स्थान- राज्य या राष्ट्रीय नियमों के कारण आपकी लोकेशन आपको कुछ एक्सचेंजों पर क्रिप्टो खरीदने और बेचने से रोक सकती है। जैसे चीन ने नागरिकों के लिए क्रिप्टोकरेंसी खरीदने पर प्रतिबंध लगाया है। संयुक्त राज्य में कुछ राज्यों ने अपने स्वयं के नियम बनाए हैं। जैसे न्यूयॉर्क में एक्सचेंज के लिए बिटलाइसेंस प्राप्त करना आवश्यक है और केवल लाइसेंस प्राप्त कंपनियों को कुछ स्वीकृत सिक्कों की पेशकश करने की अनुमति है। अधिकांश अन्य राज्यों में न्यूयॉर्क की तरह सख्त नियम नहीं हैं।

Binance क्रिप्टो एक्सचेंज पर ED का छापा, 22.82 करोड़ की BitCoin फ्रीज

Crypto News: केंद्रीय जांच एजेंसी एंफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) ने बाईनेंस क्रिप्टो एक्सचेंज (Binance Crypto Exchange) पर कड़ी कार्रवाई की है

Crypto News: केंद्रीय जांच एजेंसी एंफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) ने बाईनेंस क्रिप्टो एक्सचेंज (Binance Crypto Exchange) पर कड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने पीएमएलए,2002 कानून के तहत 22.82 करोड़ रुपये के 150.22 बिटकॉइन (BitCoins) को फ्रीज कर दिया है। ईडी ने यह कार्रवाई एक तलाशी अभियान के बाद की है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक ईडी ने यह अभियान मोबाइल गेमिंग एप्लीकेशन ई-नगेट्स (E-nuggets) से संबंधित जांच के मामले में किया है। इस मामले में पिछले साल फरवरी 2021 में एफआईआर दर्ज हुई था। कोलकाता पुलिस ने आमिर खान और अन्य लोगों पर फेडरल बैंक (Federal Bank) के अधिकारियों की शिकायत पर यह मामला दर्ज किया था। इसके आधार पर ईडी ने कंपनी में मनी लांड्रिंग की जांच शुरू की।

क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज बनाम क्रिप्टोक्यूरेंसी ब्रोकरेज: क्या अंतर है?

बढ़ते क्रिप्टोक्यूरेंसी उद्योग में, ऐसे कई तरीके हैं जिनसे उपयोगकर्ता अपनी डिजिटल संपत्ति खरीद, बेच, हिस्सेदारी या विनिमय कर सकते हैं। आज तक, दो सबसे लोकप्रिय तरीके क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज और क्रिप्टोक्यूरेंसी ब्रोकरेज हैं। वे समान लग सकते हैं, फिर भी वे हैं अलग। क्रिप्टो ब्रोकरेज ग्राहकों और बाजार के बीच मॉडरेट करके अप्रत्यक्ष व्यापार को सक्षम बनाता है। एक क्रिप्टो एक्सचेंज एक मध्यस्थ के रूप में भी कार्य करता है, लेकिन विशेष रूप से व्यापारियों के बीच। हालांकि, यह उससे कहीं अधिक है।

क्रिप्टोक्यूरेंसी ब्रोकरेज और क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या हैं, उनके पेशेवरों और विपक्षों, उनके बीच मुख्य अंतर और उन्हें कैसे पहचानें, यह जानने के लिए आगे पढ़ें। इस लेख के अंत तक, हम आपको दिखाएंगे कि कैसे वह विकल्प खोजें जो आपके लिए सही हो।

क्रिप्टो ब्रोकर - यह क्या है?

