OctaFX review in Hindi.
दोस्तों आपने देखा होगा की Octafx नाम की app का भारत में बहुत promotion हो रहा है जहां देखो वही इसे promote करने में लगा हुआ है चाहे आप विभिन्न विभिन्न नामचीन लोगो को देख लो या आप Youtubers को ही देख लो। आपने इस app के बहुत से ads भी देखे होंगे।
फिर यह सब देख कर आपके मन ने भी यह सोचा होगा की यह कुछ ज्यादा ही online market में दिखाई दे रहा है और जो कोई भी promotion करने वाला है वह यही कहता है की आप इस app का इस्तेमाल कीजिए और क्या भारत में लीगल है फॉरेक्स ट्रेडिंग? पैसा कमा लीजिए।
तो दोस्तों हम तो आपको यही बोलना चाहते हैं की पैसा कमाना इतना ही आसान होता तो आज सभी इसी app को चलाते और घर बैठ जाते फिर बस पैसे ही कमाते रहते।
दोस्तों आप कभी इस झांसे में मत आओ की आप कुछ ग्राफ की दिशा को ऊपर निचे देखते हुए पैसे कमा सकते हो। यह सिर्फ promotion का material होता है आपको इस पर ज्यादा यकीन नहीं करना चाहिए।
हम आपको यह नहीं कह रहे की आप ऐसी app use ही न कीजिए अरे भई जो कोई फायदे के बारे में बता रहा हो और भी मुफ्त में तो हर कोई आकर्षित होता है।
तो चलिए आज हम Octafx review in Hindi में करते हैं जिससे आपको क्या भारत में लीगल है फॉरेक्स ट्रेडिंग? पढ़ने में भी आसानी हो और आपको यह भी बता सकें की यह app कैसा है कैसे काम करता है , क्या यह भारत में legal है और आप यहां पैसे कैसे कमा सकते हो और कैसे लुटा भी सकते हो।
तो चलिए आपको चेतावनी बगैरा तो दे दी अब थोड़ी इस app के बारे में बात कर लेते हैं।
What Is OctaFX?
OctaFX एक ऐसी app जिसकी मदद से आप forex trading कर सकते हो। यह app आपको बहुत आसानी से forex में trade करने के option देती है।
अब आप सोच रहे होंगे की Forex Trading क्या होती है।
दोस्तों Forex का मतलब होता है क्या भारत में लीगल है फॉरेक्स ट्रेडिंग? Foreign exchange .इस option के जरिए आप स विभिन्न देशों की currency पर trade कर सकते हैं।
अब हम आपको उदाहरण देकर समझाते हैं :
दोस्तों आप ने भारत में Share market के बारे में तो सुना ही होगा , share market में trading करने के लिए आपको किसी broker की जरूरत पड़ सकती है या आप खुद से demat account खोलकर विभिन्न विभिन्न apps के जरिए trading कर सकते हो जैसे की Grow app , Zerodha , Upstox और भी अन्य।
जब कभी भी आप share market में share खरीदते हो तो आप वहां किसी company का कुछ प्रतिशत हिस्सा खरीदते हो जैसे समझो आपने tata motors का शेयर खरीदा तो मतलब आप भी company के कुछ प्रतिशत share holder हुए जब कभी share ऊपर जाएगा तो आपको भी फायदा होगा और जब share निचे जाएगा तो आपको भी नुकसान क्या भारत में लीगल है फॉरेक्स ट्रेडिंग? होगा।
अब कभी आपने Gold में Invest किया हुआ है तो आपको पता होगा किस तरह से बाजार में gold का भाव बढ़ता या घटता रहता है।
तो इसी तरह जब हम किसी currency पर trade करना चाहते हैं तो वह Forex trading कहलाता है।
Octafx एक ऐसी app जो आपको Forex trading करने में help करती है। यह एक broker की तरह काम करता हैं। अब तो आप समझ ही गए होंगे।
अगर हम ऐसे देखें तो Govt. के अनुसार हम सिर्फ 4 ही currency में trade कर सकते हैं इनमे से हैं :
USDINR = dollar into Rupee
EURINR = Euro into Rupee
GBPINR = Pound into Rupee
JPYINR = Yen into Rupee
Payment option for money deposit :
दोस्तों अगर आपने सोच लिया है की आप forex trading करेंगे तो आपको पैसे तो लगाने ही पड़ेंगे। इसके लिए दोस्तों इस app बहुत ही आसान option हैं जैसे की Paytm , UPI , debit card Credit card से payment deposit कर सकते हो।
