DEMAT ACCOUNT खोलते वक्त रखें ध्यान, सालाना मेंटेनेंस चार्ज, ट्रांजेक्शन फीस समेत इन बातों की करें जांच
बिना डीमैट अकाउंट के शेयर मार्केट में ट्रेडिंग नहीं की जाती है. डीमैट अकाउंट खुलवाने से पहले कई अहम बिंदुओं पर सोच विचार कर लेना चाहिए.
By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 16 Jun 2021 07:46 PM (IST)
डीमैट अकाउंट के बारे में आपने जरूर सुना होगा. लेकिन बहुत से लोग डीमैट अकाउंट के बारे में नहीं जानते. दरअसल शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट खोला जाता है. बिना डीमैट अकाउंट के शेयर मार्केट में ट्रेडिंग नहीं की जाती है. आज हम आपको बता रहे हैं कि डीमैट अकाउंट खोलते समय कौन-कौन सी बातों पर ध्यान देना होता है.
ब्रोकरेज और ट्रांजेक्शन फीस
- ब्रोकरों के बीच डीमैट अकाउंट खोलने और ब्रोकरेज चार्ज अलग-अलग हैं.
- आजकल ज्यादातर मुफ्त डीमैट खाते खोल रहे हैं.
- इक्विटी खरीदने और बेचने पर आपसे लेनदेन (ट्रांजेक्शन) की फीस ली जा सकती है.
इन बातों की करें जांच
- डीमैट अकाउंट की फीस, सालाना मेंटेनेंस चार्ज, ट्रांजेक्शन फीस.
- ट्रांजेक्शन फीस को लेकर ब्रोकरों के बीच बड़ा अंतर हो सकता है.
अन्य सुविधाएं
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- आपको ब्रोकरेज हाउस क्या-क्या सुविधाएं देगा यह जरूर जान लें.
- कुछ ब्रोकरेज हाउस इक्विटी ब्रोकिंग की सेवा के अतिरक्त भी कई प्रकार की अन्य सेवाएं देते हैं.
- जैसे कई ब्रोकरेज फर्म आपको समय-समय पर रिसर्च उपलब्ध कराती रहती हैं. यह ग्रो के साथ डीमैट अकाउंट कैसे खोलें रिसर्च आपको सही जगह निवेश करने में मदद करती है.
डीमैट और ट्रेडिंग खाता
- आपका ब्रोकर 2-इन-1 डीमैट और ट्रेडिंग खाता आपको देता हैं तो यह सबसे अच्छा है.
- ट्रेडिंग खाते के बगैर डीमैट खाता अधूरा है.
- ध्यान रखें कि डीमैट खाते में आप सिर्फ डिजिटल रूप में शेयरों को रख सकते हैं.
- ट्रेडिंग खाते के साथ आप शेयर, आईपीओ, म्यूचुअल फंड और यहां तक गोल्ड में निवेश कर सकते हैं. इसके बाद आप इन्हें डीमैट खाते में रख सकते हैं.
पोर्टफोलियो की जानकारी भी जरूरी
- कुछ ब्रोकरेज हाउस आपके पोर्टफोलियो की जानकारी आपको समय-समय पर देते हैं.
- इससे निवेश से मिलने वाले रिटर्न की जानकारी रखने में मदद मिलती है.
कनेक्टिविटी
- कारोबार के लिए फोन और इंटरनेट दोनों का ही इस्तेमाल किया जा सकता है.
- ब्रोकरेज हाउस दोनों में से कौनसी सुविधा मुहैया करवाता है यह जानना जरूरी है.
- ज्यादातर ब्रोकर्स दोनों ही सुविधाएं देते हैं.
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Published at : 16 Jun 2021 07:45 PM (IST) Tags: Investment Stock Market share demat account broker हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
शेयर बाजार में कमाई करने के लिए ऐसे खोले खास खाता, जानिए इससे जुड़ी सभी बातें
इन दिनों डीमैट अकाउंट (Demat Account) खुलवाने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. आजकल इक्विटी मार्केट (Equity Market) . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : November 26, 2020, 05:44 IST
नई दिल्ली: इन दिनों डीमैट अकाउंट (Demat Account) खुलवाने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. आजकल इक्विटी मार्केट (Equity Market) में लोगों का इंट्रस्ट काफी बढ़ता जा रहा है. बता दें इस अकाउंट के जरिए लोग बाजार में पैसा लगाकर अच्छी कमाई कर रहे हैं. इस खाते को खुलवाने और पैसा लगाने के लिए आप फाइनेंशियल प्लानर की भी मदद ले सकते हैं. आज हम आपको वो आसान 9 स्टेप्स बताएंगे जिसके जरिए आप आसानी से भारतीय ऑनलाइन इंवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म ग्रो (Groww) में अपना डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं.