क्रिप्टोक्यूरेंसी दलालों का उद्देश्य पारंपरिक दलालों के समान है: वे व्यापारियों और क्रिप्टोक्यूरेंसी बाजार के बीच एक माध्यम के रूप में काम करते हैं, जिससे उन्हें क्रिप्टोकरेंसी खरीदने और बेचने में मदद मिलती है। क्रिप्टो ब्रोकर प्लेटफॉर्म, व्यवसाय या व्यक्ति हो सकते हैं। कुछ परिस्थितियों में, एक क्रिप्टोक्यूरेंसी ब्रोकर व्यापारियों को डेरिवेटिव उत्पाद प्रदान कर सकता है, जिससे उन्हें क्रिप्टोकरेंसी के मूल्य पर व्यापार करने के लिए अनुबंधों में संलग्न होने की अनुमति मिलती है।

क्रिप्टोकरेंसी वाले डेरिवेटिव क्रिप्टोकुरेंसी फ्यूचर्स, क्रिप्टो विकल्प, या ट्रेडिंग सीएफडी का रूप ले सकते हैं।

ट्रेडिंग दर में उतार-चढ़ाव और निवेश दो सबसे आम तरीके हैं जो क्रिप्टो ब्रोकरेज मुनाफे को बढ़ाने की पेशकश करते हैं। फिर भी सबसे लोकप्रिय दृष्टिकोण मूल्य अस्थिरता पर आधारित व्यापार है।

सीधे व्यापार करने के बजाय Bitcoin, altcoins, या कोई भी अन्य क्रिप्टो संपत्ति, अंतर के लिए अनुबंध इसके बजाय उपयोग किए जाते हैं। अंतर के लिए अनुबंध, जिसे सीएफडी के रूप में भी जाना जाता है, एक खरीदार और विक्रेता के बीच एक विशेष संपत्ति के मूल्यांकन में अंतर पर समझौते होते हैं। अंतर्निहित परिसंपत्ति के मूल्य में अंतर अनुबंध के पूरा होने का समय और व्यापार को अंतिम रूप देने का समय अनुबंध का विषय है।

ध्यान दें कि सीएफडी एक अनुबंध समझौते के समान हो सकता है, फिर भी एक महत्वपूर्ण अंतर है। सीएफडी के साथ काम करते समय, विक्रेता को एक विशिष्ट संपत्ति रखने की आवश्यकता नहीं होती है। कहा जा रहा है कि खरीदार के लिए इसकी मांग करना मुश्किल है। विक्रेता। यहां विक्रेता खरीदार को अंतर देता है यदि स्थिति के खुलने और बंद होने के बीच परिसंपत्ति की कीमत बढ़ जाती है। खरीदार विक्रेता को किसी भी कीमत में कटौती के लिए क्षतिपूर्ति करता है।

जैसा कि पहले ही उल्लेख किया गया है, हम क्रिप्टो ब्रोकर का उपयोग करते समय सीएफडी अनुबंधों का आदान-प्रदान करते हैं। हर बार जब हम खरीदते हैं, मान लीजिए, एक बिटकॉइन, हम ब्रोकर के साथ अंतर के लिए एक अनुबंध में प्रवेश करते हैं, यह मानते हुए कि यदि मूल्य बढ़ता है, तो हम लाभ लेते हैं। पर दूसरी ओर, यदि बीटीसी का मूल्य गिरता है, तो हम उस मूल्य अंतर को खो देंगे।

CFD ट्रेडिंग का अर्थ है कि हम क्रिप्टो ब्रोकर से वास्तव में बीटीसी या अन्य क्रिप्टो संपत्तियां न खरीदें।

आइए एक उदाहरण देखें। सुझाव है कि आप एक क्रिप्टो ब्रोकर खाता खोलें, और हम 1,000 अमरीकी डालर जमा करते हैं ताकि हम एक केंद्रीकृत क्रिप्टो एक्सचेंज क्या है? बिटकॉइन बेच सकें। यदि बीटीसी की कीमत गिरती है, तो हम उस अंतर से लाभान्वित हो रहे हैं जिस पर हम व्यापार से बाहर निकलते हैं। तो, एक बार कीमत 1,000 USD से गिरकर, मान लीजिए, 600 USD, हम उस अंतर के कारण 400 USD का लाभ लेते हैं।

अब, आइए एक नज़र डालते हैं कि क्रिप्टो ब्रोकर के पेशेवरों और विपक्ष क्या हैं:

