Trading को समझना बहुत ही आसान है हम नीचे एक उदहारण की मदद से ट्रेडिंग को समझेंगे.
कमोडिटी ट्रेडिंग कैसे करें – How To Start Commodity Trading In India
कमोडिटी ट्रेडिंग कैसे करें, Commodity Trading Kaise Kare: कमोडिटी ट्रेडिंग शुरू करने के लिए किसी भी ब्रोकर के पास ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होता है। ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करवाने के लिये बैंक अकाउंट, पैन कार्ड और एड्रेस प्रूफ चाहिये होता है उसके बाद अपने ट्रेडिंग अकाउंट में पैसे ऐड करके Commodity Market में ट्रेडिंग शुरू कर सकते है।
इससे पहले मैंने एक पोस्ट लिखी थी जिसमें मैंने बताया था कमोडिटी ट्रेडिंग क्या है – What Is Commodity Trading In Hindi अगर अब आपने उस पोस्ट को नहीं पढ़ा है तो उसे जरूर पढ़िये। इस पोस्ट में कमोडिटी ट्रेडिंग कैसे करें – How To Start Commodity Trading In India उसके बारे में जानेंगे।
कमोडिटी ट्रेडिंग शुरू करने के लिए कितने पैसों की जरुरत होती है
MCX में ट्रेडिंग 5000 रुपये से भी शुरू की जा सकती है लेकिन NCDEX में ट्रेडिंग शुरू करने के लिये 30000 रुपये तक की जरुरत होती है।
Margin: किसी भी कमोडिटी को खरीदने को लिये पुरे पैसे नहीं देने होते है, बस कुछ मार्जिन जमा करवाना होता है। जैसे: 1 किलो चांदी खरीदने के लिये सिर्फ 5000 रुपये का मार्जिन देना होता है। आम तौर पर ब्रोकर दवारा लिवरेज मिलती है लिवरेज एक उधार होता है जिससे ट्रेडर किसी भी कमोडिटी को खरीद सकता है और ट्रेड कम्पलीट होने के बाद उस उधार को ब्रोकर वापिस ले लेता है।
Lot Size: किसी भी कमोडिटी को अपने मन मुताबिक मात्रा में नहीं खरीद सकते है बल्कि पहले से ही निर्धारित Lot Size में खरीदना और बेचा जाता है जैसे: चांदी मिनी के 1 लोट में 1 किलो चांदी होती है अगर आपको 2 किलो चांदी खरीदनी है तो कमोडिटी एक्सचेंज पर चांदी के 2 लोट खरीदने होंगे।(How To Do Commodity Trading In India In Hindi)
ट्रेडिंग के लिये 5 सबसे बढ़िया कमोडिटी (Top Commodity To Trade In India)
- Crude Oil: क्रूड ऑइल सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे ज्यादा ट्रेड होने वाली कमोडिटी में से एक है। क्रूडऑयल के 1 Lot को डिलीवरी पर खरीदने के लिये लगभग 55000 रुपयों की जरुरत होती है।
- Silver: सिल्वर एक Precious Metal है 5 Kg. सिल्वर के 1 Lot को डिलीवरी पर खरीदने के लिये लगभग 25000 रुपयों की जरुरत होती है और 1 Kg Silver Mic के 1 Lot डिलीवरी पर को खरीदने के लिये लगभग 5000 रूपये मार्जिन देना होता है।
- Gold: Gold इस दुनिया की सबसे पुरानी करेंसी कमोडिटी में से एक है। 100 ग्राम सोने के 1 लोट को डिलीवरी पर खरीदने के लिये लगभग 35000 रुपये निवेश करने होते है। 4. Natural Gas: नेचुरल गैस एक Environment फ्रेंडली फ्यूल है समय के साथ इसकी डिमांड भी बढ़ रही है। नेचुरल गैस के 1 Lot को डिलीवरी पर खरीदने के लिये लगभग 23500 रुपयों की जरुरत होती है।
कमोडिटी ट्रेडिंग में प्रॉफिट कैसे कैलकुलेट करते है
मान लीजिये आपने Crude Oil Future का 1 Lot को 3410 रुपये पर ख़रीदा, जिसकी एक्सपायरी 1 महीने बाद है और एक्सपायरी के समय उसकी प्राइस 3510 रुपये हो जाती है तो आपका प्रॉफिट होगा (3510-3410) = 100 Rupee Per Unit
Actual Profit = 100*100 = 10000 Rupee Profit
