Don’t miss out on this golden opportunity!
SOVEREIGN GOLD BONDS SCHEME 2022-23 Tranche-III opens from 19th Dec – 23rd Dec, 2022
Know more: https://t.co/toePwiynMR#SovereignGoldBond #AzadiKaAmritMahotsavWithSBI #SBI pic.twitter.com/W4rLKCSI2W — State Bank of India (@TheOfficialSBI) December 18, 2022

अपना सोना बेचने का सही समय कैसे जानें

हो सकता है कि आपने सोना जमा कर लिया हो और अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए इसे बेचना चाहते हों, लेकिन खराब समय आपको वांछित रिटर्न नहीं दिला सकता है। आप सोना बेचने से पहले कीमतों के बेहतर होने का इंतजार करना चाह सकते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बाजार में मौजूदा समय सही है या नहीं इसका आकलन कैसे करें? आपको आश्चर्य हो सकता है, “क्या आज बंगलौर में 22k सोने के लिए सोने की दरें सबसे अच्छी हैं जो मुझे मिल सकती हैं?”। हालांकि यह सोने का व्यापार करते समय देखने के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण पैरामीटर है, लेकिन यह थोड़ा भ्रमित करने वाला हो सकता है। बाजार दरों को बेहतर ढंग से समझने में आपकी मदद करने के लिए।

हमने प्रमुख संकेतकों की एक सूची तैयार की है जो सोना बेचने का सबसे अच्छा समय निर्धारित करते हैं:

1. नकदी की आवश्यकता

यह सरल है। अगर आपकी जरूरत अत्यावश्यक है, तो अपना सोना तुरंत बेच दें और बाजार के बेहतर होने का इंतजार न करें। भले ही सोने की दर अपने चरम पर न हो, फिर भी अगर आप मुश्किल समय का सामना कर रहे हैं तो यह आय का एक विश्वसनीय स्रोत हो सकता है। इस स्थिति में, अपनी वित्तीय स्थिति को सुधारने में आपकी मदद करने के लिए अपना सोना बेचना सबसे अच्छा है। यदि आपकी वित्तीय स्थिति में सुधार होता है, तो आपके पास हमेशा भविष्य में अधिक सोना खरीदने का विकल्प होता है।

2. रुपया कमजोर हो रहा है।

भारतीयों को सोने में निवेश करना पसंद करने का एक कारण यह है कि यह आर्थिक अनिश्चितता के खिलाफ बचाव का काम करता है। जिन लोगों को अर्थव्यवस्था और भारतीय रुपये पर भरोसा है वे शेयरों में जोरदार निवेश करते हैं और बाजार में पैसा लौटाते हैं। ऐसे समय में सोने की मांग कम होती है और कीमत में गिरावट की प्रवृत्ति होती है।

जब रुपया कमजोर होता है या आर्थिक दृष्टिकोण के बारे में अनिश्चित होता है तो लोग मुद्रास्फीति से खुद को बचाने के लिए अपना पैसा सोने में निवेश करते हैं। यह स्थिति सोने की मांग को बढ़ा सकती है, जो कीमत को प्रभावित कर सकती है और संभवत: इसके लिए आपको मिलने वाली राशि में वृद्धि कर सकती है।

भारतीय रुपये में सोना निवेश करने का भी यह एक अच्छा समय है। भले ही अन्य मुद्राओं की तुलना में भारतीय रुपये का मूल्य कम हो गया है, फिर भी यह दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण आरक्षित मुद्राओं में से एक है। यदि आप जोखिम उठाने की क्षमता रखते हैं तो आप सोने से नकद में मूल्य स्थानांतरित कर सकते हैं और इसे शेयरों में निवेश कर सकते हैं।

3. यह सभी के लिए बातचीत का विषय है।

यह आसान है। जब सोने की कीमत बढ़ती है, तो यह चर्चा का एक आम विषय बन जाता है, चाहे मीडिया में, सामाजिक समारोहों में या सहकर्मियों के बीच। आपका सोशल नेटवर्किंग ग्रुप आपको इस बारे में सुराग दे सकता है कि आपको अपना सोना कब बेचना है। यदि आप बेचने की योजना बना रहे हैं, तो इस तरह की बातचीत और समाचार अपडेट पर नज़र रखें। उदाहरण के लिए, आज बैंगलोर में 22K सोने के लिए सोने की दरें अधिक हैं और यह आकर्षक रिटर्न देगा।

