Benefits Of e-Rupee जानें ई-रूपी डिजिटल करेंसी के क्या होंगे फायदे
Benefits Of e-Rupee: दोस्तों जैसा कि आप सभी को बता दें! कि Reserve Bank of India की तरफ से एक फैसला लिया गया है! इसके तहत Reserve Bank of India के तरफ से Digital Currency को लॉन्च किया गया है! जोकि भारतीय मुद्रा प्रणाली में एक बहुत बड़ा बदलाव है! Reserve Bank Of India के तरफ से 1 दिसंबर 2022 को Digital Currency में सुधार लाते हुए एक e-Rupee लॉन्च कर दिया है! इससे हमारे देश की करेंसी में सुधार होगा! जब हमारी करेंसी में सुधार आएगी! तभी हमारा देश आगे की तरफ अग्रसर होगा! इस pilot project के तहत अभी फिलहाल कुछ जगहों पर लॉन्च किया गया है! जैसे ही उनका परिक्षण पूरा होता है! इसके बाद धीरे-धीरे देश के सभी जगहों पर इस्तेमाल शुरू कर दिया जाएगा! इस डिजिटल करेंसी से सभी को क्या-क्या फायदें होंगे! इसकी जानकारी हम आपको यहाँ इस पोस्ट में देने वाले है!
E-Rupee Digital Currency
भारत सरकार के तरफ से एक Digital Currency लॉन्च किया गया है! जिसका नाम E-Rupe Digital Currency रखा है! Reserve Bank of India के तरफ से इस Digital Currency को 1 दिसंबर 2022 को लॉन्च किया गया है! Reserve Bank of India द्वारा खुदरा लेन-देन के लिए E-Rupee Digital Currency को जारी किया गया है! जिससे दुकान से खुदरा की खरीदारी करने में लोगों को सहूलियत हो सकें!
Benefits Of E-Rupee Digital Currency
- E-Rupee Digital Currency पूरी तरीके से Digital Currency है! इसलिए फिजिकल करेंसी से यह कम खर्च में आ जाएगी!
- इस करेंसी को आप मार्किट, बिजनेस आदि सब में प्रयोग में ला सकते है!
- यह E-Rupee Digital Currency पूरी तरह से कैशलेस है! इसलिए इसके चोरी होने की संभावना बिल्कुल नहीं रहेगी!
- भारत की यह पहली Digital Currency है! इससे पहले अभी तक कोई डिजिटल करेंसी लॉन्च नहीं हुई है!
- बैंक द्वारा इस Currency को रखने के लिए वॉलेट दिया जाएगा! इसके साथ ही अगर आप इस Currency को अपने Digital Wallet में रखते है! तो आपको ब्याज भी दिया जाएगा!
- वहीँ बात करें ऐसे में आप अपने पैसे मोबाइल एप्प में रखते है! तो आपको किसी भी प्रकार का ब्याज नहीं दिया जाता है!
- इस Currency को आप Person To Person मार्केट बिजनेस आदि सब में प्रयोग में ला सकते है!
- इस करेंसी के कटने फटने के चांस नहीं है! जबकि फिजिकल करेंसी में नोट कुछ समय बाद पुराने हो जाने पर कटने फटने लगते है!
- इस प्रकार से आप E-Rupee Digital Currency का लाभ ले सकते है!
Features of e-RUPI Digital Payment
- यूजर्स इस वाउचर को बिना किसी पेमेंट ऐप, इंटरनेट बैंकिंग या कार्ड के रिडीम कर सकते हैं!
- भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम ने अपने यूपीआई प्लेटफॉर्म पर ई रूपी डिजिटल भुगतान सेवा विकसित की है!
- सहयोगी भागीदार वित्तीय सेवा विभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण हैं!
- इस पहल के माध्यम से सेवाओं के प्रायोजक को लाभार्थियों और सेवा प्रदाताओं के साथ जोड़ा जाएगा। यह कनेक्शन बिना किसी फिजिकल इंटरफेस के डिजिटल तरीके से आयोजित किया जाएगा!