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Commodity Market में किसी कमोडिटी की प्राइस डिमांड और सप्लाई पर तय होती है। यदि किसी कमोडिटी की Market Demand बढ़ जाये लेकिन उसकी सप्लाई न बढे तो उस कमोडिटी की प्राइस भी बढ़ जाती है। और अगर कमोडिटी की सप्लाई डिमांड से ज्यादा हो तो उस कमोडिटी की प्राइस घट जाती है। डिमांड और सप्लाई के अलावा Volume, Commodity Usage, Liquidity से भी कमोडिटी की प्राइस घटती – बढ़ती है।
कमोडिटी ट्रेडिंग में अनुशासन का होना जरूरी है इसलिये एक अच्छी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी बनाये जिसमे मनी मैनेजमेंट, स्टॉप लोस्स, टारगेट, रिस्क मैनेजमेंट, एंट्री – एग्जिट पॉइंट इन सभी बातों का ध्यान रखा गया हो। डर या लालच में आकर ख़रीदे या बेचें नहीं।कमोडिटी ट्रेडिंग कैसे करें – How To Start Commodity Trading In India
Trading Kya Hai
ट्रेडिंग क्या है: Trading में हम शेयर मार्केट से शेयर को खरीदने और बेचने का काम करते है. जहाँ हम शेयर को stock exchange से कम price पर buy कर लेते है और उस शेयर की price फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे करें फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे करें high होने पर उसे sell कर देते है. इस प्रक्रिया को हम ट्रेडिंग कहते है.
ट्रेडिंग का मुख्य मकसद किसी भी वास्तु या सेवा को खरीद व बैच कर कम समय में लाभ कमाना होता है. यही कारण है कि Trading Share Market में सबसे ज्यादा कि जाती है और लोग हर रोज शेयर पर ट्रेडिंग करके हजारों और लाखों रूपये कमा लेते है.
Trading Kya Hoti Hai
What Is Trading in Hindi: Trading का मतलब Buy और Sell करना होता है जहाँ हम किसी भी चीज को कम भाव में खरीद लेते है और उसके बाद जब उसका भाव बढ़ जाता है तो उसे बैच देते है.
इस प्रकार कम पैसे में खरीदी गई चीज़ को जब ज्यादा दम में बेचा जाता है तो हमे उस पर कुछ पैसों का मुनाफा होता है जिसे हम ट्रेडिंग कहते है.
तो अगर आप Share पर ट्रेडिंग करके पैसे कमाना चाहते है तो सबसे पहले आपको शेयर मार्केट ट्रेडिंग फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे करें को समझना होगा चलिए जानते है शेयर मार्केट ट्रेडिंग क्या है ?.
Share Market Trading Kya Hai
शेयर मार्केट ट्रेडिंग क्या है: शेयर मार्केट ट्रेडिंग, शेयर पर होने वाली ट्रेडिंग को कहते है. जब सुबह 9:15 AM पर शेयर मार्केट खुलती है तब ट्रेडर कम दाम में शेयर को खरीद लेते है.
और दोपहर के 3:30 PM के पहले शेयर को बेच देते है . क्योंकि शेयर मार्केट सुबह 9:15 AM पर खुलती है और 3:30 PM पर बंद हो जाती है. इस बीच ट्रेडर अपने ख़रीदे हुए शेयर पर अनुमानित मुनाफे को देख कर शेयर को बेच के मुनाफा कमा लेते है.
Trading Kitne Prakar Ki Hoti Hai
ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं: Trading तीन प्रकार की होती है जिसे हम Intraday Trading, Scalping Trading, Swing Trading कहते है. शेयर मार्केट में लोग इन्ही तीनो ट्रेडिंग की मदद से शेयर बाज़ार में पैसा लगाते है और रोज हजारों रूपए कमाते है.
Types of Trading
- Intraday Trading
- Scalping Trading
- Swing Trading
Intraday Trading Kya Hai
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है: शेयर मार्केट के खुलने से लेकर उसके बंद होने के पहले शेयर को खरीद कर बेचने को Intraday Trading कहते है.
