Stock Market में निवेश करते वक्त इन टिप्स को करें फॉलो, मिलेगा जबरदस्त रिटर्न का लाभ
आप शेयर मार्केट से जितना मुनाफा भी कमा रहे हैं उसका कुछ हिस्सा दूसरे सेफ निवेश ऑप्शन्स जैसे पोस्ट ऑफिस स्कीम, LIC, बैंक एफडी आदि में निवेश कर सकते हैं. वहीं कुछ हिस्सा मार्केट में दोबारा लगा दें.
By: ABP Live | Updated at : 21 Mar 2022 02:02 PM (IST)
शेयर मार्केट में हर दिन करोड़ों की पूंजी लगती है. हर दिन हजारों निवेशक शेयर मार्केट में पैसे लगाकर करोड़ों रुपये कमाते हैं. लेकिन, इसमें निवेश करने पर आपको जोखिम के लिए भी तैयार रहना पड़ता है. मार्केट रिस्क के कारण इसमें निवेश करते वक्त विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है. बहुत से लोग जो पहली बार शेयर मार्केट में पैसे लगाते हैं वह यह सोचते हैं कि कुछ ही दिनों में पैसे लगाकर वह करोड़ों के मालिक बन सकते हैं. लेकिन, यह सोच गलत है.अगर आप सही प्लानिंग के जरिए इसमें निवेश करते हैं तो आपको मार्केट से अच्छे पैसे बना सकते हैं.
कोरोना महामारी के बाद बहुत से लोगों ने शेयर मार्केट में पैसे Stock Market में निवेश करने के फायदे लगाना शुरू कर दिया है. अगर आप भी शेयर मार्केट में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं लेकिन, आपको यह समझ में नहीं आ रहा है कि इसकी शुरुआत कैसे करें तो हमारे द्वारा बताए गए टिप्स को फॉलो कर सकते हैं. यह टिप्स हैं-
मार्केट में छोटे निवेश से करें शुरुआत
ध्यान रखें कि मार्केट में निवेश करने के तरीके को सीखने के लिए सबसे पहले छोटे निवेश के साथ ही मार्केट में उतरे. आमतौर पर लोगों का यह सोचना है कि ज्यादा रिटर्न पाने के लिए ज्यादा ,से ज्यादा निवेश करना जरूरी है. लेकिन, यह सोच गलत है. अगर आप शेयर मार्केट में पहली बार निवेश कर रहे हैं तो सबसे पहले छोटी राशि के साथ निवेश करने के तरीके को सीखें. इसके बाद धीरे-धीरे अपनी निवेश राशि को बढ़ाएं.
इन कंपनियों Stock Market में निवेश करने के फायदे में करें निवेश
कई बार लोग शुरुआत में उन कंपनियों में निवेश करना शुरू कर देते हैं जो कम समय में ही बहुत तेजी से ऊपर गए है. ऐसा करने से बचें. सबसे पहले अच्छी तरह से मार्केट रिसर्च करें. इसके बाद उन कंपनियों में ही निवेश करें जिनका निवेशकों को रिटर्न देने में रिकॉर्ड अच्छा रहा हो और जिनका फंडामेंटल मजबूत हो. इसके साथ ही निवेश की राशि को धीरे-धीरे करके बताएं. ऐसा करने से आपकी मार्केट की समझ समय के साथ बढ़ेगी और आपके पैसे डूबने का खतरा भी कम हो जाएगा.
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शेयर मार्केट द्वारा कमाए गए पैसों का करें सुरक्षित निवेश करें
आप शेयर मार्केट से जितना मुनाफा भी कमा रहे हैं उसका कुछ हिस्सा दूसरे सेफ निवेश ऑप्शन्स जैसे पोस्ट ऑफिस स्कीम, एलआईसी में निवेश, बैंक एफडी आदि में निवेश कर सकते हैं. वहीं कुछ हिस्सा मार्केट में दोबारा लगा दें. कोशिश करें की निवेश करते वक्त सस्ते स्टॉक में भी लगा दें.
मार्केट की गिरावट से नहीं घबराएं
शेयर मार्केट में उठापटक का दौर चलता रहता है. ऐसे में मार्केट गिरने पर घबरा कर पैसे निकालने से बचें. कई बार लोग शेयर के गिरने पर घबराकर सस्ते में शेयर को बेच देते हैं. इसके बाद बड़े निवेशक उन शेयर्स को खरीद लेते हैं और बाद में उनका दाम बढ़ जाता है. ऐसे में इस गलती से बचें और मार्केट पर नजर बना कर रखें.