आइए जानते हैं कैसे खोलें ऑनलाइन इंवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म ग्रो (Groww) में डीमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं-
स्टेप-1. सबसे पहले आप 'ग्रो' एप को 'लॉग इन' करें. 'स्टॉक टैब' में जाकर 'कंप्लीट सेटप' पर क्लिक करें.
स्टेप-2. आगे बढ़ने के लिए आप 'ओपन स्टॉक अकाउंट' पर क्लिक करें. बता दें कि 'ग्रो' पर डीमैट अकाउंट खोलने के लिए कोई शु्ल्क नहीं लिया जाता है.
स्टेप-3. इसके बाद 'केवाईसी' की प्रक्रिया को पूरा करें. इसमें काम, इनकम, माता-पिता का नाम जैसी जरूरी जानकारी भरें और फिर 'नेक्स्ट' (Next) पर क्लिक करें.
स्टेप-4. नेक्स्ट पर क्लिक करने के बाद 'ड्रॉप डाउन लिस्ट' में जाएं.
स्टेप-5. इसमें आपको 'आधार नंबर' और 'ई-साइन' जमा करने होंगे. फिर आपको आधार में रजिस्टर्ड नंबर पर एक 'ओटीपी' मिलेगा. ई-साइन के लिए आपको 'ई-साइन एओएफ' पर क्लिक करना होगा.
स्टेप-6. अगर आपका मोबाइल नंबर 'आधार' से लिंक है तो आप उसमें ओटीपी नंबर डाले फिर 'सब्मिट' (Submit) पर क्लिक करें.
स्टेप-7. अगली जानकारी को ध्यान से पढ़ने के बाद 'साइन नाउ' पर क्लिक करें.
स्टेप-8. आपको NSDL इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर सेवा के लिए निर्देश मिलेगा. आपको इसमें 'आधार नबंर' और 'ग्रो के साथ डीमैट अकाउंट कैसे खोलें आधार वर्चुअल आईडी' देनी होगी. फिर आप 'सेंड ओटीपी टैब' पर क्लिक करें. 'ई-साइन प्रोसेस' को पूरा करने के लिए आपको 'ओटीपी नंबर' फीड करना होगा.
स्टेप-9. अंत में आपको स्क्रीन पर 'साइन्ड सक्सेसफुली' का संदेश नजर आएगा. जिसका मतलब है कि अब आप ग्रो कंपनी में निवेश कर सकते हैं. इसके लिए आपको 'लेट्स स्टार्ट' टैब पर क्लिक करना होगा. वहीं, 24 घंटे के अंदर 'वेरिफिकेशन प्रकियाट पूरी हो जाएगी. इसके बाद आप कंपनी 'ग्रो' के साथ अपना पैसा निवेश कर सकते हैं.
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शेयरों में निवेश शुरू करना चाहते हैं? जानिए कैसे खोलें डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट
अब आप फिजिकल डॉक्यूमेंट जमा किए बगैर ऑनलाइन ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं. शेयरों में निवेश के लिए इन्हें खुलवाना जरूरी है.
डिजिटल फॉर्म भरें
पहले ब्रोकर की वेबसाइट पर जाएं. फिर अकाउंट खोलने का फॉर्म भरें. इसमें आपको नाम, पता, पैन और उस बैंक अकाउंट की डीटेल्स भरनी होंगी जिन्हें डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट से जोड़ना है. साथ ही सबसे उपयुक्त ब्रोकरेज प्लान को सेलेक्ट करने की जरूरत होती है.
डॉक्यूमेंट अपलोड करें
आधार, पैन, कैंसिल्ड चेक जैसे डॉक्यूमेंट की स्कैन कॉपी अपलोड करने की जरूरत पड़ती है. निवेशक की तस्वीर के साथ स्कैन किए हुए सिग्नेचर की भी जरूरत हो सकती है.
इन-पर्सन वेरिफिकेशन
इन-पर्सन वेरिफिकेशन ब्रोकर करते हैं. इसे डिजिटल कॉल या व्यक्ति की वीडियो रिकॉर्डिंग के माध्यम से किया जाता है. इसके लिए निवेशकों को स्क्रीन पर दिए जाने वाले निर्देशों का पालन करने के लिए कहा जाता है.
