अब आप ये सोच रहे होंगे ये सेबी क्या है SEBI (security exchange board of India) जैसे की बँको के लिए RBI होता है उसी तरह शेअर मार्केट मे किसी भी इन्वेस्टर के साथ किसी भी तरहका cam ना हो सके इसी कारण से government ने सीबी की स्थापना की भारत मे शेअर मार्केट मे जितने भी स्टॉक एक्सचेंज है ये ऊन सबकि निगरानी करता है. अब हम जानते है NSE BSE मे क्या अंतर होता है

BSE और NSE क्या है इनके बीच अंतर ?

NSE के अनलिस्टेड शेयरों से क्यों बढ़ी बेरुखी! घाटा उठाकर भी शेयर बेचकर निकल रहे हैं FIIs

भले ही NSE के शेयर स्टॉक मार्केट में लिस्ट नहीं हुए हैं, लेकिन ये अनऑफीशियल मार्केट में ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध हैं

NSE Unlisted Share: बीएसई की लिस्टिंग के बाद उम्मीद थी कि NSE के शेयरों की लिस्टिंग भी जल्दी हो सकती है। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। लिहाजा NSE के अनलिस्टेड शेयरों में निवेश करने वाले बड़े विदेशी निवेशक (FII) जल्दी से जल्दी कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बेचकर अब निकलना चाह रहे हैं। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, मॉर्गन स्टैनली (Morgan Stanley) सहित कुछ बड़े विदेशी निवेशक भारत के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज National Stock Exchange (NSE) के अनलिस्टेड शेयर बेचने के लिए खरीदार की तलाश में हैं। इन ट्रांजैक्शंस की जानकारी रखने वाले डीलर्स के हवाले से यह बात सामने आई है।

बीएसई, एनएसई दिवाली पर एक घंटे की विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग करेंगे

"कुछ भी नया शुरू करने बीएसई और एनएसई क्या हैं? के लिए दिवाली को आदर्श समय माना जाता है। बाजार की धारणा काफी सकारात्मक है, जिसमें अधिकांश सेगमेंट में खरीदारी के ऑर्डर हैं। अपस्टॉक्स के निदेशक पुनीत माहेश्वरी ने कहा कि निवेशकों को इस सत्र के दौरान पूरे वर्ष व्यापार से लाभ होने के लिए कहा जाता है।

चूंकि ट्रेडिंग विंडो केवल एक घंटे के लिए खुली होती है, बाजारों को अस्थिर माना जाता है। इसलिए नए व्यापारियों को सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि फोकस प्रॉफिटेबिलिटी पर नहीं हो सकता है, जितना कि इशारा पर हो सकता है।

ट्रेडिंग एक ही समय स्लॉट में इक्विटी, कमोडिटी डेरिवेटिव्स, करेंसी बीएसई और एनएसई क्या हैं? डेरिवेटिव्स, इक्विटी फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस, और सिक्योरिटीज लेंडिंग एंड बॉरोइंग (एसएलबी) जैसे विभिन्न क्षेत्रों में होगी।

2.NSE क्या है

NSE का फुल फॉर्म (National stock exchange) है NSE की स्थापना 1992 मे की गई यह भी मुंबई में स्थित है NSE मे 1600 से भी ज्यादा कंपनीया लिस्टेड है NSE की स्थापना इसलिये की गई. पहिले कोई भी इन्वेस्टर को शेअर्स खरीदना होता था तो उसे शेअर्स आने मे और बेचने मे बहुत दिन या महिने बीत जाते ते इसी कारण से NSE की स्थापना की गई ताकी शेअर मार्केट computerise हो सके और शेअर्स की खरेदी विक्री आसानीसे हो सके अब हम जानते है NSE कैसे काम करता है

NSE कैसे काम करता है

जैसा की हमने उपर बताया BSE मे 5000 कंपनीया लिस्टेड है जैन कंपनीयो के शेअर्स आप खरीद और बेच सकते है. वैसे ही NSE मे 1600 से ज्यादा कंपनिया लिस्टेड है जीन कंपनीयो से आप शेअर्स खरीद सकते है और मार्केट मे बेच सकते है

आपको अगर किसी भी कंपनी का शेअर्स खरीदना होता है तो आप बीएसई और एनएसई क्या हैं? directly ऊस कंपनी से शेअर्स नही खरीद सकते क्युकी. किसी भी कंपनी को आइपीओ लाने से पहले सेबी से अप्रूवल लेना होता है . तब जाके वो कंपनी शेअर मार्केट मे लिस्टेड होती है . तभी आप उस कंपनी केशेअर्स खरीद सकते है .

