्तविक है। आपके पास किसी को फटकारने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि वे व्यवहार के आपके व्यक्तिगत मानकों का पालन नहीं करते हैं।

वृश्चिक: अगर आप दिमाग खुला रखते हैं, तो आपको ऐसे मौके मिल सकते हैं, जिनके बारे में आपने सोचा भी नहीं था। अपनी पसंद पर एक साथ विचार करें। आप दुर्लभ अवसरों पर बैठे हो सकते हैं जो अच्छी तरह से तलाशने योग्य हैं, लेकिन जब तक आप लोगों को अपनी आशाओं, भय और बाधाओं पर भरोसा नहीं करते, तब तक आप निश्चित रूप से पता नहीं लगा सकते। बिना क्या दिशाओं में व्यापार करना एक अच्छा विचार है? यह पता लगाए कि आपको क्या चाहिए और क्या चाहिए, बस अंदर न जाएं। अगर आप बातचीत करने जा रहे हैं, तो कम से कम अपने प्रति ईमानदार रहें।

धनु: आज नए विचारों और सीखने के लिए खुले रहें। आज आप किसी निपुण व्यक्ति के साथ चल सकते हैं जो आपको प्रेरणा देने की आशा में अपना कुछ ज्ञान प्रदान करने को तैयार है। उत्साहजनक संकेत हैं कि वह आपके साथ अपनी खुद की करियर यात्रा से अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा। इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाकर आपका सर्वोत्तम हित पूरा किया जाएगा।

मकर: अपने गतिशील कामकाजी माहौल की लय के साथ तालमेल बिठाने के लिए आपको अपने दृष्टिकोण में बदलाव करने की आवश्यकता हो सकती है। फिर भी अपने दृष्टिकोण पर नजर रखना महत्वपूर्ण है। एक विकल्प काम करने के लिए एक निराशावादी दृष्टिकोण लाना है, जो कुछ भी नया करने की कोशिश करने के उत्साह को कम कर सकता है। दूसरी ओर आप इन बदलावों को लाभकारी के रूप में देख सकते हैं, क्योंकि आपकी नई स्वतंत्रता से नौकरी की सुरक्षा में सुधार हो सकता है।

कुंभ: किनारे पर न बैठें क्योंकि दूसरे आपके इनपुट की पेशकश करने से पहले कुछ तय करते हैं। आपको बोलने और कहने की ज़रूरत है क्योंकि आपको जो कहना है वह महत्वपूर्ण है। जब एक सहकर्मी आपकी ऊर्जा को ऐसी जानकारी के साथ बहा देता है जो मायने नहीं रखती है, तो गुस्सा भड़क उठता है। अपने आप को डेटा क्या दिशाओं में व्यापार करना एक अच्छा विचार है? से अभिभूत न होने दें। ध्यान रखें कि मानसिक अव्यवस्था ही आपको बाधा देने का काम करेगी।

मीन राशि: महत्वपूर्ण प्रभाव डालने और अपने पेशेवर मूल्य को बढ़ाने के अवसरों की लगातार ताक में रहें। हालांकि यह चिंता का कारण हो सकता है, लेकिन इसमें आपको निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रेरित करने की क्षमता भी है। अगर आप अपने सामाजिक नेटवर्क, कार्यस्थल और इंटरैक्शन के बारे में एक विहंगम दृश्य प्राप्त कर सकते हैं, तो यह निर्धारित करना आसान हो सकता है कि कौन सी संभावनाएं अनुसरण करने योग्य हैं।

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