डिजिटल करेंसी: खरीदना चाहते हैं क्रिप्टोकरेंसी? तो जानिए क्रिप्टो एक्सचेंज में क्या एक केंद्रीकृत क्रिप्टो एक्सचेंज क्या है? देखना है जरूरी

आप केवल अपने बैंक या निवेश फर्म से क्रिप्टो नहीं खरीद सकते। बिटक्वाइन, एथेरियम, या कोई अन्य क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए आपको क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर एक खाता बनाना होगा।

क्रिप्टोकरेंसी

अप्रैल में 64,600 अमेरिकी डॉलर (48.5 लाख रुपये) तक पहुंचने के बाद दुनिया की सबसे बड़ी और लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी, बिटक्वाइन की कीमत में भारी गिरावट देखने को मिली है। लेकिन भारत में अचानक क्रिप्टोकरेंसी की चर्चा बढ़ गई है। डिजिटल करेंसी की ट्रेडिंग में लोगों का रुझान बढ़ता जा रहा है। मौजूदा समय में बिटक्वाइन 32,640.73 डॉलर के करीब है। मालूम हो कि बिटक्वाइन क्रिप्टोकरेंसी की ऑलटाइम हाई कीमत 64,829.14 डॉलर रही है।

आप केवल अपने बैंक या निवेश फर्म से क्रिप्टो नहीं खरीद सकते। बिटक्वाइन, एथेरियम, या कोई अन्य क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए आपको क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर एक खाता बनाना होगा। सही क्रिप्टो एक्सचेंज चुनना बेहद अहम है।

क्या है क्रिप्टो एक्सचेंज?
क्रिप्टो एक्सचेंज एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां से आप क्रिप्टोकरेंसी खरीद और बेच सकते हैं। एक्सचेंज उनके द्वारा प्रदान की जाने वाली क्रिप्टोकरेंसी की मौजूदा बाजार कीमतों को दर्शाते हैं। एक्सचेंज के जरिए आप एक क्रिप्टोकरेंसी के बदले दूसरी क्रिप्टोकरेंसी, जैसे बिटक्वाइन के बदले लाइटक्वाइन खरीद सकते हैं या क्रिप्टोकरेंसी को अमेरिकी डॉलर या कियी अन्य मुद्रा से भी खरीद सकते हैं। अपने खाते में पैसे रखने के लिए आप क्रिप्टो को दोबारा डॉलर में भी बदल सकते हैं।

क्रिप्टो एक्सचेंज में क्या देखना जरूरी?

  • स्थान- राज्य या राष्ट्रीय नियमों के कारण आपकी लोकेशन आपको कुछ एक्सचेंजों पर क्रिप्टो खरीदने और बेचने से रोक सकती है। जैसे चीन ने नागरिकों के लिए क्रिप्टोकरेंसी खरीदने पर प्रतिबंध लगाया है। संयुक्त राज्य में कुछ राज्यों ने अपने स्वयं के नियम बनाए हैं। जैसे न्यूयॉर्क में एक्सचेंज के लिए बिटलाइसेंस प्राप्त करना आवश्यक है और केवल लाइसेंस प्राप्त कंपनियों को कुछ स्वीकृत सिक्कों की पेशकश करने की अनुमति है। अधिकांश एक केंद्रीकृत क्रिप्टो एक्सचेंज क्या है? अन्य राज्यों में न्यूयॉर्क की तरह सख्त नियम नहीं हैं।
  • सुरक्षा- क्रिप्टोकरेंसी किसी भी केंद्रीय संस्थान द्वारा समर्थित नहीं है, और आपकी क्रिप्टोकरेंसी होल्डिंग्स बैंक में पैसा या पारंपरिक निवेश की तरह सुरक्षित नहीं हैं। कुछ एक्सचेंज, जैसे क्वाइनबेस और जेमिनी, एफडीआईसी बीमाकृत बैंक खातों में आपके द्वारा रखे गए अमेरिकी डॉलर में शेष राशि रखते हैं। लेकिन एफडीआईसी बीमा क्रिप्टोकरेंसी बैलेंस पर लागू नहीं होती है। क्रिप्टो की सुरक्षा के लिए, कुछ एक्सचेंजों के पास हैकिंग या धोखाधड़ी से एक्सचेंज के भीतर मौजूद डिजिटल मुद्राओं की सुरक्षा के लिए बीमा पॉलिसी होती हैं।
  • फीस- फीस पर विचार करना भी अहम है। एक केंद्रीकृत क्रिप्टो एक्सचेंज क्या है? एक्सचेंज आपके लिए क्रिप्टो खरीदना जितना आसान बनाते हैं, आपको उतने ही अधिक शुल्क का भुगतान करना पड़ सकता है। विनिमय शुल्क एक निश्चित मूल्य हो सकता है, लेकिन अक्सर यह आपके व्यापार का एक फीसदी होता है। कुछ एक्सचेंज, जैसे कैश एप का शुल्क मूल्य अस्थिरता के आधार पर घटता या बढ़ता है। शुल्क अक्सर प्रति लेन-देन के लिए लिया जाता है। यह भिन्न भी हो सकता है। इसलिए यह सुनिश्चित करें कि एक्सचेंज आपके क्रिप्टो लेनदेन के लिए आपसे कैसे और कब चार्ज करता है।
  • लिक्विडिटी- यदि आप अपने क्रिप्टो को खरीदने, बेचने या व्यापार करने की योजना बनाते हैं, तो आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपके द्वारा चुने गए एक्सचेंज में ट्रेड वॉल्यूम हो। इससे आपकी होल्डिंग की लिक्विडिटी पता चलेगी और आप जब चाहें क्रिप्टो बेच सकेंगे। अक्सर, अधिक लोकप्रिय एक्सचेंज वे होते हैं जिनके व्यापार की मात्रा सबसे अधिक होती है।

