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World Largest Share Market: यह हैं दुनिया के सबसे बड़े शेयर बाजार… देखें कहां है, भारत का स्थान

World Largest Share Market

World Largest Share Market: शेयर मार्केट के बारे में तो आप सभी ने सुना होगा और हो सकता है, कि आप में से कुछ लोग शेयर मार्केट में पैसा भी लगाते हों। लेकिन क्या आपको पता है, कि दुनिया के सबसे बड़े शेयर बाजार कहां हैं। अथवा किस देश में है, तथा इनका बाजार पूंजीकरण कितना है। तथा भारत के क्षेत्र में क्या स्थिति है? संभव है, कि इन सभी प्रश्नों का उत्तर आपके पास ना हो तो आज हम आपको इन सभी प्रश्नों का उत्तर देने वाले हैं।

पहले स्थान पर है, अमेरिका

अगर बात दुनिया के सबसे बड़े शेयर बाजार के रूप में की जाए। तो अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा शेयर बाजार वाला देश बन कर सामने आता है। क्योंकि अमेरिका के शेयर बाजार का बाजार पूंजीकरण अर्थात अमेरिका की कंपनियों में मौजूद शेयरों के कुल बाजार मूल्य 460.1 खरब डालर में है।

आप अंदाजा लगा सकते हैं, कि यह कीमत कितनी बड़ी है। और इस प्रकार अमेरिका देश दुनिया का सबसे बड़ा शेयर बाजार वाला देश है।

दूसरे नंबर पर शेयर बाजार की खबर कहां देखें? है, चीन

World Largest Share Market भारत का पड़ोसी देश चीन कई मायनों में दुनिया में विख्यात है। चाहे वह इसका सैन्य सशक्तिकरण का मामला हो, चाहे इसका आर्थिक मामला हो, आर्थिक क्षेत्र में शेयर बाजार में चीन का क्या रुतबा है। इसके बारे में आपको शायद जानकारी ना हो तो मैं आपको बता दूं। कि शेयर बाजार के हिसाब से चीन दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है। और चीन के शेयर बाजार की कंपनियों में मौजूदा शेयरों का कुल बाजार मूल्य 113.1 खरब डालर है।

तीसरे नंबर पर आता है, जापान

World Largest Share Market इस सूची के तीसरे सबसे बड़े देश की बात करते हैं। यह देश है, जापान,आपको बता दें, कि जापान की शेयर मार्केट की कंपनियों के मौजूदा शेरों का कुल मूल्य 57.8 खरब डालर है। इस प्रकार जापान दुनिया के बड़े शेयर बाजारों में से तीसरे नंबर पर आता है।

चौथे नंबर पर है, हांगकांग

हांगकांग के बारे में आप अवश्य जानते होंगे। और इसके बारे में आपने फिल्मों में भी बहुत सुना होगा। लेकिन शेयर मार्केट के क्षेत्र में हांगकांग की क्या स्थिति है। इससे शायद आप अब तक अनजान होंगे। लेकिन मैं आपको बता दूं कि दुनिया के बड़े शेयर बाजार के रूप में जाने, जाने वाले देशों में चौथा बड़ा देश है। अगर बात इस देश के शेयर कंपनियों में मौजूद शेयरों के कुल बाजार मूल्य की करें तो वह वर्तमान में 55 खरब डालर है।

पांचवे नंबर पर है सऊदी अरब

अब बात करते हैं, अपने प्यारे देश भारत की, भारत के बारे में आप सब बहुत कुछ जानते होंगे। लेकिन शायद आप यह ना जानते हो। कि दुनिया के बड़े शेयर बाजारों के रूप में भारत की गिनती किस नंबर पर की जाती है। तो आपको बता दें, कि भारत दुनिया के बड़े शेयर बाजार के रूप में जाने, जाने वाले देशों में छठा सबसे बड़ा देश है। और भारत के शेयर मार्केट में मौजूदा शेयरों का इस समय कुल बाजार मूल्य 31.6 खरब डालर है। इस प्रकार अपना देश भारत इस सूची में छठे नंबर पर आता है।
इस सूची का अगला देश ब्रिटेन है। ब्रिटेन की कंपनियों में मौजूद शेयरों का कुल बाजार मूल्य 31.1 खरब डॉलर है।

शेयर मार्केट का चार्ट कैसे देखते है? How To Read The Chart Of Share Market?

शेयर मार्केट का चार्ट कैसे देखते है? How To Read The Chart Of Share Market? Chart देखने के लिए प्लेटफार्म, कैंडल को समझना, Bullish Candle, Bearish Candle, Candlestick Pattern, Major Reversal Patterns, Continuation Pattern, Moving Average

साथियों, यह प्रश्न अक्सर नए निवेशकों द्वारा पूछा जाता है जो हाल में Share Market में Entry ले ली है पर उसके बारे में मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है की शेयर मार्केट का चार्ट कैसे देखें? उन्हें इसके बारे में पता नहीं होता है कि किस तरह से चार्ट को रीड करें और उसमें निवेश करें। अगर देखा जाए तो चार्ट को समझना बहुत ही आवश्यक है। क्योंकि चार्ट को बिना समझे निवेश करना बिना युद्ध कला के ज्ञान के किसी बड़े योद्धा से लड़ने के बराबर है। इसीलिए शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए आप कुछ शेयर मार्केट को समझना बहुत जरूरी है। इसके बारे में बात करेंगे।

शेयर मार्केट का चार्ट कैसे देखते है? How To Read The Chart Of Share Market?