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Published at : 21 Mar 2022 02:02 PM (IST) Tags: Stock Market investment tips Stock Market Tips हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
शेयर बाजार में लॉन्ग टर्म निवेश के फायदे
Benefit of long term investment in stock market शेयर बाजार में लॉन्ग टर्म निवेश करने पर मुनाफे के चांस ज्यादा रहते हैं लंबी अवधि के लिए किए गए निवेश में नुकसान होने की गुंजाइश बहुत ही कम रहती है जो निवेशक स्टॉक मार्केट में लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करते हैं वह शेयर बाजार Stock Market में निवेश करने के फायदे से अच्छा रिटर्न कमाते हैं long term investment एक फायदा यह भी होता है कि रिटर्न आपको भले ही ज्यादा ना मिले किंतु नुकसान ना के बराबर रहता है इसीलिए शेयर बाजार में नए निवेशकों को लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करना चाहिए
Stock market ने निवेश के प्रकार
शेयर बाजार में निवेशक 3 तरीके से निवेश करते हैं
- लॉन्ग टर्म निवेश long term investment
- शॉर्ट टर्म निवेश short tarm investment
- इंट्राडे निवेश indraday investment
उपयुक्त 3 तरह से अक्सर लोग शेयर मार्केट में निवेश करते हैं
लॉन्ग टर्म निवेश
दीर्घकालीन समय के लिए यदि कोई निवेशक निवेश करता है तो उसे लॉन्ग टर्म निवेश कहते हैं लॉन्ग टर्म निवेश में निवेशक अगले 6 महीने से 1 वर्ष 2 वर्षीय और भी अधिक समय के लिए निवेश करता है आगे आने वाले समय में यदि बच्चों की शादी करना है घर खरीदना है या ऐसे और कोई भी मोटे खर्चे हैं तो long term nivesh करना ही समझदारी है
शॉर्ट टर्म निवेश
अल्पावधि के लिए किया गए निवेश को शॉर्ट टर्म निवेश कहते हैं इस तरह के निवेश में निवेशक कुछ दिनों से लेकर कई हफ्तों तक के लिए निवेश करता है और सही समय देखकर मुनाफावसूली कर लेता है short term nivesh मौजूदा समय में काफी प्रचलित है स्टॉक मार्केट में बड़े निवेशक शॉर्ट टर्म निवेश करना पसंद करते हैं
इंट्राडे निवेश
1 दिन के लिए किए गए निवेश को इंट्राडे निवेश कहते हैं यह निवेश काफी जोखिम भरा होता है किंतु इसमें प्रॉफिट भी अधिक मिलता है इसीलिए निवेशकों को indraday trading भी काफी पसंद है 1 दिन के लिए किए गए निवेश में यह कोई जरूरी नहीं है कि आपको प्रॉफिट ही मिले नुकसान भी होने की गुंजाइश बनी रहती है कभी-कभी तो इंट्राडे ट्रेडिंग में अत्यधिक लाभ होता है Stock Market में निवेश करने के फायदे और कभी कभी हानि हो जाती है निवेश की दृष्टि से यह बिल्कुल सही नहीं है
हां इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए व्यक्ति अपनी समर्थ अनुसार शेयर मार्केट में खरीद बिक्री कर के जोखिम उठाता है और कमाई करता है जिसे हम निवेश नहीं कह सकते हैं
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Benefit of long term investment in stock market |
लॉन्ग टर्म के लिए निवेश कई तरीके से करते है जैसे कि लंबी अवधि के लिए शेयर खरीदना गोल्ड खरीदना बॉन्ड खरीदना बैंक में एफडी रखना या जमीन मकान आदि खरीदना यह सब लॉन्ग टर्म के लिए निवेश हैं निवेशक लॉन्ग टर्म निवेश में आज भी विश्वास रखते हैं
लॉन्ग टर्म निवेश के नुकसान
वैसे तो लॉन्ग टर्म निवेश में हानि होने की गुंजाइश बहुत ही कम रहती है फिर भी अगर रिटर्न के हिसाब से देखा जाए तो हानि दिखाई देने लगती है
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए 1 वर्ष के लिए आपने ₹100000 का लॉन्ग टर्म के लिए निवेश किया किंतु 1 वर्ष बाद आपकी पूंजी के अनुसार आपको रिटर्न नहीं मिला या बहुत ही कम रिटर्न मिला तो उसे नुकसान ही समझा जाता है
विदेशी बाजार में निवेश के क्या हैं फायदे?
अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफार्इ करने का एक तरीका विदेशी बाजारों में निवेश करना है.
2. विदेश में निवेश करने से कर्इ तरह के दमदार उद्योगों और कंपनियों में निवेश के रास्ते खुल जाते हैं. ये कंपनियां घरेलू बाजार में लिस्ट नहीं होती है. इस तरह इन कंपनियों के शानदार प्रदर्शन का फायदा आप नहीं उठा पाते हैं.
3. इसका एक और बड़ा फायदा यह है कि आपको मुद्रा में उतार-चढ़ाव के जोखिम से राहत मिलती है. आपको अपने निवेश पर रिटर्न डॉलर में मिलता है. रुपये में गिरावट होने पर विदेशी मुद्रा में निवेश का मूल्य बढ़ जाता है. इसका आपको दोहरा फायदा होता है.
4. भारतीय रिजर्व बैंक के नियमों के अनुसार, लिबरलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम (एलआरएस) के तहत किसी भारतीय नागरिक को विदेश में हर साल 2,50,000 डॉलर तक निवेश करने Stock Market में निवेश करने के फायदे की छूट है.
5. विदेशी बाजार में निवेश घरेलू ब्रोकरों के जरिए किया जा सकता है. इनका अंतरराष्ट्रीय ब्रोकरों के साथ करार होता है. अंतरराष्ट्रीय ब्रोकरों के जरिए सीधे भी निवेश किया जा सकता है. एक और विकल्प म्यूचुअल फंडों का है. कर्इ म्यूचुअल फंड विदेशी बाजार में निवेश करते हैं. इनके जरिए भी आप विदेशी शेयरों में निवेश कर सकते हैं.
इस पेज की सामग्री सेंटर फॉर इंवेस्टमेंट एजुकेशन एंड लर्निंग (सीआईईएल) के सौजन्य से. गिरिजा गादरे, आरती भार्गव और लब्धि मेहता का योगदान.
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शेयर मार्केट में सीधे निवेश करने से लगता है डर? SIP के जरिये कर सकते हैं निवेश- बस रखना होगा इन बातों का ध्यान
क्या आपको मालूम है कि एसआईपी के जरिये सीधे शेयर मार्केट में निवेश कर सकते हैं। आमतौर पर छोटे निवेश सिस्टमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के जरिये म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं। लेकिन आप एसआईपी.
क्या आपको मालूम है कि एसआईपी के जरिये सीधे शेयर मार्केट में निवेश कर सकते हैं। आमतौर पर छोटे निवेश सिस्टमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के जरिये म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं। लेकिन आप एसआईपी के जरिये सीधे शेयरों में भी निवेश कर सकते Stock Market में निवेश करने के फायदे हैं। यह सुविधा आपको शेयर ब्रोकर उपलब्ध कराते हैं। हालांकि, शेयरों में एसआईपी के जरिये निवेश करने के लिए आपके पास सबसे पहले डीमैट खाता होना जरूरी है। डीमैट खाता खोलने की सुविधा ब्रोकर उपलब्ध कराते हैं। डीमैट खाता खुलने के बाद आप अपने मोबाइल एप के जरिये ब्रोकर के प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हुए शेयर बाजार से शेयरों की खरीद सकते हैं। इसके लिए आपका बैंक खाता डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट से जुड़ा होना चाहिए। इसके बाद आप महीने में एक तय राशि एसआईपी के जरिये सीधे शेयर खरीदने में लगा सकते हैं।
शेयरों में एसआईपी कैसे शुरू करें