4. वैश्विक अर्थव्यवस्था में सोने का मूल्य

अनिश्चितता के समय में सोने को अक्सर सुरक्षा जाल माना जाता है क्योंकि यह अमेरिका और वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में आर्थिक अस्थिरता की परवाह किए बिना अपना मूल्य रखता है। यदि आप इन अनिश्चितताओं की भविष्यवाणी करने और रुझानों को देखने में सक्षम हैं, तो आप सही समय पर अपना सोना बेचने पर महत्वपूर्ण लाभ कमा सकते हैं।

2009 और 2011 के बीच, सोने के मूल्यों में पहली महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की गई थी। यह वित्तीय संकट के चरम पर हुआ। 2016 में ब्रेक्सिट वोट दूसरा स्पाइक था।

निष्कर्ष

सोने की कीमतें बाजार की मांग, कराधान और सरकारी नीतियों जैसे कई कारकों पर निर्भर करती हैं। सुनिश्चित करें कि आप अपना सोना बेचते समय इन कारकों पर ध्यान दें। साथ ही, सुनिश्चित करें कि आप अपने सोने को एक विश्वसनीय खरीदार को बेचते हैं जो आपके सोने के लिए सर्वोत्तम मूल्य प्रदान करता है, जैसे मुथूट गोल्ड पॉइंट। हमारी वैज्ञानिक मशीनें और तौल पैमाना हमें बाजार दरों के अनुसार आपके सोने की सही कीमत प्रदान करने में हमारी मदद करते हैं। प्रक्रिया सरल है और आपको तुरंत धन की पेशकश करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। हमें 1800 102 1616 पर कॉल करें या आज ही अपनी नजदीकी मुथूट गोल्ड प्वाइंट शाखा में जाएं!

Diwali 2022: इस बार दिवाली पर आप सोने में कैसे कर सकते हैं निवेश?

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सरकार की गारंटी के साथ आते हैं। इसका आठ साल मैच्योरिटी पीरियड होता है। हालांकि, जरूरत पड़ने पर इसे पांच साल के बाद भुनाया जा सकता है

पिछले सालों में फिनटेक कंपनियों ने डिजिटल गोल्ड लॉन्च किए हैं, जिसमें निवेश करना फिजिकल गोल्ड खरीदने के मुकाबले बहुत आसान है। ग्राहक ऑनलाइन गोल्ड खरीदता है और यह गोल्ड सर्विस प्रोवाइडर कंपनी के वॉल्ट में स्टोर हो जाता है

Diwali 2022: दिवाली पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। कुछ लोग सोने की ज्वेलरी (Gold Jewelry) खरीदते हैं तो कुछ लोग इनवेस्टमेंट (Investment) के लिए सोने में निवेश करते हैं। कुछ साल पहले तक ज्वेलरी सोने में निवेश का एकमात्र विकल्प था। लेकिन, पिछले कुछ सालों में सोने में निवेश के हमारे लिए कई विकल्प उपलब्ध हो गए हैं। फाइनेंशियल मार्केट के विस्तार और टेक्नोलॉजिकल इनोवेशंस से गोल्ड में निवेश करना बहुत आसान हो गया है।

इस बार आपके लिए सोने में निवेश के सही ऑप्शन को सेलेक्ट करना बहुत जरूरी है। आइए सोने में निवेश के अलग-अलग विकल्प के बारे में जानते हैं।

संबंधित खबरें

Gold Prices Today : इस हफ्ते सोना 1,000 रुपये हुआ सस्ता, क्या खरीदारी का है सही मौका?