इन बैंकों को मिली है E-Rupee Digital Currency देने की सुविधा
- IDFC Bank
- SBI Bank
- YES Bank
- ICICI Bank
Digital e-Rupee Kaise Use Kare
आप सभी को बता दें! कि Digital Currency को पाना बहुत ही आसान है! यह करेंसी बैंकों से मिलती है! इसके लिए आपको कोई अतिरिक्त राशि जमा नहीं करनी पड़ेगी! जो कि फिजिकल करेंसी की तरह ही होगी! इसमें आपको रुपया बैंक से खरीदना होगा! और Bank आपके मोबाइल वॉलेट में ट्रांसफर कर देगी! उस वॉलेट से आप लेन-देन कर सकते है! यह रुपया एक गोल टोकन के रूप का होगा! जो कागज की नोट के मूल्य के समान होगा! जिसे RBI Bank को जारी करेगी! और आप बैंकों से इसे खरीद सकते है! खरीद कर अपने Mobile Wallet में ट्रांसफर कर सकते है! जिसे आप एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक ट्रांसफर कर सकते है!
अब कैश रखने की जरूरत नहीं! RBI आज लॉन्च करेगा Digital Rupee,जानिए इसके बारे में सबकुछ
रिजर्व बैंक ने कुछ समय पहले घोषणा की थी कि वो एक खास उपयोग के लिए डिजिटल रुपया लॉन्च करने वाला है. अब इसकी शुरुआत 1 नवंबर से होने जा रही है. अभी इस प्रोजेक्ट को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लॉन्च किया गया है.
डिजिटल करेंसी के फायदे
gnttv.com
- नई दिल्ली,
- 01 नवंबर 2022,
- (Updated 01 नवंबर 2022, 10:35 AM IST)
अभी पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर किया गया शुरू
डिजिटल मुद्रा को नहीं कर सकते नष्ट
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI)ने 31 अक्टूबर को घोषणा की कि वह आज से विशेष उपयोग के मामलों के लिए डिजिटल रुपया (ई-रुपया) के पायलट लॉन्च की शुरुआत करेगी. RBI के एक बयान के अनुसार, केंद्रीय बैंक आज थोक उद्योग के लिए डिजिटल रुपये में एक पायलट का संचालन करेगा.
केंद्रीय बैंक की ओर से 7 अक्टूबर को जारी की गई एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार आरबीआई जल्द ही विशिष्ट उपयोग के मामलों के लिए डिजिटल रुपये (ई-रुपये) का परीक्षण शुरू करेगा. आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, इस पायलट का उपयोग मामला माध्यमिक वित्तीय गतिविधि को निपटाने और सरकारी सिक्योरिटी को इसमें शामिल करने के लिए था.
अभी पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर किया गया शुरू
इस टेस्टिंग के तहत सरकारी सिक्योरिटीज में सेकेंडरी मार्केट लेनदेन का निपटान किया जाएगा.आरबीआई ने 'केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा' लाने की अपनी योजना की दिशा में कदम बढ़ाते हुए डिजिटल रुपये का पायलट टेस्टिंग शुरू करने का फैसला किया है. थोक खंड (Wholesale Transactions) के लिए होने वाले इस परीक्षण में कई सारे बैंक शामिल हैं. इनमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और एचएसबीसी बैंक शामिल हैं.
इसने आगे कहा गया कि खुदरा क्षेत्र के डिजिटल रुपये (e-rupee-R)के लिए पहला परीक्षण कुछ प्रमुख क्षेत्रों में ग्राहकों और व्यापारियों से बने चुनिंदा सीमित यूजर ग्रुप के साथ एक महीने से भी कम समय में लाइव होने वाला है. नियत समय में, ई-रुपये-आर पायलट के संचालन के बारे में जानकारी जारी की जाएगी.
क्या है CBDC?
सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार, केंद्रीय बैंक द्वारा जारी कानूनी धन का एक डिजिटल रूप है. सीधे शब्दों में कहें तो, यह भारतीय रुपये का एक इलेक्ट्रॉनिक संस्करण है, जो एक तरह का फिएट मनी है. इसे फिएट मनी के लिए वन फॉर वन का कारोबार किया जा सकता है.
RBI के अनुसार, “CBDC एक डिजिटल रूप में एक केंद्रीय बैंक द्वारा जारी कानूनी टेंडर है. यह फिएट मुद्रा के समान है और फिएट करेंसी के साथ इसे वन-ऑन-वन एक्सचेंज किया जा सकता है.केवल उसका रूप भिन्न है."
क्या होती है Fiat Money?