शेयरों में एसआईपी शुरू करने के लिए आपको निवेश की रकम, शुरुआत करने की तारीख, अंतिम तारीख, ट्रिगर डेट इत्यादि के बारे में बताना पड़ता है। ट्रिगर डेट वह तारीख है जिस दिन हर एक किस्त के लिए बकेट में निवेश किया जाएगा। इसी दिन उन शेयरों के लिए एक अलग ऑर्डर जेनरेट होगा जिन्हें आपने चुना है। ये ऑर्डर शेयर ब्रोकर के ऑर्डर मैचिंग सिस्टम के अनुसार एग्जीक्यूट होते हैं। आप एसआईपी के जरिये निवेश की अवधि दैनिक, साप्ताहिक, पाक्षिक या मासिक चुन सकते हैं। शेयर में एसआईपी शुरू करने पर आपके पास विकल्प होता है कि आप किसी खास शेयर को नहीं चुनें। आप बता सकते हैं कि हर एक शेयर में
मजबूत कंपनियों के शेयरों में करें निवेश
म्यूचुअल फंड में जब आप एसआईपी के जरिये निवेश करते हैं तो उसका प्रबंधन म्यूचुअल फंड मैनेजर करता है। लेकिन स्टॉक एसआईपी जिसे 'ई-सिप' कहा जता है उसमें निवेश का प्रबंधन खुद करना होता है या फिर आपका ब्रोकर इसे संभालता है। पको ब्रोकर को यह बताना पड़ता है कि आप कितने समय में कितना शेयर खरीदना चाहते हैं। ई-सिप खरीदते समय हमेशा उन शेयरों में निवेश करना चाहिए जिनके कारोबार और वित्तीय स्थिति मजबूत हों। ई-सिप का फायदा यह है कि आपके निवेश को डाइवर्सिफिकेशन का लाभ मिलता है। यानी आप अपना इनवेस्टमेंट अलग-अलग शेयरों में करते हैं। यह ध्यान रखना चाहिए कि ई-सिप के जरिये जब निवेश करें तो अलग-अलग शेयरों में करें।
बड़े वित्तीय लक्ष्य हासिल करना आसान
ई-सिप में फायदा यह है कि आप एक छोटी निवेश राशि से निवेश कर लंबी अवधि में बड़ा निवेश करते हैं। आप इसके जरिये बड़ा वित्तीय लक्ष्य आसानी से हासिल कर लेते हैं। निवेश की राशि कम होती है इसलिए जोखिम भी कम होता है। इसमें लिक्वडिटी काफी होती है और अचानक पैसे की जरूरत पड़ने पर आप अपनी रकम निकाल सकते हैं। दरअसल ई-सिप के जरिये में निवेश पर आपको हाई रिटर्न का फायदा मिलता है। म्यूचुअल फंड निवेश में कई तरह के चार्ज, फंड मैनेजर का खर्च आदि कट कर रिटर्न मिलता है। लेकिन इसमें इस तरह का खर्च नहीं है। इस वजह से इनमें रिटर्न का ज्यादा हिस्सा आपके हाथ आता है। जो निवेशक कम पैसे से धीरे-धीरे शेयर में निवेश करना चाहते हैं उनके लिए यह ई-सिप के जरिये शेयरों में निवेश काफी अच्छा विकल्प है
इन बातों का रखें ध्यान
शेयरों में एसआईपी शुरू करने से पहले यह जरूरत पता कर लें कि स्टॉक एसआईपी रीक्वेस्ट क्रिएट करने के लिए ब्रोकर ब्रोकरेज जैसे अन्य रेगुलर शुल्क के अलावा कितना चार्ज करते हैं। आप किसी भी समय स्टॉक एसआईपी इंस्ट्रक्शन को कैंसिल या बदल सकते हैं। यह अगली ट्रिगर डेट से प्रभावी हो जाएगी।
Rakesh Jhunjhunwala के बताए ये 5 सीक्रेट्स स्टॉक मार्केट में आएंगे आपके भी काम, जानिए निवेश का सही तरीका
Rakesh Jhunjhunwala's Success Stock Market में निवेश करने के फायदे Mantra: अगर आप भी शेयर मार्केट में निवेश करते हैं तो जानिए राकेश झुनझुनवाला के कुछ सफलता से जुड़े टिप्स.
Rakesh Jhunjhunwala को शेयर मार्केट का बिग बुल भी कहा जाता था.