आधार ई-वेरिफिकेशन
व्यक्ति अब दोबारा फॉर्म चेक करके उसे जमा कर सकता है. इस फॉर्म को ओटीपी के जरिये आधार ऑथेंटिकेशन प्रक्रिया का इस्तेमाल करते हुए इलेक्ट्रॉनिक तरीके से साइन किया जा सकता है. एक बार जमा की गई जानकारी, स्कैंन्ड दस्तावेज और आईपीवी हो जाने पर डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खुल जाता है. आप ट्रेडिंग अकाउंट में फंड ट्रांसफर कर सकते हैं और किसी अन्य डीमैट अकाउंट में रखी गई प्रतिभूतियों को नए अकाउंट में ला सकते हैं.
किन बातों का रखें ध्यान
- ब्रोकरेज फर्मों के अलग-अलग प्लानों का अध्ययन करें और तुलना करें कि कौन सबसे अच्छे रेट और सर्विस ऑफर कर रहा है.
- डिस्काउंट ब्रोकर्स के ब्रोकरेज चार्ज फुल सर्विस ब्रोकरों के मुकाबले कम होते हैं. फुल सर्विस ब्रोकर्स तमाम तरह की ऐड-ऑन सर्विस भी देते हैं. इनमें एडवाइजरी, ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म इत्यादि शामिल हैं.
इस पेज की सामग्री सेंटर फॉर इंवेस्टमेंट एजुकेशन एंड लर्निंग (सीआईईएल) के सौजन्य से. गिरिजा गादरे, आरती भार्गव और लब्धि मेहता का योगदान.
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LIC IPO में पॉलिसीधारकों को मिलेगा खास फायदा; खुलवा लें अपना Demat Account, ये है प्रॉसेस
How to open demat account: जीवन बीमा निगम (LIC) का आईपीओ आने वाला है. बीमा कंपनी ने अपने पॉलिसीधारकों से कहा है कि वे अपना PAN अपडेट करा लें.
Demat account for LIC IPO: जीवन बीमा निगम (LIC) का आईपीओ आने वाला है. बीमा ग्रो के साथ डीमैट अकाउंट कैसे खोलें कंपनी ने अपने पॉलिसीधारकों से कहा है कि वे अपना PAN अपडेट करा लें. जिससे कि वो प्रस्तावित पब्लिक ऑफर में बोली लगा सके. साथ ही अगर अगर पॉलिसीधारक के पास डीमैट अकाउंट नहीं है, तो वे खुलवा लें. एलआईसी के प्रस्तावित इश्यू प्लान के मुताबिक, आईपीओ इश्यू साइज का 10 फीसदी तक हिस्सा पॉलिसीधारकों के लिए रिजर्व्ड होगा. भारत में किसी भी IPO में हिस्सा लेने के लिए एक वैलिड डीमैट अकाउंट होना जरूरी है. ऐसे में आइए जानते हैं डीमैट अकाउंट (Demat Account) है क्या, इसे कैसे खुलवाया जा सकता है, क्या डॉक्युमेंट देने पड़ते हैं और इसकी प्रक्रिया क्या है.
क्या है डीमैट अकाउंट (What is Demat Account)
देश में किसी भी व्यक्ति को शेयर बाजार में सीधे निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट खुलवाना जरूरी है. बिना डीमैट अकाउंट के शेयर बाजार में किसी भी कंपनी का शेयर स्टॉक एक्सचेंज में खरीदा-बेचा नहीं जा सकता है. डीमैट अकाउंट में शेयर के अलावा म्यूचुअल फंड यूनिट, डिबेंचर, बॉन्ड और सरकारी सिक्युरिटीज भी रखी जा सकती हैं. डीमैट अकाउंट को ब्रोकर या फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन के जरिए खुलवाया जा सकता हैं. सरल शब्दों में समझें तो डीमैट अकाउंट भी बैंक खाते की तरह ही काम करता है. फर्क इतना ही है कि बैंक अकाउंट में पैसों का लेनदेन होता है और डीमैट अकाउंट में शेयरों का ट्रांजैक्शन होता है.
कैसे खुलवाएं डीमैट अकाउंट (How to open Demat Account)
डीमैट अकाउंट खुलवाने के लिए सबसे पहले आपको डिपॉजिटिरी पॉर्टिसिपेंट (DP) चुनना होगा. यह कोई अथराइज्ड बैंक, फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन या ब्रोकर हो सकता है. जिसके पास डीमैट अकाउंट खुलवाया जा सकता है. DP का चयन करना आमतौर पर ब्रोकरेज चार्जेज, एनुअल चार्ज और लीवरेज के आधार पर करना चाहिए. डीपी सलेक्ट करने के बाद अकाउंट ओपनिंग फॉर्म और KYC फॉर्म भरकम सबमिट कराना होगा. इसके साथ आपको कुछ डॉक्यूमेंट्स देना होगा.