Demo Account :
दोस्तों जब आप इस app पर login हो जाते हो तो आपको Demo account मिल जाता है इसमें आपको 1000 dollars के fake deposits मिलते है जिससे आप practice कर सकते हो की कैसे पैसे लगाए जाते हैं और कैसे फायदा होता है और कैसे नुकसान। यह तो एक अच्छी बात है जिससे आप थोड़ा सिख तो सकते हैं की क्या होगा।
Investing in Chart or Graph :
जब कभी भी आप OctaFX पर forex trading करने लगेंगे तो आपको सबसे जरूरी Graph को analyze करना आना चाहिए। आप जो भी Paise invest करते हो वो सब उस graph के हिसाब से ही ऊपर निचे होते रहते हैं।
हम तो आपको यही राय देते हैं की आप Graph का analysis समझिए चाहे कहिं भी आज कल youtube पर बहुत से ऐसे चैनल हैं जो इनके बारे में जानकारी देते हैं। पहले समझिए फिर कुछ कीजिए अगर ऐसे सोचेंगे की पैसे लगाए और profit हो जाएगा तो ऐसा कुछ नहीं है।
Legal or Illegal :
दोस्तों अगर देखा जाए तो Forex trading का भारत क्या भारत में लीगल है फॉरेक्स ट्रेडिंग? में इतना ज्यादा use नहीं होता अगर होता भी है तो आपको बता दिया की कुछ ही currency में होता है। आप ऊपर बताई गयी चार currency के अलावा किसी और currency में trade नहीं कर सकते हैं।
यह सभी app जो आपको Forex trading करने का मौका देती हैं तो आपको यह भी पता होना चाहिए की इनमे से कोई भी app भारत सरकार और SEBI के द्वारा regulation में नहीं आती है और अगर आपको इन app से कोई fraud होता है तो SEBI इसमें कुछ नहीं कर सकती।
RBI और SEBI की guidelines के द्वारा यह app approved नहीं है। तो इसका मतलब है की यह एक ILLEGAL trade app है।
वैसे तो octaFX एक registerd company है यह 2011 में found हुई थी। OctaFX की website register है Cyprus securities and exchange commission के क्या भारत में लीगल है फॉरेक्स ट्रेडिंग? द्वारा। तो आप यह जरूर मान सकते हैं की यह एक legal app है पर भारत में इस पर trade करना Illegal है।
तो दोस्तों आपको थोड़ी बहुत जानकारी तो मिल ही गयी होगी। इतनी क्या भारत में लीगल है फॉरेक्स ट्रेडिंग? सी जानकारी आपको होना जरूरी था और अगर आप भी इस trading करना चाहते हैं तो यह आपकी मर्जी है पर कभी यह मत सोचिए की ऐसे ही पैसे बन जाएंगे यह भी शेयर मार्किट की तरह ही काम करता है तो इसमें पैसे बन भी सकते हैं और लुट भी सकते हैं।
भास्कर इनसाइड: नेट से नंबर लेते, ऑफिस वर्चुअल फिर फॉरेक्स ट्रेडिंग से करते फ्रॉड, इंदौर में तीन मामलों में 23 करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी
इंदौर में फ्रॉड का नया ट्रेंड फॉरेक्स ट्रेडिंग। इसके जरिए आरोपी देश-विदेश के लोगों को ठगते हैं। शुक्रवार को शहर में ऐसा तीसरा मामला सामने आया। इसका गढ़ दुबई पता चला है। इंटरनेट पर ग्लोबली मिलने वाले वर्चुअल नंबरों के आधार पर इससे जुड़े जानकार इस तरह के नंबर लेकर अपने वर्चुअल ऑफिस देश-विदेश में दर्शाकर डमी एक्सचेंज के जरिए लोगों से धोखाधड़ी कर रहे हैं। मप्र में इंदौर सामने आए तीन प्रकरणों में ही करीब 23 करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी की पुष्टि पुलिस कर चुकी है। इस तरह की ट्रेडिंग में आरोपी विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) एक्ट का भी उल्लघंन करते हैं।
दुबई से हो रही फॉड की ऑपरेटिंग, हर तीन माह में चेंज होता है सर्वर
फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर फॉड की ऑपरेटिंग वर्तमान में दुबई से हो रही है। इस तरह की ट्रेडिंग करने वाले दुबई जाकर लग्जरी होटलों में ठहरते हैं और वहां से हर तीन महीनों में नए सॉफ्टवेयरों के जरिए अपने सर्वर बदलकर नए लोगों को टारगेट करते हैं। फॉरेक्स ट्रेडिंग के बढ़ रहे चलन के पीछे डी कंपनी के क्या भारत में लीगल है फॉरेक्स ट्रेडिंग? होने की आशंका है। इसलिए आईबी, इंटरपोल और एनआईए जैसी बड़ी जांच एजेंसियां ऐसे फ्रॉड पर नजर रख रही हैं। एसटीएफ, साइबर सेल और पुलिस ने भी खुफिया एजेंसियों को अलर्ट भेजा है।
आरोपी इस तरह से धोखाधड़ी के जाल में फंसाते हैं
पहले लोग शेयर कारोबार में निवेश के लिए सिर्फ एडवाइजरी को ही जानते थे, लेकिन फॉरेक्स ट्रेडिंग फॉरेंन करंसी के निवेश में नया ट्रेंड है। इसके लिए इंटरनेट पर ग्लोबल टेक, प्लेटिनम, पीएनबी वर्चुअल ग्लोबल जैसी साइट उपलब्ध हैं जो फॉरेक्स ट्रेडिंग, कमोडिटी और एमसीएक्स ट्रेडिंग के लिए वर्चुअल नंबर उपलब्ध कराती हैं। आरोपी इन्हीं वर्चुअल नंबर से जब कॉल करते हैं तो संबंधित देश की सीरीज वाले नंबर पहुंचते हैं। इसी के झांसे में आकर लोग देश के एक्सचेंज से जुड़ा मानकर निवेश कर देते हैं।
केस - 01
13 जनवरी को एसटीएफ ने विजय नगर क्षेत्र से एक्सचेंज बिजनेस कंसल्टेंस के नाम से एक कंपनी को पकड़ा था। ये भी फॉरेक्स ट्रेडिंग करा रही थी। एसपी मनीष खत्री के मुताबिक, कंपनी ने 85 लोगों के साथ डेढ़ करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी की थी। इसके संचालक तपेश्वर तंवर को गिरफ्तार किया था। इससे 32 फोन, कंप्यूटर, लैपटाॅप मिले थे। इसने सिंगापुर में खुद के सर्वर से एक वर्चुअल सर्वर संचालित करता था। नेट से वर्चुअल नंबर लेकर सिंगापुर व भारत के कई लोगों को फॉरेन एक्सचेंज के जरिए फॉरेक्स ट्रेडिंग में निवेश करवाकर फ्रॉड करता था।
केस - 02
फॉरेक्स ट्रेडिंग करने वाले एक आरोपी इंदर सिंह रजक को भी विजय नगर पुलिस ने ही कुछ दिन पहले गिरफ्तार किया था। वह फर्जी एप के जरिए ट्रेडिंग करवाकर लोगों को झांसे में लेता था। इसने आसाम के कोयला व्यापारी अमित कुमार से निवेश के नाम पर 81 लाख रुपए लेकर धोखाधड़ी की थी। इसके मोबाइल कॉल डिटेल से पुलिस अन्य पीड़ितों की भी जानकारी जुटा रही है।
केस - 03
फॉरेक्स ट्रेडिंग मामले में शुक्रवार को गिरफ्तार अतुल नेतान दुबई में बैठकर इसका संचालन करता है। इंदौर में पकड़े गए अनिल बिष्ट व हरदीप सलूने इसके मोहरे हैं। डीसीपी संपत उपाध्याय के मुताबिक नेतान ने एक डमी सर्वर तैयार कराया था। इससे वह ट्रेडिंग करने वाले हर कस्टमर के मुनाफे पर नजर रखता है। इसने से ट्रेडिंग एप मेटा ट्रेडर्स पर खुद की प्लैटिनम ग्लोबल कंपनी रजिस्टर्ड कर रखी है। इससे वह सहित कई देशों की करेंसी की फॉरेक्स ट्रेडिंग कराता था। निवेशकों से रुपए लेकर डॉलर व अन्य करंसी में बदल देता था। वह 20 करोड़ का फ्रॉड कर चुका है।
एक्सपर्ट : फेमा के जरिए ही रेगुलेट होने वाले ट्रांजेक्शन लीगल
जितने भी फॉरेन ट्रांजेक्शन होते हैं। वे फॉरेन एक्सचेंज रेगुलेशन एक्ट विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के जरिए ही रेगुलेट होना चाहिए। यदि कोई संस्था उसमें रजिस्टर्ड है तो ही वे इस तरह के फंड या ट्रांजेक्शन करने के लिए लिगल मानी जाएगी। नहीं तो वे अवैध होंगे। फारने करंसी या किसी भी आर्टिकल में कोई डिलकरता है। उसे फेमा के रेगुलेशन में ही होना चाहिए। इसमें अवैध काम के लिए कई कठोर कानून बने हैं। - अभय शर्मा, मानद सचिव टैक्स प्रैक्टिशनर्स एसोसिएशन इंदौर
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