Rakesh Jhunjhunwala: शेयर बाजार के बिग बुल (Big Bull) राकेश झुनझुनवाला अब इस दुनिया में नहीं रहे, लेकिन शेयर बाजार की दुनिया में यह एक नाम हमेशा गूंजता रहेगा. माना जाता है कि वो जिस शेयर में हाथ लगाते थे वो सोना बन जाता था. महज 5000 रुपए से शेयर मार्केट में शुरुआत करने वाले राकेश झुनझुनवाला ने 37 सालों के निवेश करियर में अरबों की दौलत कमाई. उनकी इसी अपार सफलता को देखते हुए हर निवेशक राकेश झुनझुनवाला जैसा पोर्टफोलियो बनाना चाहता है. अगर, आप भी शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करते हैं तो हम आपको राकेश झुनझुनवाला के 5 Portfolio सीक्रेट बता रहे हैं, जिन्हें फॉलो कर आप भी शेयर बाजार (Share Market) पर राज कर सकते हैं.
शेयर मार्केट को लेकर राकेश झुनझुनवाला के टिप्स | Rakesh Jhunjhunwala's Tips For Stock Market
शेयर मार्केट में खुद बनाएं अपनी राह
राकेश झुनझुनवाला से वो पहली चीज जो सीखने लायक है वो यह है कि आपको शेयर बाजार में अपना रास्ता अपनेआप बनाना होगा. किसी की कॉपी करके कभी भी आप स्टॉक मार्केट में सफल नहीं हो सकते. आपको केवल उन्हीं व्यवसायों में इंवेस्ट करना चाहिए जिन्हें आप समझ पाते हैं. उदाहरण के लिए, झुनझुनवाला गेमिंग बिजनेस को समझते थे, इसलिए उन्होंने नाज़ारा टेक में इंवेस्ट किया. लॉग टर्म में फायदे के लिए अच्छी कंपनियों के शेयर को खरीदना और उन्हें अपने पास रखना ही सफलता का मंत्र (Success Mantra) है. राकेश झुनझुनवाला के पास 20 सालों तक टाइटन का शेयर था, इसके लिए आपको बिजनेस (Business) और मैनेजमेंट में बहुत भरोसा रखना होगा.
मौका मिलने पर लगाएं दांव
जब दुनियाभर में वित्तीय संकट आया तो टाटा मोटर्स का स्टॉक क्रैश हो गया था. तब इन्वेस्टर्स को जेएलआर में निवेश सही नहीं लग रहा था. कोरस में टाटा स्टील का निवेश पहले से ही डंप में था और इन्वेस्टर्स ने सोचा टाटा मोटर्स का भी ऐसा ही हाल होगा. हालांकि, इंवेस्टर्स के लिए बड़ी संख्या में स्टॉक खरीदने का यह एक शानदार मौका था और राकेश झुनझुनवाला ने यही किया और करोड़ों कमाए.
देश की अर्थव्यवस्था पर विश्वास
राकेश झुनझुनवाला को इंडिया का वारेन बफेट इसीलिए कहा जाता था क्योंकि उन्हें अपने देश के विकास और उन्नति पर पूरा भरोसा था. वे निश्चित थे कि अगला बुल मार्केट इंडिया में आने ही वाला है. उनका यकीन था कि इंडिया आने वाली चुनौतियों के बावजूद अच्छा प्रदर्शन करेगा. वे तो यह भी कहते थे कि 25 साल में हमारे देश की अर्थव्यवस्था चीन से आगे निकल जाएगी. यह विश्वास ही उन्हें बिग बुल बनाता है.
लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट पर भरोसा
राकेश झुनझुनवाला हमेशा लॉन्ग टर्म की सोचकर किसी शेयर में इन्वेस्ट करते थे. लॉन्ग टर्म निवेश के जरिए उन्होंने सबसे अधिक कमाई की थी. झुनझुनवाला जैसा पोर्टफोलियो बनाने की कोशिश करते समय यह अहम है कि आप लॉन्ग टर्म की सोच रखें. कई बार आप शॉर्ट टर्म इंवेस्टमेंट के जरिए रुपए कमा लेते हैं, लेकिन बड़ी सफलता के लिए लंबी अवधि पर जोर दें.
ऋण लेकर कभी भी निवेश न करें
बिग बुल राकेश झुनझुनवाला ने महज 5000 रुपए के साथ निवेश की शुरुआत की थी, इन पैसों को उन्होंने 45 हजार करोड़ की संपत्ति में तब्दील किया. लेकिन उन्होंने कभी भी कर्ज या ऋण लेकर किसी शेयर में इंवेस्टमेंट (Investment) नहीं किया और वे यही राय सबको देते थे.
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