Business Idea: नौकरी के साथ वुडन फर्नीचर से करें मोटी कमाई, जानिए घर बैठे कैसे करें शुरू

केनरा बैंक ने सेविंग अकाउंट्स पर ब्याज दरें बढ़ाई, जानिए कितना होगा फायदा

गोल्ड ज्वेलरी में निवेश के पारंपरिक रूप से दो मकसद रहे हैं। पहला ज्वेलरी पहनने के काम में आ जाता है। दूसरा, सोने की कीमतें बढ़ने के साथ ही ज्वेलरी की कीमतें भी बढ़ती हैं। मुश्किल वक्त में यह हमारी मदद भी करता है। सोने में निवेश कैसे करें? लोग ज्वेलरी को साहूकार के पास रख कर्ज लेते थे। लेकिन, अब वक्त बदल गया है। कर्ज के लिए साहूकार पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं रह गई है। ज्वेलरी खरीदने में आपको कई तरह के चार्ज भी चुकाने पड़ते हैं। इससे सोने में निवेश पर मिलने वाल रिटर्न कम हो जाता है। करीब 10-15 फीसदी मेकिंग चार्ज देना पड़ता है। फिर, ज्वैलरी की वैल्यू पर 3 फीसदी जीएसटी लगता है। खरीदारी के वक्त ही ऐसे चार्जेज पर आपका करीब 18 फीसदी पैसा खर्च हो जाता है।

जब आप गोल्ड ज्वेलरी बेचने जाते हैं तो आम तौर पर आपको खरीद कीमत से 5-8 फीसदी कम कीमत ऑफर की जाती है। इससे आपके निवेश की वैल्यू और कम हो जाती है। बार और कॉइन में मेकिंग चार्ज कम होता है, फिर भी आपको 5-6 फीसदी का लॉस उठाना पड़ता है। इसलिए खरीद और बिक्री मूल्य के बीच अंतर की वजह से गोल्ड ज्वेलरी में निवेश का आकर्षण घट जाता है।

पिछले सालों में फिनटेक कंपनियों ने डिजिटल गोल्ड लॉन्च किए हैं, जिसमें निवेश करना फिजिकल गोल्ड खरीदने के मुकाबले बहुत आसान है। ग्राहक ऑनलाइन गोल्ड खरीदता है और यह गोल्ड सर्विस प्रोवाइडर कंपनी के वॉल्ट में स्टोर हो जाता है। एक और खासियत यह है कि आप हफ्ते के सातों दिन किसी वक्त गोल्ड खरीद सकते हैं। दूसरी खासियत यह है कि आप 100 रुपये मूल्य का गोल्ड भी खरीद सकते हैं।

हालांकि, ये फायदें आकर्षक हैं, लेकिन आपको इनके लिए कुछ कीमत चुकानी पड़ती है। इसमें गोल्ड का प्राइस मार्केट प्राइस के मुकाबले 2 से 4 फीसदी ज्यादा होता है। दूसरी मुश्किल यह है कि डिजिटल गोल्ड रेगुलेटेड नहीं है। ऐसे में हमारा ध्यान सॉवरेन गोल्टड बॉन्ड पर जाता है। इसकी बिक्री आरबीआई साल 2015 से कर रहा है।

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सरकार की गारंटी के साथ आते हैं। इसका आठ साल मैच्योरिटी पीरियड होता है। हालांकि, जरूरत पड़ने पर इसे पांच साल के बाद भुनाया जा सकता है। हर सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड एक ग्राम सोने के मूल्य के बराबर होता है। इन बॉन्ड पर आपको सालाना 2.5 फीसदी रिटर्न मैच्योरिटी तक मिलता है। मैच्योरिटी पर कैपिटल गैंस पर किसी तरह का टैक्स नहीं देना पड़ता है। इसके साथ एकमात्र कमी यह है कि अगर निवेशक इसे पांच साल से पहले बेचना चाहे तो उसके पास सिर्फ एक्सचेंज के जरिए बेचने का ऑप्शन होगा। लेकिन, लिक्विडिटी कम होने की वजह से इसमें डिस्काउंट पर ट्रेडिंग होती है।

अब हम गोल्ड ईटीएफ पर विचार करते हैं। गोल्ड ईटीएफ की हर यूनिट के पीछ 24 कैरेट गोल्ड होता है। इसे सेक्योर वॉल्ट में रखा जाता है। इसका कम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस भी होता है। ईटीएफ की कीमत सोने की कीमत से जुड़ी होती है। इसलिए सोने सोने में निवेश कैसे करें? की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव का असर गोल्ड ईटीएफ की यूनिट पर भी पड़ता है। इसमें एक्सपेंस रेशियो 1 फीसदी से भी कम है। इस वजह से गोल्ड ईटीएफ सोने में निवेश का बहुत अच्छा माध्यम है। इस दिवाली अगर आप सोने में निवेश का प्लान बना रहे हैं तो आप गोल्ड ईटीएफ की यूनिट्स खरीद सकते हैं।