BSE और NSE क्या है इनके बीच अंतर ?

अगर आप शेअर मार्केट मे लंबे समय तक इन्वेस्ट करते हो तो आपको शेअर मार्केट के ये दो स्टॉक एक्सचेंज मे क्या अंतर है ये जरुर पता होना चाहिये हमने इसके बारे मे step by step नीचे बीएसई और एनएसई क्या हैं? लिखा है आप इसे ध्यानपूर्वक पढे

BSE क्या है इनके बीच अंतर ?

• BSE ये एक एशिया का old स्टॉक एक्सचेंज है जहासे हम शेअर्स खरीद और बेच सकते है

• पुरे वर्ल्ड मे BSE टॉप 10 largest स्टॉक एक्सचेंज हे

• BSE मे 5000 कंपनीया लिस्टेड है

• BSE का market capitalisation 31 मार्च 2020
के अनुसार 113.49 2 trillion dollars है

• BSE का मुख्य इंडेक्स sensex है

• BSE की official website https://www.bseindia.com/

NSE क्या है इनके बीच अंतर ?

• NSE की स्थापना लेट होईल लेकिन पुरा शेअर मार्केट
Computerise हूवा

आईटी शेयरों में लिवाली से झूमा बाजार, सेंसेक्स 54500 के पार

डिंपल अलावाधी

Share Market Today: Sensex Nifty Today

Share Market News Today, 18 July 2022: वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख और आईटी शेयरों में लिवाली की वजह से सोमवार को सेंसेक्स और निफ्टी मजबूती के साथ बंद हुए। 30 शेयरों वाला बीएसई सूचकांक 760.37 अंक (1.41 फीसदी) बढ़कर 54,521.15 पर बंद हुआ। दूसरी ओर एनएसई निफ्टी 229.30 अंक यानी 1.43 फीसदी चढ़कर 16,278.50 के स्तर पर बंद हुआ। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 2,55,37,922.15 करोड़ रुपये हो गया। आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 1,649.36 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे थे।

निफ्टी क्या है?

निफ़्टी NSE का इंडेक्स होता है | इसे nifty50 भी कहते हैं | निफ़्टी का फुल फॉर्म – नेशनल स्टॉक एक्सचेंज फिफ्टी होता है | इसमें अलग-अलग सेक्टर की 50 लार्ज कैप वाली कंपनी शामिल होती है | इस तरह अगर हम NSE मार्केट में इन्वेस्ट करना चाहते हैं, तो हमें NSE का निफ्टी इंडेक्स देखना चाहिए | इसके अलावा NSE बीएसई और एनएसई क्या हैं? में कुछ और इंडेक्स भी होते हैं | जैसे – निफ़्टी 100, निफ़्टी 200, निफ़्टी 500, आदि |

ध्यान दें – सेंसेक्स और निफ्टी में शामिल कंपनी समय के साथ बदलती रहती हैं |

निफ़्टी बीस क्या होता है?

मान लीजिए – आप nifty-50 के सभी कंपनी में इन्वेस्ट करना चाहते हैं | अब ऐसे में आपके पास दो ऑप्शन होते हैं |
पहला – आप इंडिविजुअली nifty-50 के 50 कंपनियों में इन्वेस्ट कर दें | जिसके लिए आपको ज्यादा पैसों की जरूरत होगी |
दूसरा – या फिर आप निफ़्टी बीस में इन्वेस्ट करें इसका फायदा यह होगा कि आप कम पैसों में 50 कंपनियों के इन्वेस्ट कर सकते हैं |

सबसे बड़ा फायदा यह होता है, कि इसमें रिस्क नहीं होता | हम कह सकते कि निफ़्टी बीस रिस्क फ्री होता हैं, और इसमें आपको ज्यादा फाइनेंशियल नॉलेज की भी जरूरत नहीं पड़ती है |

बैंक निफ़्टी क्या होता है?

बैंक निफ्टी को हम निफ़्टी बैंक के नाम से भी जानते हैं | यह बैंकिंग सेक्टर का इंटेक्स होता है | इसमें भारत बीएसई और एनएसई क्या हैं? के लार्ज कैप वाले 12 बैंक शामिल है |

बैंक निफ़्टी में शामिल बैंको के नाम –
HDFC BANK
ICICI BANK
AXIS BANK
STATE BANK OF INDIA
KOTAK MAHINDRA BANK
INDUSIND BANK
BANDHAN BANK
FEDERAL BANK
IDFC FIRST BANK
RBL BANK
BANK OF BARODRA
PUNJAB NATIONAL BANK
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