अस्पताल में अव्यवस्था की ऐसी स्थिति ओटी और इमरजेंसी में भी व्याप्त है. अस्पताल के अधीक्षक डॉ आईएस ठाकुर ने बताया कि अस्पताल में दवाईयों के साथ अन्य जरूरी सामग्री की आपूर्ति बीएमएसआईसीएल के माध्यम से की जाती है. अस्पताल में रूई की कमी के बारे में सूचना है. इसे लेकर रूई की आपूर्ति के लिए बीएमएसआईसीएल को पत्र लिखा गया है. मगर आपूर्ति नहीं की जा सकी है. विभाग के दिशा-निर्देश के तहत जेम पोर्टल से खरीद की प्रक्रिया शुरू की गयी है. मगर जेम पोर्टल से भी आपूर्ति में काफी वक्त लग रहा है. इससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
आखिर राहुल गांधी क्या चाहते आंतरिक मूल्य क्या है? हैं?
क्या राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा जो 107 दिनों के सफर के बाद दिल्ली पहुंची, वह एक राजनीतिक कदम के रूप में बुरी तरह नाकाम रही है? या इसने उनकी पार्टी के लिए अपेक्षित प्रभाव उत्पन्न किया है। लाल सिंह चड्ढा नुमा (फॉरेस्ट गम्प से माफी सहित) से क्या गांधी ने खुद को एक जननेता के रूप में स्थापित किया है या केवल इसी बात की पुष्टि की है कि वह ‘पप्पू’ ही हैं जैसा कि उनके विरोधी उन्हें कहते हैं? आखिरी बात, श्रीनगर में यह यात्रा समाप्त होने के बाद उनका और उनकी पार्टी का लक्ष्य क्या होगा? जवाबों की तलाश में हम तीन सवालों वाले अपने पसंदीदा नियम पर कायम रहेंगे। पहला, क्या कांग्रेस पार्टी मायने रखती है? दूसरा, कांग्रेस के लोग क्या चाहते हैं? और अंत में राहुल गांधी क्या चाहते हैं? अगर आप पहला सवाल नरेंद्र मोदी, अमित शाह या भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के किसी अन्य वरिष्ठ नेता के सामने रखेंगे तो आपको उत्तर मिलेगा। वे कहेंगे कि ये बातें मायने नहीं रखतीं। इस पार्टी का नेतृत्व एक धूमिल पड़ते आंतरिक मूल्य क्या है? परिवार के हाथों में है और यह अपने अंतर की ओर बढ़ रही आंतरिक मूल्य क्या है? है।
Coronavirus: 20 दिन में आएंगे कोरोना के 25 करोड़ केस? दिसंबर में चीन की 18% आबादी हो सकती है संक्रमित, लीक हुए सरकारी दस्तावेज
Coronavirus: देश के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारियों (Top Medical Officers) के एक आंतरिक अनुमान के अनुसार, कई रिपोर्टों में कहा गया है कि दिसंबर के पहले 20 दिनों आंतरिक मूल्य क्या है? में चीन (China) में लगभग 25 करोड़ लोग Covid-19 से संक्रमित हो सकते हैं। Bloomberg News और Financial Times ने शुक्रवार को रिपोर्ट किया अगर अनुमान सही हैं, तो यह चीन की 1.4 अरब आबादी का लगभग 18 प्रतिशत है और यह दुनिया भर में दर्ज किया गया, अब तक का सबसे बड़ा Covid-19 प्रकोप बन सकता है।
रिपोर्टों में कहा गया है कि बुधवार को नेशनल हेल्थ कमीशन (NHC) की एक आंतरिक बैठक के दौरान आंकड़े पेश किए गए थे। ये आंकड़े NHC के सार्वजनिक आंकड़ों के बिल्कुल उलट हैं, जिसमें दिसंबर के पहले बीस दिनों में केवल 62,592 सिंप्टोमेटिक Covid-19 केस की जानकारी दी गई थी।
CBSE Datesheet 2023: 15 जनवरी तारीख से शुरु होगी परीक्षा, 10वीं-12वीं के छात्रों को डेटशीट का इंतजार
CBSE Datesheet 2023: सीबीएसई की प्रैक्टिकल परीक्षाएं 1 जनवरी, 2023 से शुरू होंगी, जबकि कक्षा 10 और कक्षा 12 की थ्योरी परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होंगी. लेकिन अभी भी सीबीएसई बोर्ड के 10वीं एवं 12वीं छात्रों को अभी भी डेटशीट का इंतजार है.
- सीबीएसई ने प्रैक्टिकल परीक्षा की डेटशीट की थी जारी
- फर्जी डेटशीट सोशल मीडिया पर हो रही वायरल
ट्रेंडिंग तस्वीरें
नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड(CBSE) ने घोषणा की है कि कक्षा 10 और कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाएं 15 फरवरी, 2023 से शुरू होंगी, छात्रों को पूरी डेट शीट जारी होने का इंतजार है. सीबीएसई की प्रैक्टिकल परीक्षा 1 जनवरी, 2023 से शुरू होगी. सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट cbse.आंतरिक मूल्य क्या है? gov.in पर जल्द ही कक्षा 10 और कक्षा 12 के लिए डेटशीट उपलब्ध होगी.
यूपीएससी के लिए दैनिक समसामयिकी 27 दिसंबर 2022, प्रीलिम्स बिट्स
Daily आंतरिक मूल्य क्या है? Current Affairs for UPSC 27 December 2022: The Centre for Economics and Business Research (CEBR), a British consultancy, has said India’s will become third largest economy by 2035.