किसी भी देश की अर्थव्यस्था में सरकार द्वारा जारी कि गई मुद्रा Fiat Money कहलाती है. इसका सोने चांदी की तरह खुद को कोई विशेष मूल्य नही होता लेकिन किसी भी देश की सरकार उसे अपने नियमों अनुसार इसे एक विशेष मूल्य का दर्जा देती है. यह मूल्य स्थाई नहीं होता है, क्योंकि मांग तथा आपूर्ति के हिसाब से Fiat Money का मूल्य कम ज्यादा होता रहता है.
डिजिटल रुपये के क्या फायदे हैं?
क्रिप्टोकरेंसी और अन्य डिजिटल भुगतान विधियों के लाभ सीबीडीसी में मौजूद होंगे. एक डिजिटल मुद्रा को फिजिकल तौर पर नष्ट करना, जलाया या फाड़ा नहीं जा सकता है. इस तरह ये नकदी का डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं एक डिजिटल रूप है जिसे नोट की जगह लाइफलाइन के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है.
अन्य क्रिप्टोकरेंसी की तुलना में डिजिटल रुपये का एक अन्य प्रमुख लाभ यह है कि इसे एक इकाई द्वारा विनियमित किया जाएगा, जिससे बिटकॉइन जैसी अन्य आभासी मुद्राओं से जुड़े अस्थिरता जोखिम को कम किया जा सकेगा.
Benefits Of e-Rupee जानें ई-रूपी डिजिटल करेंसी के क्या होंगे फायदे
Benefits Of e-Rupee: दोस्तों जैसा कि आप सभी को बता दें! कि Reserve Bank of India की तरफ से एक फैसला लिया गया है! इसके तहत Reserve Bank of India के तरफ से Digital Currency को लॉन्च किया गया है! जोकि भारतीय मुद्रा प्रणाली में एक बहुत बड़ा बदलाव है! Reserve Bank Of India के तरफ से 1 दिसंबर 2022 को Digital Currency में सुधार लाते हुए एक e-Rupee लॉन्च कर दिया है! इससे हमारे देश की करेंसी में सुधार होगा! जब हमारी करेंसी में सुधार आएगी! तभी हमारा देश आगे की तरफ अग्रसर होगा! इस डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं pilot project के तहत अभी फिलहाल कुछ जगहों पर लॉन्च किया गया है! जैसे ही उनका परिक्षण पूरा होता है! इसके बाद धीरे-धीरे देश के सभी जगहों पर इस्तेमाल शुरू कर दिया जाएगा! इस डिजिटल करेंसी से सभी को क्या-क्या फायदें होंगे! इसकी जानकारी हम आपको यहाँ इस पोस्ट में देने वाले है!
E-Rupee Digital Currency
भारत सरकार के तरफ से एक Digital Currency लॉन्च किया गया है! जिसका नाम E-Rupe Digital Currency रखा है! Reserve Bank of India के तरफ से इस Digital Currency को 1 दिसंबर 2022 को लॉन्च किया गया है! Reserve Bank of India द्वारा खुदरा लेन-देन के लिए E-Rupee Digital Currency को जारी किया गया है! जिससे दुकान से खुदरा की खरीदारी करने में लोगों को सहूलियत हो सकें!
Benefits Of E-Rupee Digital Currency
- E-Rupee Digital Currency पूरी तरीके से Digital Currency है! इसलिए फिजिकल करेंसी से यह कम खर्च में आ जाएगी!
- इस करेंसी को आप मार्किट, बिजनेस आदि सब में प्रयोग में ला सकते है!
- यह E-Rupee Digital Currency पूरी तरह से कैशलेस है! इसलिए इसके चोरी होने की संभावना बिल्कुल नहीं रहेगी!
- भारत की यह पहली Digital Currency है! इससे पहले अभी तक कोई डिजिटल करेंसी लॉन्च नहीं हुई है!
- बैंक द्वारा इस Currency को रखने के लिए वॉलेट दिया जाएगा! इसके साथ ही अगर आप इस Currency को अपने Digital Wallet में रखते है! तो आपको ब्याज भी दिया जाएगा!
- वहीँ बात करें ऐसे में आप अपने पैसे मोबाइल एप्प में रखते है! तो आपको किसी भी प्रकार का ब्याज नहीं दिया जाता है!
- इस Currency को आप Person To Person मार्केट बिजनेस आदि सब में प्रयोग में ला सकते है!
- इस करेंसी के कटने फटने के चांस नहीं है! जबकि फिजिकल करेंसी में नोट कुछ समय बाद पुराने हो जाने पर कटने फटने लगते है!