अपना सोना बेचने का सही समय कैसे जानें

हो सकता है कि आपने सोना जमा कर सोने में निवेश कैसे करें? लिया हो और अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए इसे बेचना चाहते हों, लेकिन खराब समय आपको वांछित रिटर्न नहीं दिला सकता है। आप सोना बेचने से पहले कीमतों के बेहतर होने का इंतजार करना चाह सकते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बाजार में मौजूदा समय सही है या नहीं इसका आकलन कैसे करें? आपको आश्चर्य हो सकता है, “क्या आज बंगलौर में 22k सोने के लिए सोने की दरें सबसे अच्छी हैं जो मुझे मिल सकती हैं?”। हालांकि यह सोने का व्यापार करते समय देखने के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण पैरामीटर है, लेकिन यह थोड़ा भ्रमित करने वाला हो सकता है। बाजार दरों को बेहतर ढंग से समझने में आपकी मदद करने के लिए।

हमने प्रमुख संकेतकों की एक सूची तैयार की है जो सोना बेचने का सबसे अच्छा समय निर्धारित करते हैं:

1. नकदी की आवश्यकता

यह सरल है। अगर आपकी जरूरत अत्यावश्यक है, तो अपना सोना तुरंत बेच दें और बाजार के बेहतर होने का इंतजार न करें। भले ही सोने की दर अपने चरम पर न हो, फिर भी अगर आप मुश्किल समय का सामना कर रहे हैं तो यह आय का एक विश्वसनीय स्रोत हो सकता है। इस स्थिति में, अपनी वित्तीय स्थिति को सुधारने में आपकी मदद करने के लिए अपना सोना बेचना सबसे अच्छा है। यदि आपकी वित्तीय स्थिति में सुधार होता है, तो आपके पास हमेशा भविष्य में अधिक सोना खरीदने का विकल्प होता है।

2. रुपया कमजोर हो रहा है।

भारतीयों को सोने में निवेश करना पसंद करने का एक कारण यह है कि यह आर्थिक अनिश्चितता के खिलाफ बचाव का काम करता है। जिन लोगों को अर्थव्यवस्था और भारतीय रुपये पर भरोसा है वे शेयरों में जोरदार निवेश करते हैं और बाजार में पैसा लौटाते हैं। ऐसे समय में सोने की मांग कम होती है और कीमत में गिरावट की प्रवृत्ति होती है।

जब रुपया कमजोर होता है या आर्थिक दृष्टिकोण के बारे में अनिश्चित होता है तो लोग मुद्रास्फीति से खुद को बचाने के लिए अपना पैसा सोने में निवेश करते हैं। यह स्थिति सोने की मांग को बढ़ा सकती है, जो कीमत को प्रभावित कर सकती है और संभवत: इसके लिए आपको मिलने वाली राशि में वृद्धि कर सकती है।

भारतीय रुपये में सोना निवेश करने का भी यह एक अच्छा समय है। भले ही अन्य मुद्राओं की तुलना में भारतीय रुपये का मूल्य कम हो गया है, फिर भी यह दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण आरक्षित मुद्राओं में से एक है। यदि आप जोखिम उठाने की क्षमता रखते हैं तो आप सोने से नकद में मूल्य स्थानांतरित कर सकते हैं और इसे शेयरों में निवेश कर सकते हैं।

3. यह सभी के लिए बातचीत का विषय है।

यह आसान है। जब सोने की कीमत बढ़ती है, तो यह चर्चा का एक आम विषय बन जाता है, चाहे मीडिया में, सामाजिक समारोहों में या सहकर्मियों के बीच। आपका सोशल नेटवर्किंग ग्रुप आपको इस बारे में सुराग दे सकता है कि आपको अपना सोना कब बेचना है। यदि आप बेचने की योजना बना रहे हैं, तो इस तरह की बातचीत और समाचार अपडेट पर नज़र रखें। उदाहरण के लिए, आज बैंगलोर में 22K सोने के लिए सोने की दरें अधिक हैं और यह आकर्षक रिटर्न देगा।