Published On December 27th, 2022
Table of Contents
यूपीएससी के लिए दैनिक समसामयिकी 27 दिसंबर 2022: हम आपके लिए यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के उम्मीदवारों को सर्वाधिक महत्वपूर्ण यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा विशिष्ट दैनिक समसामयिकी के साथ अद्यतन करने के सिद्धांत पर ‘यूपीएससी परीक्षा के लिए दैनिक समसामयिकी’ लाते हैं। यूपीएससी उम्मीदवारों के कीमती समय को बचाने के लिए ये डेली करेंट अफेयर्स बिट फॉर्म/संक्षिप्त रूप में तैयार किए गए हैं। आज के प्रीलिम्स बिट्स में हम नीचे दिए गए टॉपिक्स के लिए करेंट अफेयर्स बिट्स को कवर कर रहे हैं: जन गण मन का इतिहास, पुष्प कमल दहल (प्रचंड) कौन हैं?, प्रो. थलप्पिल प्रदीप कौन हैं?, भारतीय अर्थव्यवस्था के बारे आंतरिक मूल्य क्या है? में सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (सीईबीआर) का आकलन क्या है?।
आज इतिहास में – जन गण मन
आज का महत्व क्या है?
27 दिसंबर, 1911 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में प्रथम बार भारतीय राष्ट्रगान “जन गण मन” सार्वजनिक रूप से गाया गया था।
जन गण आंतरिक मूल्य क्या है? मन पर प्रीलिम्स बिट
- ‘जन गण मन’ बंगाली भजन ‘भारतो भाग्य बिधाता’ का प्रथम छंद है एवं इसे गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर ने लिखा था।
- 27 दिसंबर, 1911 की ऐतिहासिक तिथि को, टैगोर की भतीजी, सरला देवी चौधुरानी ने तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष बिशन नारायण धर एवं भूपेंद्र नाथ बोस तथा अंबिका चरण मजूमदार जैसे अन्य नेताओं की सभा के समक्ष, कुछ स्कूली छात्रों के साथ गीत गाया।
- 24 जनवरी 1950 को संविधान सभा द्वारा इस गीत को इसके हिंदी संस्करण में भारत के राष्ट्रगान के रूप में अपनाया गया था।
पुष्प कमल दहल (प्रचंड)
प्रचंड चर्चा में क्यों हैं?
- विगत माह हुए चुनावों में एक स्पष्ट विजेता प्रदान करने में विफल रहने के पश्चात, महीने भर की राजनीतिक उथल-पुथल को समाप्त करते हुए, सीपीएन-माओवादी सेंटर आंतरिक मूल्य क्या है? के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल, जिन्हें ‘प्रचंड’ के नाम से जाना जाता आंतरिक मूल्य क्या है? आंतरिक मूल्य क्या है? है, हिमालयी राष्ट्र नेपाल की बागडोर संभालने के लिए तैयार हैं।
- राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने उन्हें प्रधानमंत्री नियुक्त किया।
- उन्होंने 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 169 सदस्यों के समर्थन को दर्शाते हुए राष्ट्रपति को एक पत्र सौंपा।
प्रचंड प्रधानमंत्री कैसे बने?
- प्रचंड सीपीएन-माओवादी सेंटर के अध्यक्ष एवं पूर्व गुरिल्ला नेता/माओवादी नेता हैं।
- प्रचंड को संविधान के अनुच्छेद 76 (2) के अनुसार नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है।
- देश के शीर्ष पद पर दहल का यह तीसरा कार्यकाल होगा।
- कहा जाता है कि वह के पी शर्मा ओली की कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-यूनिफाइड मार्क्सिस्ट लेनिनिस्ट (सीपीएन-यूएमएल) आंतरिक मूल्य क्या है? के साथ अन्य छोटे दलों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
- विशेष रूप से, प्रचंड एवं ओली ने बारी-बारी से देश पर शासन करने के लिए एक समझौता किया है, जिसमें ओली ने प्रचंड की मांग के अनुसार प्रचंड को पहले प्रधानमंत्री बनाने पर सहमत हुए हैं।
प्रो. थलप्पिल प्रदीप
चर्चा में क्यों हैं?
भारतीय वैज्ञानिक, प्रोफेसर थलप्पिल प्रदीप, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास ने भूजल से आर्सेनिक एवं अन्य भारी धातुओं को हटाने के लिए कम लागत वाली निस्पंदन प्रणाली के नवाचार के लिए हनोई में 20 दिसंबर 2022 को विनफ्यूचर विशेष पुरस्कार प्राप्त किया।
Tejashwi Yadav का मिशन 60 पीएमसीएच में ही हुआ फेल, अस्पताल में चार महीने से रूई नहीं
Tejashwi Yadav का मिशन 60 पटना के पीएमसीएच में ही फेल होता हुआ दिख रहा है. बताया जा रहा है कि अस्पताल के महत्वपूर्ण विभागों में पिछले चार महीने से रूई नहीं है. मरीज अपने परिजानों के लिए रूई खरीदकर लाते हैं तब इलाज शुरू होता है. परिजनों का कहना है कि अस्पताल में इंजेक्शन देने तक के लिए रूई बाहर से खरीदकर मंगायी जाती है. इसे लेकर आए दिन परिजन और स्वास्थ्यकर्मियों में बहस होता रहता है. पिछले चार महीने से विभागों में रूई न होने की जानकारी अस्पताल के अधीक्षक डॉ आईएस ठाकुर को भी है.
ओटी और इमरजेंसी में भी नहीं है रूई
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 207