- इस प्रकार से आप E-Rupee Digital Currency का लाभ ले सकते है!
Features of e-RUPI Digital Payment
- यूजर्स इस वाउचर को बिना किसी पेमेंट ऐप, इंटरनेट बैंकिंग या कार्ड के रिडीम कर सकते हैं!
- भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम ने अपने यूपीआई प्लेटफॉर्म पर ई रूपी डिजिटल भुगतान सेवा विकसित की है!
- सहयोगी भागीदार वित्तीय सेवा विभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण हैं!
- इस पहल के माध्यम से सेवाओं के प्रायोजक को लाभार्थियों और सेवा प्रदाताओं के साथ जोड़ा जाएगा। यह कनेक्शन बिना किसी फिजिकल इंटरफेस के डिजिटल तरीके से आयोजित किया जाएगा!
इन बैंकों को मिली है E-Rupee Digital Currency देने की सुविधा
- IDFC Bank
- SBI Bank
- YES Bank
- ICICI Bank
Digital e-Rupee Kaise Use Kare
आप सभी को बता दें! कि Digital Currency को पाना बहुत ही आसान है! यह करेंसी बैंकों से मिलती है! इसके लिए आपको कोई अतिरिक्त राशि जमा नहीं करनी पड़ेगी! जो कि फिजिकल करेंसी की तरह ही होगी! इसमें आपको रुपया बैंक से खरीदना होगा! और Bank आपके मोबाइल वॉलेट में ट्रांसफर कर देगी! उस वॉलेट से आप लेन-देन कर सकते है! यह रुपया एक गोल टोकन के रूप का होगा! जो कागज की नोट के मूल्य के समान होगा! जिसे RBI Bank को जारी करेगी! और आप बैंकों से इसे खरीद सकते है! खरीद कर अपने Mobile Wallet में ट्रांसफर कर सकते है! जिसे आप एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक ट्रांसफर कर सकते है!
RBI का डिजिटल रुपया भारत को बना सकता है इकोनाॅमिक सुपर पाॅवर? अमेरिकी डाॅलर की बादशाहत होगी खत्म!
पहले होलसेल और अब रिटेल सेक्शन (Retail Digital Rupees Trail) की डिजिटल रुपये (Digital Rupees) का ट्रायल शुरू हो गया है। डिजिटल रुपये का जब से ट्रायल शुरू हुआ है तब से कई सवाल भी खूब चर्चा में हैं।
डिजिटल रुपया, डिजिटल रुपया, डिजिटल रुपया. बीते एक महीने से इन दो शब्दों की खूब चर्चा हो रही है। इसकी बड़ी वजह रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की तरफ से पहले होलसेल और अब रिटेल सेक्शन की डिजिटल करेंसी (Digital Currency) का ट्रायल शुरू करना है। डिजिटल करेंसी का जब से ट्रायल शुरू हुआ है तब से कई सवाल भी खूब चर्चा में हैं। जैसे क्रिप्टोकरेंसी क्या है? अगर यूपीआई पेमेंट का अच्छा रिस्पॉस है तो फिर डिजिटल करेंसी की जरूरत क्या है? आइए एक-एक करके इन सवालों के जवाब ढूढते हैं।
क्या क्रिप्टोकरेंसी का विकल्प है डिजिटल रुपया?
प्रोटॉन इंटरनेट एलएलपी के फाउंडर और क्रिप्टोकरेंसी के लेन-देन को करीब से देख रहे शुभम उपाध्याय बताते हैं, “आरबीआई का डिजिटल रुपया और क्रिप्टोकरेंसी दोनों काफी अलग-अलग हैं। क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट करने वाला कोई नहीं है। लेकिन डिजिटल रुपये के हर एक लेन-देन पर आरबीआई की नजर रहेगी। जहां क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग की जा सकती है, वहीं डिजिटल रुपये को आरबीआई जारी करेगा फिर बैंकों के जरिए यह आम-आदमी तक पहुंचेगा। इसलिए डिजिटल रुपये को क्रिप्टोकरेंसी कहना सही नहीं होगा।”
UPI, NEFT के होने पर डिजिटल रुपये की क्या जरूरत?
