10 विषय प्रोग्राम्स में निवेश 2023

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एल्गोरिथम ट्रेडिंग रणनीतियाँ क्या हैं?

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ऑनलाइन निवेश के कुछ सबसे लोकप्रिय प्रकारों में स्टॉक, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, स्मॉल और मिड कैप फंड, सिक्योरिटीज और बहुत कुछ शामिल हैं। यह समीक्षा SBI स्मॉल और मिड कैप फंड पर ध्यान केंद्रित करेगी और आपको इसमें

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NSE एक अच्छे कारण के लिए भारत के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज बाजारों में से एक बन गया है। 1992, में अपनी स्थापना के बाद से, इसने निवेशकों को सशक्त बनाने के लिए कई प्रॉडक्ट्स और सेवाओं को लॉन्च किया है। स्टॉक

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एल्गो ट्रेडिंग सेवाएं देने वाले ब्रोकर अब नहीं दे सकेंगे पिछले, भविष्य के रिटर्न का हवाला

नयी दिल्ली, दो सितंबर (भाषा) पूंजी बाजार नियामक सेबी ने शुक्रवार को निवेशकों को एल्गो ट्रेडिंग से संबंधित सेवाएं देने वाले ब्रोकरों के लिये दिशानिर्देश जारी एल्गोरिथम ट्रेडिंग रणनीतियाँ क्या हैं? किये। इस पहल का उद्देश्य ‘उच्च रिटर्न’ का दावा कर शेयर बिक्री पर रोक लगाना है।

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने पाया कि कुछ शेयर ब्रोकर नियमन के दायरे से एल्गोरिथम ट्रेडिंग रणनीतियाँ क्या हैं? बाहर मंचों के जरिये एल्गोरिदम (एल्गो) आधारित कारोबार की सुविधा निवेशकों को दे रहे हैं

सेबी ने एक परिपत्र में कहा कि ये मंच निवेशकों को कारोबार के स्वचालित निष्पादन के लिये एल्गोरिदम एल्गोरिथम ट्रेडिंग रणनीतियाँ क्या हैं? ट्रेडिंग सेवाएं या रणनीति उपलब्ध करा रहे हैं। ऐसी सेवाओं और रणनीतियों को निवेश पर उच्च रिटर्न के ‘दावों’ के साथ विपणन किया जा रहा है।

इसको देखते हुए सेबी ने ऐसे एल्गोरिथम ट्रेडिंग रणनीतियाँ क्या हैं? शेयर ब्रोकरों के लिये कुछ जिम्मेदारी तय की है।

एल्गोरिदम ट्रेडिंग सेवाएं देने वाले ब्रोकरों को पूर्व के या भविष्य के रिटर्न को लेकर कोई भी संदर्भ देने से मना किया गया है। साथ ही ऐसे किसी भी मंच से संबद्ध होने से प्रतिबंधित कर दिया गया है जो एल्गोरिदम के पहले के या भविष्य के लाभ के बारे में कोई संदर्भ देता है।

इसमें कहा गया है, ‘‘जो शेयर ब्रोकर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से एल्गोरिदम के पिछले या भविष्य के रिटर्न या प्रदर्शन के बारे में जानकारी देते हैं या इस प्रकार की जानकारी देने वाले मंच से जुड़े हैं, वे सात दिन के भीतर उसे वेबसाइट से हटा देंगे और इस तरह के संदर्भ प्रदान करने वाले मंच से खुद को अलग कर लेंगे।

वैश्विक पैसिव फंडों और एल्गो रणनीतियों से बाजार में गिरावट

पिछले कुछ कारोबारी सत्रों में बाजार में आई बड़ी गिरावट की मुख्य वजह वैश्विक पैसिव फंडों द्वारा बिकवाली और एल्गो-आधारित रणनीतियां हो सकती हैं। एमके ग्लोबल फाइनैंशियल सर्विसेज द्वारा जारी रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि 19 फरवरी से अब तक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) द्वारा भारतीय इक्विटी में 4.6 अरब डॉलर की कुल बिकवाली में लगभग दो-तिहाई का योगदान पैसिव फंडों का रहा।

यह अनुमान 1.5 लाख करोड़ डॉलर की प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियों (एयूएम) वाले लगभग 200 एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों (ईटीएफ) के अध्ययन पर आधारित है। ब्रोकरेज फर्म ने कहा है कि इस अवधि के दौरान इन ईटीएफ ने 25 अरब डॉलर की निकासी दर्ज की।

इंडेक्स फंडों और ईटीएफ ने पिछले पांच वर्षों के दौरान विकसित बाजारों में बड़ा पूंजी प्रवाह दर्ज किया है। इसलिए इन फंडों का ताजा बिकवाली में बड़ा योगदान रहा। विश्लेषकों का मानना है कि ब्लैकरॉक, टेम्पलटन और फिडेलिटी जैसे वैश्विक फंड अपने कुल निवेश का 10-30 प्रतिशत हिस्सा पैसिव रणनीतियों के जरिये निर्धारित कर सकते हैं।

डाल्टन कैपिटल एडवाइजर्स के निदेशक यूआर भट ने कहा, 'बिकवाली दबाव बढ़ सकता है, क्योंकि ईटीएफ संबंधित निवेशकों द्वारा बिक्री ऑर्डरों को पूरा करते हैं। वे मूल्यांकन आकर्षक होने की स्थिति में निचले स्तरों पर शेयरों की पुन: खरीद या अन्य शेयर खरीदने के लिए मौजूदा शेयर बेचने या नकदी का इस्तेमाल करने का निर्णय नहीं ले सकते, जैसा कि ऐक्टिव फंडों के साथ संभव है। कीमत या मूल्यांकन के संबंध में निवेश से निकलने की होड़ और खरीदारों के अभाव की वजह से कीमतों में और गिरावट आ सकती है।'

भट का कहना है कि एल्गो-आधारित स्टॉप लॉस के साथ हेज फंडों द्वारा बिकवाली से इस बाजार में भी बदलाव दिखा है। भट कहते हैं, 'स्टॉप लॉस पूरा होने पर ये फंड बिकवाली बढ़ा देते हैं।' एल्गोरिदम ट्रेडिंग को भारत में 2009 में शुरू किया गया था और इसमें कंप्यूटर स्वत: ही पहले से निर्देशित सौदों को पूरा कर देता है। एक्सचेंज कारोबार में इस ट्रेडिंग का लगभग 40 प्रतिशत योगदान है। अमेरिका जैसे विकसित बाजारों में कुल कारोबार का 80 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा एलगोरिदम ट्रेडिंग से जुड़ा हुआ है।

यूट्रेड सॉल्युशंस के संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी कुणाल नंदवानी के अनुसार, भारत में एल्गो कारोबारियों एल्गोरिथम ट्रेडिंग रणनीतियाँ क्या हैं? ने बाजार में उतार-चढ़ाव की वजह से पिछले एक या दो सप्ताह में कमाई की है। उन्होंने स्पष्टï किया कि कुछ एल्गोरिथम ट्रेडिंग रणनीतियाँ क्या हैं? मामलों में एल्गो से अतीत में बाजार गिरावट को भी बढ़ावा मिला है जिसकी मुख्य वजह एल्गोरिदम का कमजोर क्रियान्वयन रहा है।

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