4. वैश्विक अर्थव्यवस्था में सोने का मूल्य

अनिश्चितता के समय में सोने को अक्सर सुरक्षा जाल माना जाता है क्योंकि यह अमेरिका और वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में आर्थिक अस्थिरता की परवाह किए बिना अपना मूल्य रखता है। यदि आप इन अनिश्चितताओं की भविष्यवाणी करने और रुझानों को देखने में सक्षम हैं, तो आप सही समय पर अपना सोना बेचने पर महत्वपूर्ण लाभ कमा सकते हैं।

2009 और 2011 के बीच, सोने के मूल्यों में पहली महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की गई थी। यह वित्तीय संकट के चरम पर हुआ। 2016 में ब्रेक्सिट वोट दूसरा स्पाइक था।

निष्कर्ष

सोने की कीमतें बाजार की मांग, कराधान और सरकारी नीतियों जैसे कई कारकों पर निर्भर करती हैं। सुनिश्चित करें कि आप अपना सोना बेचते समय इन कारकों पर ध्यान दें। साथ ही, सुनिश्चित करें कि आप अपने सोने को एक विश्वसनीय खरीदार को बेचते हैं जो आपके सोने के लिए सर्वोत्तम मूल्य प्रदान करता है, जैसे मुथूट गोल्ड पॉइंट। हमारी वैज्ञानिक मशीनें और तौल पैमाना हमें बाजार दरों के अनुसार आपके सोने की सही कीमत प्रदान करने में हमारी मदद करते हैं। प्रक्रिया सरल है और आपको तुरंत धन की पेशकश करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। हमें 1800 102 1616 पर कॉल करें या आज ही अपनी नजदीकी मुथूट गोल्ड प्वाइंट शाखा में जाएं!

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2022-23 सीरीज III के लिए सब्सक्रिप्शन शुरू, जानिए इसके बारे में सबकुछ

Sovereign Gold Bond Scheme: जो लोग सोना खरीदना चाहते हैं, उसमें निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए एक बार फिर सॉवरेन गोल्ड बॉऩ्ड स्कीम शुरु हो रही है जिसमें आप एक तरीके से सस्ता सोना खरीद सकते हैं। सोने के लिए अपने बजट के बराबर पैसा लगाकर शानदार मुनाफा हासिल कर सकते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने सोमवार को सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2022-23 सीरीज 3 का सब्सक्रिप्शन शुरू कर दिया है, जो पांच दिनों के लिए ओपन रहेगा। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का इशू प्राइस 999 शुद्ध सोने की कीमत के आधार पर तय होता। इस बार नई किस्त का इशू प्राइस 5409 रुपये प्रतिग्राम रखा गया है।

आरबीआई की ओर से जारी बयान में बताया गया कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2022-23 सीरीज III के लिए सब्सक्रिप्शन अवधि 19-23 दिसंबर, 2022 तक रहेगी, जबकि इसके जारी होने की तिथि 27 दिसंबर रहेगी।

कौन खरीद सकता है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड ?

आरबीआई की ओर से जारी नए सर्कुलर के अनुसार, कोई भी व्यक्ति, एचयूएफ, ट्रस्ट, यूनिवर्सिटी और चैरिटेबल संस्था सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीद सोने में निवेश कैसे करें? सकती है। किसी भी व्यक्ति या संस्था को कम से कम 1 ग्राम या उसके गुणज में सोना खरीदना होगा। एक व्यक्ति एवं एचयूएफ अधिकतम 4 किलो गोल्ड और ट्रस्ट एवं संस्थाएं अधिकतम 20 किलो गोल्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं।

ऑनलाइन खरीद पर मिलेगा डिस्काउंट

भारतीय रिजर्व बैंक के साथ एग्रीमेंट में, भारत सरकार ने उन निवेशकों को डिस्काउंट देने का फैसला किया है जो ऑनलाइन आवेदन करते हैं अगर कोई व्यक्ति या संस्था डिजिटल माध्यम से ऑनलाइन सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदती है, तो उसे प्रति ग्राम 50 रुपये का डिस्काउंट दिया जाएगा। इन निवेशकों के लिए गोल्ड बांड का निर्गम मूल्य रु. 5,359 रुपये प्रति ग्राम होगा।

SBI के माध्यम से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) कैसे खरीदें