विस्तार

अप्रैल में 64,600 अमेरिकी डॉलर (48.5 लाख रुपये) तक पहुंचने के बाद दुनिया की सबसे बड़ी और लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी, बिटक्वाइन की कीमत में भारी गिरावट देखने को मिली है। लेकिन भारत में अचानक क्रिप्टोकरेंसी की चर्चा बढ़ गई है। डिजिटल करेंसी की ट्रेडिंग में लोगों का रुझान बढ़ता जा रहा है। मौजूदा समय में बिटक्वाइन 32,640.73 डॉलर के करीब है। मालूम हो कि बिटक्वाइन क्रिप्टोकरेंसी की ऑलटाइम हाई कीमत 64,829.14 डॉलर रही है।

आप केवल अपने बैंक या निवेश फर्म से क्रिप्टो नहीं खरीद सकते। बिटक्वाइन, एथेरियम, या कोई अन्य क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए आपको क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर एक खाता बनाना होगा। सही क्रिप्टो एक्सचेंज चुनना बेहद अहम है।

क्या है क्रिप्टो एक्सचेंज?
क्रिप्टो एक्सचेंज एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां से आप क्रिप्टोकरेंसी खरीद और बेच सकते हैं। एक्सचेंज उनके द्वारा प्रदान की जाने वाली क्रिप्टोकरेंसी की मौजूदा बाजार कीमतों को दर्शाते हैं। एक्सचेंज के जरिए आप एक क्रिप्टोकरेंसी के बदले दूसरी क्रिप्टोकरेंसी, जैसे बिटक्वाइन के बदले लाइटक्वाइन खरीद सकते हैं या क्रिप्टोकरेंसी को अमेरिकी डॉलर या कियी अन्य मुद्रा से भी खरीद सकते हैं। अपने खाते में पैसे रखने के लिए आप क्रिप्टो को दोबारा डॉलर में भी बदल सकते हैं।

क्रिप्टो एक्सचेंज में क्या देखना जरूरी?