- PAN कार्ड
- रेजिडेंस प्रूफ
- ID प्रूफ
- पासपोर्ट साइज फोटो
वेरिफिकेशन प्रक्रिया के लिए अपने साथ ओरिजनल कॉपीी जरूर रखें. इसके अलावा आपको बैंक डिटेल देने के लिए एक कैंसल्ड चेक भी देना होगा. इसके बाद आपको एक एग्रीमेंट साइन करना होगा, जिसमें डीमैट होल्डिंग से जुड़े सभी नियम, अधिकार और रेग्युलेशन की जानकारी होगी. नियम-शर्तों को सावधानी से पढ़ लेना चाहिए. अगर किसी भी तरह का संदेह हो तो उसे क्लियर करने में किसी तरह का संकोच न करें.
एकबार जब आपको डीमैट अकाउंट खुल जाएगा, तो आपको DP से एक यूनिक क्लाइंट आईडी मिलेगी. इसके अन्य डिटेल होंगी, जिसके जरिए आपको डीमैट अकाउंट लॉनलाइन एक्सेस करने में मदद मिलेगी. इसके अलावा, DP की ओर से आपको एक इंस्ट्रक्शन स्लिप भी मिलेगी, जिसका इस्तेमाल ट्रांसफर, पर्चेज जैसी डिपॉजिटरी सर्विसेज के इस्तेमाल में किया जा सकेगा. डीमैट अकाउंट में शेयर या फाइनेंशियल सिक्युरिटीज की कोई 'मिनिमम बैलेंस' की जरूरत नहीं होती है. आप सिंगल PAN पर एक से अधिक डीमैट अकाउंट लिंक्स कर सकते हैं, हालांकि, डीपी अलग-अलग होना चाहिए.
डीमैट अकाउंट ऑनलाइन कैसे खोलें (How to open demat account online)
- सबसे पहले DP की वेबसाइट पर जाएं
- 'ओपन डीमैट अकाउंट' टैब पर क्लिक करें.
- जरूरी डिटेल भरें और OTP के जरिए कन्फर्म करें
- इसके बाद DP डीमैट अकाउंट खोलने की आगे की औपचारिकता पूरी करेगा
- आपकी तरफ से अपलोड किए गए डॉक्युमेंट्स को वेरीफाई करने का काम एक डीपी ग्रो के साथ डीमैट अकाउंट कैसे खोलें एक्जीक्यूटिव करेगा.
- फोन कॉल या ब्रोकरेज फर्म के एक्जीक्यूटिव से फिजिकल विजिट के जरिए भी किया जा सकता है.
- आज के समय में ब्रोकरेज फर्म टेली-वेरिफिकेशन की भी सुविधा दे रहे हैं.
एक बार डिटेल वेरीफाई होने के बाद आपके अकाउंट को आधिकारिक रूप से शेयर ट्रेडिंग के लिए मंजूरी मिल जाएगी. आपको डीमैट सर्विस प्रोवाइडर की ओरसे आपको DP ID, बेनेफिशियरी ID या डीमैट अकाउंट नंबर और पावर ऑफ अटॉर्नी (POA) नंबर जैसी डिटेल मिलेगी. इसके बाद अब किसी भी IPO में निवेश के लिए पूरी तरह एलिजिबिल हैं.
( नोट: डीमैट अकाउंट खुलवाने की डिटेल एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट से ली गई है. )
LIC IPO को जुलाई में कैबिनेट ने दी थी मंजूरी
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस साल जुलाई में LIC में विनिवेश को मंजूरी ग्रो के साथ डीमैट अकाउंट कैसे खोलें दी थी. साथ ही वित्त मंत्री की अध्यक्षता वाले पैनल को एलआईसी में सरकार की कितनी हिस्सेदारी बेची जाएगी, यह तय करने की जिम्मेदारी दी गई. जीवन बीमा निगम के प्रस्तावित आईपीओ के लिए सरकार ने फाइनेंस एक्ट 2022 के जरिए LIC Act में जरूरी संशोधन भी किया. फरवरी में बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि एलआईसी का आईपीओ 2021-22 में आएगा.
विनिवेश से 1.75 लाख करोड़ जुटाने का लक्ष्य
केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष में स्टेक सेल और प्राइवेटाइजेशन के जरिए हिस्सेदारी बेचकर 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है. इसमें से 1 लाख करोड़ रुपये सरकारी बैंकों और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस में हिस्सेदारी बेचकर जुटाए जाने है. जबकि बाकी 75,000 करोड़ रुपये CPSE विनिवेश प्राप्तियों के जरिए किया जाएगा.