इस सवाल के जवाब में शुभम कहते हैं, “यूपीआई की सफलता को कोई भी नजरअंदाज नहीं कर सकता है। भारत की इस पेमेंट सर्विस के आगे दुनिया भर के अलग-अलग देशों की पेमेंट सर्विस कमजोर दिखती है। लेकिन इसके बावजूद जिस तरह से जी-20 के डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं 16 देश डिजिटल करेंसी पर काम कर रहे हैं उनके मुकाबले भारत बहुत पीछे नहीं रह सकता था। दूसरी तरफ चीन के कई शहरों में डिजिटल करेंसी का पायलट प्रोजेक्ट सफलता पूर्वक संचालित हो रहा है, ऐसे में भारत अपने पड़ोसी को इस क्षेत्र में खुला मैदान नहीं देना चाहता है।”
साल में दूसरी बार बोनस देने जा रही है कंपनी, इसी सप्ताह है रिकॉर्ड डेट
रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से दुनिया भर के देश यह समझ गए हैं कि वैश्विक स्तर पर व्यापार के लिए डॉलर पर निर्भर नहीं रहा जा सकता है। खासकर अमेरिका ने जिस तरह से रूस के फॉरेक्स रिजर्व को सील किया, उसके बाद से कई देशों के मन में यह संशय खड़ा हो गया है कि अगर यही परिस्थितियां उनके साथ बनीं तो फिर उनकी अर्थव्यवस्था का क्या होगा? दुनिया भर के देशों की इस चिंता को डिजिटल करेंसी कम कर सकता है।
डिजिटल रुपये के जरिए भारत कैसे बन सकता है इकोनॉमिक डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं सुपर पॉवर?
हाल ही में नौ रूसी बैंकों ने रुपये में व्यापार के लिए विशेष वोस्ट्रो खाते खोले हैं। विशेष वोस्ट्रो खाता खोलने के कदम से भारत और रूस के बीच व्यापार के लिए रुपये में भुगतान के निपटान का रास्ता साफ हो गया है। बता दें कि वोस्ट्रो खाता दरअसल ऐसा खाता होता है जो एक बैंक, दूसरे बैंक की तरफ से डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं खोलता या रखता है।
शुभम कहते हैं, “पहले ईरान और अब रूस ने जो रास्ता दिखाया है उसका असर आने वाले दिनों में ये हो सकता है कि भारत अलग-अलग देशों की ट्रेड डील में रुपये में भी लेन-देन का विकल्प जोड़ दे। इससे एक तरफ जहां डॉलर पर हमारी निर्भरता कम होगी। वहीं, दूसरी तरफ एक्सपोर्ट भी बढ़ेगा। यही हमारी अर्थव्यवस्था के लिए बूस्टर डोज साबित हो सकता है। और इस पूरे काम में डिजिटल करेंसी की भूमिका काफी अहम रहेगी, क्योंकि इसी के जरिए लेन-देन आसानी और तेजी के साथ संभव हो सकेगा।”
डिजिटल रुपये को लेकर क्या सोच रहा है RBI?
इसी साल नवबंर में हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक सवाल के जवाब में बताया, “दुनिया बदल रही है, बिजनेस करने का तरीका बदल रहा है, टेक्नोलॉजी बहुत तेजी से बदल रही है। ऐसे में आपको भी समय के साथ तालमेल बनाए रखने की जरूरत है। . नोट को प्रिंट करने में पेपर खरीदना, लॉजिस्टिक, स्टोरेज और फिर उसे छापने पर मेहनत के साथ-साथ पैसा भी खर्च करना पड़ता है। पेपर करेंसी की तुलना में यह कम खर्चीला होगा। यह क्रॉस बॉर्डर ट्रांजैक्शन और पेमेंट के लिए काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक अभी विदेश में पैसा भेजने पर औसतन 6 प्रतिशत शुल्क देना पड़ता है। लेकिन सीबीडीसी के आने डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं से यह खर्च काफी कम हो जाएगा। यह आयात और निर्यात करने वालों के लिए काफी फायदेमंद रहेगा।”
देश में कल से Digital Rupee की होगी शुरुआत, आप कैसे कर पाएंगे इस्तेमाल? क्या हैं इसके फायदे-नुकसान? जानें सबकुछ
आरबीआई के मुताबिक, डिजिटल रुपया एक पेमेंट का मध्यम है, जो सभी नागरिक, बिजनेस, सरकार और अन्य लोगों के लिए एक लीगल टेंडर होगा। इसका मूल्य सेफ स्टोर वाले लीगल टेंडर नोट यानी मौजूदा करेंसी के बराबर ही होगी।
देश में कल यानी 1 दिसंबर से डिजिटल रुपये की शुरुआत हो जाएगी। आरबीआई के मुताबिक, कल रिटेल डिजिटल रुपये को लॉन्च किया जाएगा। 1 नवंबर को आरबीआई ने होलसेल ट्रांजैक्शन के लिए डिजिटल रुपया लॉन्च किया था। और अब सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी रिटेल इस्तेमाल के लिए लॉन्च किया जाएगा। ऐसे डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं में लोगों में इस बात की उत्सुकता है कि आखिर यह डिजिटल रुपया क्या है? इसका इस्तेमाल कैसे किया जाएगा? इसके फायदे और नुकसान किया हैं? आइए इन सवालों के जवाब हम आपको बताते हैं।
डिजिटल रुपया क्या है, ये कैसा होगा?