    स्थान- राज्य या राष्ट्रीय नियमों के कारण आपकी लोकेशन आपको कुछ एक्सचेंजों पर क्रिप्टो खरीदने और बेचने से रोक सकती है। जैसे चीन ने नागरिकों के लिए क्रिप्टोकरेंसी खरीदने पर प्रतिबंध लगाया है। संयुक्त राज्य में कुछ राज्यों ने अपने स्वयं के नियम बनाए हैं। जैसे न्यूयॉर्क में एक्सचेंज के लिए बिटलाइसेंस प्राप्त करना आवश्यक है और केवल लाइसेंस प्राप्त कंपनियों को कुछ स्वीकृत सिक्कों की पेशकश करने की अनुमति है। अधिकांश अन्य राज्यों में न्यूयॉर्क की तरह सख्त नियम नहीं हैं।

Crypto में करते हैं निवेश तो ध्यान दें! NPCI ने UPI के जरिए क्रिप्टो ट्रांजैक्शन को लेकर कही ये बड़ी बात

Cryptocurrency exchange: NPCI ने स्पष्ट किया कि उन्हें ऐसे किसी क्रिप्टो एक्सचेंज की जानकारी नहीं है, जो ट्रांजैक्शन के लिए UPI का इस्तेमाल करती है.

Cryptocurrency exchange: क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेजों द्वारा ट्रांजैक्शन के लिए UPI एक केंद्रीकृत क्रिप्टो एक्सचेंज क्या है? का इस्तेमाल करने की खबरों पर NPCI ने कहा कि उन्हें ऐसे किसी एक्सचेंज की जानकारी नहीं है, जो UPI का इस्तेमाल करते हैं. नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने गुरुवार को बताया कि उन्हें ट्रांजैक्शन के लिए UPI का इस्तेमाल करने वाले किसी भी वर्चुअल डिजिटल एसेट एक्सचेंज (VDA Exchange) के बारे में जानकारी नहीं है.

एनपीसीआई ने दिया स्पष्टीकरण

NPCI ने एक बयान में कहा कि UPI का इस्तेमाल करके क्रिप्टोकरेंसी की खरीद के बारे कुछ मीडिया ने हाल ही में रिपोर्टस की. इसे लेकर NPCI यह स्पष्ट करना चाहता है कि हमें UPI का इस्तेमाल करने वाले किसी भी क्रिप्टो एक्सचेंज (Cryptocurrency exchanges) के बारे में कोई जानकारी नहीं है.

Statement by NPCI as on 7th April 2022. With reference to some recent media reports around the purchase of Cryptocurrencies using UPI, National Payments Corporation of India would like to clarify that we are not aware of any crypto exchange using UPI. Please see attached document pic.twitter.com/lGTcaSLKeC

— NPCI (@NPCI_NPCI) April 7, 2022


एनपीसीआई भारत में रिटेल पेमेंट और सैटलमेंट सिस्टम के ऑपरेशन के लिए एक अम्ब्रेला संगठन है.

क्रिप्टो पर लगा है 30 फीसदी टैक्स

एक अधिकारी ने बताया कि आयकर विभाग क्रिप्टो एक्सचेजों (Cryptocurrency exchanges) के हर ट्रांजैक्शन पर कड़ी नजर बनाए हुए है. यूनियन बजट 2022 में वित्त मंत्रालय ने क्रिप्टो पर 30 फीसदी टैक्स को प्रस्तावित किया गया था, जो कि 1 अप्रैल, 2022 से लागू है. उन्होंने बताया कि आयकर अधिकारियों को केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) द्वारा ऐसा करने का निर्देश दिया गया है.

देश में हैं 40 क्रिप्टो एक्सचेंज

वित्त मंत्रालय के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि हमारे अधिकारी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेजों पर कड़ी नजर रखेंगे. इकी संख्या लगभग 40 है, जहां बिटकॉइन, एथेरियम (Bitcoin, Etherium) जैसे प्रमुख सिक्कों में लेनदेन चल रहा है.

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अधिकारियों ने बताया कि इन 40 क्रिप्टो एक्सचेजों में से 10 प्रमुख रूप से क्रिप्टोकरेंसी की सेल और पर्चेज में काम कर रहे हैं, जिनका कारोबार 34,000 करोड़ रुपये से 1 ट्रिलियन रुपये के बीच है.