इन राज्यों के लोग पैसे से पैसा बनाने में सबसे आगे, सालाना ग्रोथ में बिहार सब पर भारी!
Demat Account Growth: भारत के हर कोने में हाल के समय में इक्विटी में पैसे लगाने वाले तेजी से बढ़े हैं. महाराष्ट्र और गुजरात दो ऐसे राज्य हैं, जहां रजिस्टर्ड इन्वेस्टर्स की संख्या एक करोड़ से अधिक है.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 07 दिसंबर 2021,
- (अपडेटेड 07 दिसंबर 2021, 5:50 PM IST)
- हर महीने स्टॉक मार्केट में उतरे 10 लाख से ज्यादा लोग
- साल भर में बिहार में 110 फीसदी बढ़ गए नए इन्वेस्टर
पिछले एक-दो साल के दौरान भारत में शेयर बाजार (Share Market) में नए इन्वेस्टर्स (New Investors) की संख्या तेजी से बढ़ी है. खासकर कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद से नए इन्वेस्टर्स का रुझान तेज हुआ है. इस साल लगभग हर महीने 10 लाख से अधिक नए डीमैट अकाउंट (Demat Account) खुले हैं. बीएसई (BSE) ग्रो के साथ डीमैट अकाउंट कैसे खोलें के आंकड़ों को देखें तो शेयर मार्केट में पैसे लगाने के मामले में महाराष्ट्र (Maharashtra) और गुजरात (Gujarat) के लोग अव्वल हैं. एक साल के दौरान इन्वेस्टर्स की संख्या में तेजी के हिसाब से देखें तो बिहार (Bihar) 110 फीसदी के साथ पहले पायदान पर है.
इन दो राज्यों में एक करोड़ से अधिक इन्वेस्टर्स
बीएसई पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र और गुजरात दो ऐसे राज्य हैं, जहां रजिस्टर्ड इन्वेस्टर्स की संख्या एक करोड़ से अधिक है. पहले स्थान पर काबिज महाराष्ट्र में करीब 1.9 करोड़ इन्वेस्टर्स हैं, जबकि गुजरात में इनकी संख्या 1.01 करोड़ है. इनके बाद 72.4 लाख इन्वेस्टर्स के साथ उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) तीसरे स्थान पर है.
टॉप 5 में दक्षिण भारत के भी दो राज्य
टॉप-5 के राज्यों में दो राज्य दक्षिण भारत (South India) के भी हैं. कर्नाटक (Karnataka) 52.5 लाख रजिस्टर्ड इन्वेस्टर्स के साथ चौथे स्थान पर है, जबकि पांचवें स्थान पर काबिज तमिलनाडु (Tamil Nadu) के 49.7 लाख लोग शेयर बाजार से पैसे बना रहे हैं. एक करोड़ से अधिक इन्वेस्टर्स वाले दो अव्वल राज्यों को छोड़ दें तो अभी 16 ऐसे राज्य हैं, जहां 10 लाख से अधिक इन्वेस्टर्स हैं.
इन राज्यों में 10 लाख से अधिक इन्वेस्टर
बीएसई के आंकड़ों के अनुसार, राजस्थान (Rajasthan), पश्चिम बंगाल (West Bengal), दिल्ली (Delhi), अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh), मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh), हरियाणा (Haryana), तेलंगाना (Telangana), बिहार (Bihar), केरल (Kerala), पंजाब (Punjab), ओडिशा (Odisha), असम (Assam) और झारखंड (Jharkhand) जैसे राज्यों में रजिस्टर्ड इन्वेस्टर्स की संख्या 10-10 लाख से अधिक है. इस तरह देखें तो भारत के हर कोने में हाल के समय में इक्विटी में पैसे लगाने वाले तेजी से बढ़े हैं.
सालाना ग्रोथ में बिहार ने सबको छोड़ा पीछे
पिछले एक साल ग्रो के साथ डीमैट अकाउंट कैसे खोलें के दौरान बिहार में सबसे ज्यादा 110 फीसदी इन्वेस्टर्स बढ़े हैं. मध्य प्रदेश में ऐसे लोगों की संख्या करीब 104 फीसदी बढ़ी है. उत्तर प्रदेश के मामले में यह तेजी 77 फीसदी की रही है. वहीं महाराष्ट्र और गुजरात में इन्वेस्टर्स क्रमश: 48 फीसदी और 32 फीसदी की दर से बढ़े हैं.
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