1. क्रेडेंशियल्स का उपयोग करके एसबीआई नेट बैंकिग में लॉग इन करें
2. मेन मेनू से ‘ई-सर्विस’ पर क्लिक करें
3. ‘सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम’ पर क्लिक करें
4. यदि आप पहली बार निवेश कर रहे हैं तो आपको रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
5. हेडर टैब से ‘रजिस्टर’ चुनें, फिर ‘नियम और शर्तें’, फिर ‘आगे बढ़ें’.
6. अपनी सभी डिटेल के साथ नॉमिनेशन और अन्य डिटेल जोड़ें
7. NSDLया CDSL से डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट चुनें जहां आपका डीमैट अकाउंट है
8. डीपी आईडी, क्लाइंट आईडी दर्ज करें और ‘सबमिट’ टैब पर क्लिक करें
9. डिटेल की पुष्टि करें और ‘सबमिट’ टैब पर क्लिक करें
10। रजिस्ट्रेशन के बाद हेडर टैब से ‘खरीदारी’ चुनें
11. नॉमिनेशन क्वांटिटी, नॉमिनेशन डिटेल दर्ज करें
12. अपना ओटीपी दर्ज करें और ‘पुष्टि करें’ पर क्लिक करें

Don’t miss out on this golden opportunity!
SOVEREIGN GOLD BONDS SCHEME 2022-23 Tranche-III opens from 19th Dec – 23rd Dec, 2022
Know more: https://t.co/toePwiynMR#SovereignGoldBond #AzadiKaAmritMahotsavWithSBI #SBI pic.twitter.com/W4rLKCSI2W

— State Bank of India (@TheOfficialSBI) December 18, 2022

ऑफलाइन कहां से खरीद सकते हैं?

आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को सभी बड़े बैंकों के माध्यम से खरीद सकते हैं, जैसे जैसे एसबीआई और एचडीएफसी बैंक। निर्धारित डाकघरों से भी इसकी खरीद हो सकती है। किसी भी लघु वित्त बैंक, भुगतान बैंक और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक से भी खरीद सकते हैं। इसके अलावा आप स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), क्लीयरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (CCIL), एनएसई और बीएसई से भी इन बॉन्ड्स को खरीद सकते हैं।

क्या है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड?

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सोने में निवेश की सरकारी स्कीम है। भारत सरकार की ओर से RBI सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जारी करता है। इसमें भौतिक रूप से सोने की खरीद के बजाय डिजिटल गोल्ड में निवेश की सुविधा होती है। सरकार ने 2015 में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना शुरू की थी। इसके तहत वित्त वर्ष में 4 बार सब्सक्रिप्शन का मौका मिलता है। इस बार सब्सक्रिप्शन के लिए तीसरी सीरीज 19 से 23 दिसंबर तक खुली रहेंगी। इस वित्त वर्ष की चौथी सीरीज 6 से 10 मार्च तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगी. इससे पहले, जनवरी और अगस्त 2022 में SGB में निवेश की सुविधा दी गई थी।

एक बार में कितना गोल्ड बॉन्ड खरीद सकते हैं?

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की मैच्योरिटी 8 साल की होती है. इस दौरान 2.5% की सालाना दर से ब्याज मिलता है, यानी 8 साल में 20 प्रतिशत ब्याज मिलेगा। 5वें साल से आपको विड्रॉल ऑप्शन मिल जाता है और ब्याज भी मिलने लगता है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में कम से कम एक ग्राम सोने का निवेश किया जा सकता है, और व्यक्तियों, एचयूएफ, और ट्रस्टों और अन्य समान संस्थाओं के लिए प्रत्येक वित्तीय वर्ष में निवेश की जा सकने वाला अधिकतम निवेश क्रमश: चार किलोग्राम, चार किलोग्राम और बीस किलोग्राम है। अच्छी बात ये है कि इसे नाबालिग के नाम पर भी खरीदा जा सकता है।

फिजिकल गोल्ड और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में क्या फर्क है