उन्होंने बताया कि क्रिप्टो एक्सचेजों के अलावा आईटी अधिकारी रिपोर्टिंग संस्थाओं के माध्यम से क्रिप्टो के ट्रांजैक्शन को भी ट्रैक करेंगे. अधिकारी ने कहा कि 1 जुलाई, 2022 तक, जब विभाग क्रिप्टो ट्रांजैक्शन पर 1 फीसदी TDS काटना शुरू करेगा, तो विभाग के लिए क्रिप्टो ट्रांजैक्शन को ट्रैक करना आसान हो जाएगा.

सीबीआईसी ने क्रिप्टो एक्सचेंज से जानकारी मांगी

केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) ने भारत के शीर्ष क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों से डिजिटल परिसंपत्तियों, मूल्यांकन आदि का पूरा ब्योरा मांगा है। सीबीआईसी ने डिजिटल सिक्कों के प्रकार, खरीद-फरोख्त वाले टोकन, उनका मूल्यांकन और उन्हें किस प्रकार विभाजित किया जाता है आदि से संबंधित जानकारी मांगी है।

सीबीआईसी क्रिप्टो परिसंपत्तियों को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाना चाहता है। वह क्रिप्टो परिसंपत्ति वर्ग की परिभाषा और वर्गीकरण पर काम कर रहा है ताकि हरेक लेनदेन मूल्य पर कर देयता का निर्धारण हो सके।

इस मामले से अवगत एक वरिष्ठ अधिकारी ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा, 'हमने पूरे परिसंपत्ति वर्ग के संबंध में विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श के लिए क्रिप्टो एक्सचेंजों के साथ कई बैठकें की हैं। हमने खरीद-फरोख्त में शामिल विभिन्न क्रिप्टो उत्पादों पर एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इसमें लेनदेन शुल्क और उसकी गणना के तरीके के बारे में भी जानकारी देने के लिए कहा गया है।'

अधिकारी ने कहा कि इन डिजिटल उत्पादों के मूल्य एवं लेनदेन के बारे में स्पष्टता से पता लगेगा कि उसके साथ कैसा व्यवहार होना चाहिए और उसे जीएसटी व्यवस्था में किस प्रकार समाहित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इससे यह भी निर्धारित करना आसान होगा कि क्रिप्टो उत्पादों पर कर की दरें क्या होनी चाहिए।

क्रिप्टो एक्सचेंजों को इसी महीने ब्योरा देने को कहा गया है। जीएसटी आमतौर पर मार्जिन, सेवा पर देय होता है, न कि पूरे मूल्य पर। सीबीआईसी प्रत्येक क्रिप्टो उत्पाद (सिक्के एवं टोकन) के मूल्य की जांच कर रहा है और यह देखने की कोशिश कर रहा है कि उसका लेनदेन किस प्रकार होता है। यह भी आकलन किया जा रहा है कि परिसंपत्ति वर्ग के पूरे मूल्य को कर के दायरे में लाया जाए अथवा नहीं।

डेलॉयट के पार्टनर एमएस मणि ने कहा, 'विभिन्न क्रिप्टो लेनदेन का वर्गीकरण और उसकी कर देयता निर्धारित करना आवश्यक है क्योंकि यह उद्योग विभिन्न अधिकारियों की अलग-अलग व्याख्या पर निर्भर है। आयकर के लिहाज से भी इन व्याख्याओं में सामंजस्य स्थापित करने की आवश्यकता है।'

गौरतलब है कि क्रिप्टोकरेंसी बाजार में कई प्रकार के टोकन चलन में हैं। इनमें सबसे आम यूटिलिटी और भुगतान टोकन हैं। इनके लिए न तो कोई निवेश किया गया और न ही किसी विनियमन द्वारा गारंटी दी गई है।

फिलहाल क्रिप्टो एक्सचेंजों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवा पर 18 फीसदी जीएसटी लगाया गया है और इसे वित्तीय सेवाओं के रूप में वर्गीकृत किया गया है।

इस बीच, आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओईसीडी) ने क्रिप्टो ऐसेट रिपोर्टिंग फ्रेमवर्क (सीएआरएफ) तैयार किया है। केंद्र सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी को प्रत्यक्ष कर प्रणाली के तहत वर्चुअल डिजिटल परिसंपत्ति के तौर पर परिभाषित किया है।

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