इसमें ट्रेडर 9:15 AM से 3:30 PM के बीच शेयर को खरीदता और बेचता है. जिससे उसे एक ही दिन में शेयर पर ट्रेडिंग करने पर मुनाफा मिलता है और इसी तरह इंट्राडे ट्रेडिंग की जाती है.
Intraday Trading के बारे में और भी अधिक जानने के लिए आप हमारी पोस्ट पड़ सकते है जिसमे इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है.
Scalping Trading Kya Hai
स्कैल्पिंग ट्रेडिंग क्या है: सकैलपिंग ट्रेडिंग भी शेयर मार्केट के खुलने से उसके बंद होने के बीच में कि जाती है. लेकिन Scalping Trading में पुरे दिन ट्रेडिंग नहीं कि जाती.
यह ट्रेडिंग ज्यादा से ज्यादा पैसों के साथ कुछ ही मिनट या घंटे के लिए कि जाती है. जैसे 9:15 AM पर शेयर को खरीद कर 10:05 AM पर ही शेयर बेच कर मुनाफा कमा लेना.
RBI ने जारी की अवैध फॉरेक्स ट्रेडिंग ऐप की अलर्ट लिस्ट
RBI ने जारी की अवैध फॉरेक्स ट्रेडिंग ऐप की अलर्ट लिस्ट (फाइल फोटो)
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस सप्ताह अवैध इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर विदेशी मुद्रा लेनदेन में शामिल संस्थाओं की एक अलर्ट सूची जारी की। इसमें एक ऐप ऐसा भी है, जो IPL टीम दिल्ली कैपिटल को स्पॉन्सर करता है। यह अवैध संस्था या ऐप लोगों से हाई रिटर्न का वादा करके लुभाते हैं। आरबीआई ने कहा कि इन अवैध प्लेटफॉर्म के यूजर्स पर मुकदमा चलाया जा फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे करें सकता है।
अवैध ऐप्स की लंबी सूची में OctaFX शामिल है, जो इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) टीम दिल्ली कैपिटल्स का आधिकारिक ट्रेडिंग स्पॉन्सर है। आरबीआई ने इन ऐप को लेकर लोगों को चेताया है और उपयोग नहीं करने की सलाह दी है, वरना यूजर्स पर कार्रवाई भी की जा सकती है। यहां अवैध फॉरेक्स ट्रेडिंग ऐप्स और वेबसाइटों की पूरी सूची है।
अवैध फॉरेक्स ट्रेडिंग ऐप
Alpari, AnyFX, Ava Trade, Binomo, e Toro, Exness, Expert Option, FBS, FinFxPro, Forex.com, Forex4money, Foxorex, FTMO, FVP Trade, FXPrimus, FXStreet, FXCm, FxNice, FXTM, HotFores, ibell Markets, IC Markets, iFOREX, IG Market, IQ Option, NTS Forex Trading, Octa FX, Olymp Trade, फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे करें TD Ameritrade, TP Global FX, Trade Sight FX, Urban Forex, Xm और XTB है।
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आरबीआई ने यह भी कहा कि इस लिस्ट में नहीं आने वाले यूनिट को केंद्रीय बैंक की ओर से रजिस्टर्ड नहीं माना जाना चाहिए। भारतीय रिजर्व बैंक के मानदंडों के अनुसार, लोगों को (विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999) के अनुसार केवल रजिस्टर्ड संस्थाओं के साथ विदेशी मुद्रा लेनदेन करना चाहिए।
ट्रेडिंग कैसे होती है?