दरअसल, फिजिकल सोना खरीदने में कई दिक्कतें होती हैं। एक तरफ सोने की शुद्धता की चिंता तो दूसरी तरफ सोना खरीदने और गहने बनवाने पर GST और मेकिंग चार्ज भी देन पड़ता हैं। SGB बॉन्ड GST के दायरे में नहीं है, जबकि फिजिकल गोल्ड पर 3% GST लगता है। घर में सोना रखने पर उसकी सुरक्षा की भी चिंता रहती है। SGB पेपर फॉर्म में होता है, तो इसके रखरखाव में खर्च नहीं करना पड़ता। निवेश के नजरिये से फिजिकल गोल्ड के मुकाबले सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में पैसा लगाना बेहतर माना जा सकता है, क्योंकि बाजार में चाहे कितनी भी उथल-पुथल हो आपका नुकसान नहीं होगा।

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के फायदे

गोल्ड बांड योजना का मकसद फिजिकल सोने की मांग को कम करना है। जैसे आपने सोना खरीदकर घर में रखा है और भाव बढ़ने का इंतजार करना होगा। लिहाजा गोल्ड बॉन्ड में पैसा लगाकर निवेशक सोने की सुरक्षा की मानसिक चिंता से भी मुक्त रह सकता है। यही कुछ खास वजहें हैं जिनके कारण लोगों की दिलचस्पी गोल्ड बॉन्ड में बढ़ रही है। साथ ही घरेलू बचत को वित्तीय बचत में बदलकर इसका ऐसा इस्तेमाल करना है ताकि इससे आम निवेशकों को सस्ता सोना मिले तो वहीं अर्थव्यवस्था को भी फायदा हो।

सस्ते में सोना खरीदने का आज है आखिरी मौका, इस तरह चुटकियों में करें निवेश

Times Now Navbharat लोगो

Times Now Navbharat 9 घंटे पहले Times Now Navbharat

© Times Now Navbharat द्वारा प्रदत्त sovereign gold bond scheme investment last date know how to buy sgb online

Sovereign Gold Bond Scheme: महंगाई के इस दौर में हर कोई पैसे बचाने और इसे निवेश कर मुनाफा कमाने के तरीकों के बारे में सोच रहा है। ऐसे में सरकार ने भी लोगों को सुनहरा मौका दिया है। आप सरकार की सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में पैसे लगा सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि आज यानी 23 दिसंबर 2023 इसकी आखिरी तारीख है। यह सब्सक्रिप्शन के लिए 19 दिसंबर को खुली थी। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से इसकी घोषणा पिछले हफ्ते ही कर दी गई थी।

कितने में मिलेगा सोना? (Sovereign Gold Bond Price)साल 2022 के आखिरी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम की सीरीज के लिए एक ग्राम सोने का दाम (Gold Price) 5,409 रुपये निर्धारित किया गया है। इसपर आपको डिस्काउंट भी मिल सकता है। अगर आप ऑनलाइन तरीके से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करते हैं तो तो आप 50 रुपये प्रति ग्राम के डिस्काउंट के हकदार हैं। इस तरह आपको एक ग्राम सोना सिर्फ 5,359 रुपये में मिल जाएगा।

SBI के माध्यम से कैसे करें सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश? (How to invest in Sovereign Gold Bond Scheme?)

  • इस सरकारी स्कीम में निवेश करने के लिए सबसे पहले एसबीआई नेट बैंकिंग (SBI Net Banking) में लॉग इन करें।
  • मुख्य मेनू से 'ई-सर्विस' पर क्लिक करें।
  • अब 'सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम' पर क्लिक कर दें।
  • हेडर टैब से 'खरीदारी' के विकल्प को चुनें।
  • अब 'नियम और शर्तों' के टैब को चुनें और फिर 'आगे बढ़ें' पर क्लिक कर दें।
  • इसके बाद 'सब्सक्रिप्शन की मात्रा' और नॉमिनी की जानकारी दर्ज करें।
  • 'सबमिट' पर क्लिक करें।
  • ओटीपी दर्ज करें और 'कंफर्म' पर क्लिक करें।

अब एक नए पेज पर आपको सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में किए गए निवेश की जानकारी मिल जाएगी।

यहां से भी कर सकते हैं निवेशआप इस स्कीम में पोस्ट ऑफिस, शेड्यूल कमर्शियल बैंकों (स्मॉल फाइनेंस बैंक, पेमेंट बैंक और रीज्नल ग्रामीण बैंकों के अलावा), स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), क्लियरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (CCIL) और एनएसई एवं बीएसई के माध्यम से निवेश कर सकते हैं।

रेटिंग: 4.30
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 524