डिजिटल रुपया एक डिजिटल टोकन की तरह काम करेगा। मतलब यह है कि डिजिटल रुपया आरबीआई की ओर से जारी किए जाने वाले करेंसी नोट का डिजिटल स्वरूप है। इसका इस्तेमाल करेंसी की तरह ही लेन-देन में किया जाएगा। आरबीआई के अनुसार, ई-रुपया का डिस्ट्रीब्यूशन बैंकों के जरिए होगा।
आरबीआई के मुताबिक, डिजिटल रुपया एक पेमेंट का मध्यम है, जो सभी नागरिक, बिजनेस, सरकार और अन्य लोगों के लिए एक लीगल टेंडर होगा। इसका मूल्य सेफ स्टोर वाले लीगल टेंडर नोट यानी मौजूदा करेंसी के बराबर ही होगी।
डिजिटल रुपया रिटेल इस्तेमाल के लिए होगा लॉन्च
आरबीआई के मुताबिक, रिटेल डिजिटल रुपया के पायलट प्रोजेक्ट के दौरान इसके डिस्ट्रीब्यूशन और इस्तेमाल की पूरी प्रक्रिया की टेस्टिंग होगी। जानकारी के अनुसार, शुरुआत में रिटेल डिजिटल रुपया का रोलआउट कुछ चुने हुए लोकेशंस पर ही किया जाएगा।
डिजिटल रुपये का इस्तेमाल आम आदमी कैसे करेगा?
अब सवाल यह है कि आम आदमी डिजिटल रुपया का इस्तेमाल कैसे कर पाएगा। डिजिटिल वॉलेट के माध्यम से व्यक्ति-से-व्यक्ति या व्यक्ति-से-मर्चेंट के बीच लेन-देन किया जा सकेगा। यहां तक कि लोग मोबाइल वॉलेट से भी डिजिटल रुपया से लेन-देन कर सकेंगे। क्यूआर कोड स्कैन करके भी इससे पेमेंट किया जा सकेगा।
डिजिटल रुपये के फायदे क्या हैं?
ऐसा दावा किया जा रहा है कि डिजिटल रुपया डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मदद करेगा। इसके लॉन्च होने से लोगों को अपने पास कैश रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसमें मोबाइल वॉलेट की तरह ही इससे पेमेंट करने की सुविधा दी जाएगी। डिजिटल रुपये को बैंक मनी और कैश में आसानी से बदला जा सकेगा। विदेशों में पैसे ट्रांसफर की लागत में कमी आएगी। ई- रुपया बिना इंटरनेट कनेक्शन के भी काम करेगा।
डिजिटल रुपये का नुकसान क्या हैं?
अब सवाल यह है कि डिजिटल रुपये का नुकसान क्या है? इससे पैसों के लेन-देन से संबंधित प्राइवेसी लगभग खत्म हो जाएगी। कैश की लेन-देन में पहचान गुप्त रहती है, लेकिन डिजिटल ट्रांजैक्शन पर सरकार की नजर रहेगी। साथ ही ई-रुपया पर कोई ब्याज भी नहीं मिलेगा। आरबीआई का कहना है कि अगर डिजिटल रुपया पर ब्याज दिया गया तो यह करेंसी मार्केट में अस्थिरता ला सकता है। लोग अपने सेविंग्स अकाउंट से पैसे निकालकर उसे डिजिटल करेंसी में बदलना शुरू कर देंगे।
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