चूंकि सप्ताह के दिनों में बाजार 24 घंटे खुला रहता है, आप किसी भी समय मुद्रा खरीद या बेच सकते हैं। पहले, मुद्रा व्यापार केवल तक ही सीमित थाहेज फंड, बड़ी कंपनियां, और सरकारें। हालांकि मौजूदा समय में कोई भी इसे जारी रख सकता है।
कई बैंक, निवेश फर्म, साथ ही खुदरा विदेशी मुद्रा दलाल हैं जो आपको खाते और व्यापार मुद्राएं खोलने का अवसर प्रदान कर सकते हैं। इस बाजार में व्यापार करते समय, आप किसी विशिष्ट देश की मुद्रा को दूसरे के लिए प्रासंगिकता में खरीदते या बेचते हैं।
हालांकि, एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में कोई भौतिक आदान-प्रदान नहीं होता है। इस इलेक्ट्रॉनिक दुनिया में, आमतौर पर, व्यापारी एक निश्चित मुद्रा में एक स्थिति लेते हैं और आशा करते हैं कि खरीदारी करते समय मुद्रा में ऊपर की ओर गति हो सकती है या बेचते समय कमजोरी हो सकती है ताकि इससे लाभ कमाया जा सके।
विदेशी मुद्रा व्यापार के तरीके
मूल रूप से, तीन तरीके हैं जो निगम, व्यक्ति और संस्थान विदेशी मुद्रा ऑनलाइन व्यापार करने के लिए उपयोग करते हैं, जैसे:
हाजिर बाजार
विशेष रूप से, यह बाजार सभी मुद्राओं को उनकी वर्तमान कीमत के अनुसार खरीदने और बेचने के लिए है। कीमत मांग और आपूर्ति से निर्धारित होती है और राजनीतिक स्थितियों, आर्थिक प्रदर्शन और वर्तमान ब्याज दरों सहित कई कारकों को दर्शाती है। इस बाजार में, एक अंतिम सौदे को स्पॉट डील कहा जाता है।
वायदा बाजार
हाजिर बाजार के विपरीत, यह अनुबंधों के व्यापार में एक सौदा है। वे उन पार्टियों के बीच ओटीसी खरीदे और बेचे जाते हैं जो खुद समझौते की शर्तों को समझते हैं।
वायदा बाजार
इस बाजार में, वायदा अनुबंधों को खरीदा और बेचा जाता हैआधार शिकागो मर्केंटाइल एक्सचेंज जैसे सार्वजनिक जिंस बाजारों पर उनके मानक आकार और निपटान की तारीख। इन अनुबंधों में कुछ विवरण शामिल होते हैं, जैसे कारोबार की गई इकाइयां, वितरण, मूल्य में न्यूनतम वृद्धि और निपटान तिथियां।
प्रशिक्षण की आवश्यकता
विदेशी मुद्रा व्यापार के गतिशील वातावरण में पर्याप्त प्रशिक्षण आवश्यक है। चाहे आप एक अनुभवी या मुद्रा व्यापार के विशेषज्ञ हों, लगातार और संतोषजनक लाभ प्राप्त करने के लिए अच्छी तरह से तैयार होना आवश्यक है।
बेशक, इसे करने से आसान कहा जा सकता है; लेकिन असंभव कभी नहीं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप अपनी सफलता को न छोड़ें, अपना प्रशिक्षण कभी बंद न करें। एक मौलिक व्यापारिक आदत विकसित करें, वेबिनार में भाग लें और यथासंभव प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए शिक्षा प्राप्त करना जारी रखें।
What is Forex Trading -
फॉरेक्स ट्रेडिंग में forex का मतलब फॉरेन और ट्रेडिंग का मतलब व्यापार होता है.
यदि हम सरल भाषा में बात करें तो फॉरेक्स ट्रेडिंग का मतलब है एक दूसरी देश की मुद्राओं में व्यापार करना होता है
अर्थात एक दूसरे या विभिन्न देश की मुद्राओं पर बढ़ने या घटने पर व्यापार होता है यदि कोई व्यक्ति किसी दूसरे देश की मुद्राओं में व्यापार करना चाहता है तो उसे सबसे पहले वहां की मुद्रा का Knowledge होना जरूरी है जैसे कि यदि हम घूमने या व्यापार करने के लिए अमेरिका जाते हैं तो वहां का डॉलर हमारे पास होना बहुत ही जरूरी होता है वैसे ही फॉरेक्स मार्केट में होता है
Example
यदि हम यूएसए अमेरिका में पढ़ना चाहते हैं तो यदि वहां हम जाते हैं सबसे पहले मुझे फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे करें यह पता होना चाहिए कि वहां कौन सी करेंसी चलती है जैसे कि आपको पता होना चाहिए अमेरिका में डॉलर चलता है तो इंडिया से हम अमेरिका जाते हैं तो हमारे पास रुपया होता है न कि डॉलर तो उसे सबसे पहले एक्सचेंज कराना जरूरी होता है क्योंकि इंडियन करेंसी वहां किसी जगह Accept नहीं जाति तो जैसे यदि हम बात करें इंडिया की तो इंडिया का ₹75 के बराबर अमेरिका का 200 होता है जो किया अगस्त 2020 का है
फॉरेक्स ट्रेडिंग में कैसे काम होता है?( How works forex trading )
फॉरेक्स ट्रेडिंग इंडियन इक्विटी मार्केट की तरह काम करता है फर्क बस इतना है कि यदि हम शेयर बाजार में ट्रेड करते हैं तो वहां स्टॉक के शेयर प्राइस पर निर्भर करता है लेकिन यदि हम फॉरेक्स ट्रेड करते हैं तो यहां पर उस देश की करेंसी पर निर्भर करता है
उदाहरण
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए कि अभिषेक फॉरेक्स ट्रेडिंग करता है और उसके जानकारी के मुताबिक उसे पता चलता है कि आज डॉलर की compare में ₹75 चल रहा है और यह 4 महीने बाद ₹80 तक जा सकता है तो अभिषेक ने तुरंत $1000 से Trade लगा लेता है और जैसे ही ट्रेड 80 आ जाता है तो वह अपनी पोजीशन मार्केट से निकाल लेता है यहां पर उसे ₹5000 का प्रॉफिट मिलता है
यदि हम बात करें भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में तो यहां के लोग फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे करें बहुत ही कम इन्वेस्टमेंट करते हैं क्योंकि उनको इस विषय में पूरी तरह जानकारी नहीं होती है कुछ लोगों को यह भी लगता है कि यहां इंडिया में फॉरेक्स ट्रेडिंग करना अवैध गैर-कानूनी है लेकिन जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि यदि आप ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको SEBI REGISTER BROKING कंपनी से अपना खाता खुलवाना होगा तो उसके बाद आप आसानी से ट्रेड कर सकते हैं भारत में बहुत सी सेबी रजिस्टर्ड बुकिंग कंपनियां है जहां आप अपना खाता ओपन करवाकर ट्रेडिंग कर सकते हैं
फॉरेक्स ट्रेडिंग के कुछ टिप्स -
जैसे कि हमने ऊपर पढ़ा है कि फॉरेक्स ट्रेडिंग बिल्कुल स्टॉक ट्रेडिंग की तरह ही होती है फर्क बस इतना होता है कि शेयर बाजार में प्रॉफिट या लॉस shares के प्राइस पर निर्भर करता फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे करें है वहीं पर फॉरेक्स ट्रेडिंग में उस करंसी के एक्सचेंज पर निर्भर करता है जैसे कि आपको पता होगा कि शेयर बाजार में कभी आपको प्रॉफिट होता फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे करें है तो कभी नुकसान भी होता है ठीक उसी प्रकार यहां भी होता है कभी आपको प्रॉफिट तो कभी लोग भी हो सकता है। यहां हम आपको कुछ सफल फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आप फॉलो करके कुछ अच्छा रिटर्न कमा सकते हैं
- Forex trading करने से पहले आपको इसके विषय में जानकारी होना बहुत ही जरूरी होता है
- फॉरेक्स मार्केट सप्ताह में 5 दिन 24 घंटे तक खुला रहता है भारत में यहां 5:00 बजे तक बंद हो जाता है इसलिए यहां आपको इंटरडे ग्रेड से थोड़ा बचना चाहिए
- किसी भी प्रकार की स्कीम से बचना चाहिए और अपना अकाउंट सेबी रजिस्टर्ड बुकिंग कंपनी से ही ओपन कर आना चाहिए
- प्रतीक ट्रेडिंग में आपको स्टॉपलॉस लगाना बहुत ही जरूरी होता है क्योंकि यहां फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे करें आपको बड़े लॉस से बचाता है
- और जिस दिन आप ट्रेड लगाते हैं उस समय से उस मार्केट का फॉलो करना चाहिए
- अपनी आवश्यकता अनुसार ट्रेडिंग कभी भी नहीं करनी चाहिए क्योंकि इसमें लॉस होने का chance भी अधिक होता है जब भी मार्केट अच्छा movementom होता है उस समय आपको ट्रेड करना चाहिए
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