शेयर बाजार का चार्ट देखने के लिए और समझने के लिए सबसे महत्वपूर्ण यह है कि आपको एक ऐसा प्लेटफार्म चाहिए जहां पर चार्ट को अच्छे से Present किया जाए क्योंकि चार्ट को Read करने से पहले आपके पास वह चार्ट होना बहुत ही आवश्यक है। इसके बाद जब आपके पास चार्ट उपलब्ध है तो आप चार्ट के छोटे इकाई कैंडल को समझना शुरू कीजिए। जब आपको कैंडल समझ में आ जाए और यह भी समझ में आ जाए कि किस तरह से चाट बनता है तो टेक्निकल एनालिसिस का इस्तेमाल करके चार्ट को एनालाइज करना शुरू कीजिए की चार्ट किसी Specific Point से ऊपर जाएगा या फिर नीचे। इन सभी चीजों के बारे में हमने नीचे स्टेप में बताया है, जिसे आप अच्छे से पढ़ सकते हैं।

शेयर मार्केट का चार्ट कैसे देखते है?

Chart देखने के लिए प्लेटफार्म: शेयर मार्केट का चार्ट देखने के लिए आपको सबसे पहले कोई ऐसा प्लेटफार्म चाहिए जहां पर आप चार्ट देख पाए। मैं जो प्लेटफार्म यूज करता हूं और आप सभी को भी रेकमेंड करता हूं वह है tradingview.com यहां पर आप बहुत ही अच्छे तरह से चार्ट को देख पाएंगे और एनालाइज कर पाएंगे।

कैंडल को समझना: आप यह जरूर जानते होंगे की किसी चार्ट को पढ़ने से पहले हमें कैंडल को समझना बहुत ही जरूरी है क्योंकि कैंडल चार्ट की सबसे छोटी इकाई है। छोटे-छोटे कैंडल को मिलाकर एक चार्ट का निर्माण होता है। आपको यह बता दे कि कैंडल दो तरह की होती है- 1. Bullish Candle 2. Bearish Candle

Bullish Candle: बुलिश कैंडल सामान्यतः हरी और सफेद रंग की होती है, यह तेजी को दर्शाती है, इसके चार प्रमुख भाग होते हैं Open, Close, Low & High.

Bearish Candle: बियरिश कैंडल सामान्यतः लाल और काली रंग की होती है, यह मंदी को दर्शाती है, इसके चार प्रमुख भाग होते हैं Open, Close, Low & High.

Candlestick Pattern: जब आप कैंडल के बारे में अच्छे से जान और समझ लेते है तो अब आप कैंडलस्टिक पैटर्न के बारे सीखना बहुत आवश्यक है। कैंडलस्टिक पैटर्न बहुत तरह के होते है इसका प्रयोग कर आप शेयर में सबसे पहले एंट्र, एग्जिट, स्टॉपलॉस और टारगेट का अनुमान लगा सकते है।

Major Reversal Patterns: जब आप चार्ट के बारे में बेसिक तरह से रीड करना आ जाये चार्ट अलग अलग टाइम फ्रेम में मेजर रेवेर्सल पैटर्न ढूंढ़ सकते है। इसमें प्रमुख रूप से हेड एंड शोल्डर्स पैटर्न, इनवर्स हेड एंड शोल्डर्स पैटर्न, डबल टॉप और डबल बॉटम पैटर्न आते है।

Continuation Pattern: इस चार्ट पैटर्न में same ट्रेंड को continue किया जाता है। इसमें मुख्य रूप से ट्रैंगुलर, रेक्टंगुलर और फ्लैग एंड पोल चार्ट पैटर्न आते है।

Moving Average: यह एक अच्छा इंडिकेटर है जो अपने पिछले चाल का एवरेज को दर्शाता है। इसमें 50 मूविंग एवरेज, 200 मूविंग एवरेज प्रमुख है।

ऊपर दी गई सभी जानकारियों के आधार पर आप शेयर मार्केट में चार्ट का एनालिसिस कर पाएंगे। इसके लिए प्रमुख रूप से आपको बहुत ही ज्यादा प्रैक्टिस की जरूरत होती है। इसमें हमने कुछ प्रमुख चीजों के बारे में बात किया है। जब आप इतना सीख लेते हैं तो इसके बाद आप चार्ट का एनालिसिस आसानी से कर पाएंगे।

शेयर बाज़ार का चार्ट किस तरह देखते है? FAQ

आर्टिकल के इस भाग में हम कुछ इस आर्टिकल से जुड़ी महत्वपूर्ण सवालों के जवाब जो कुछ नए Investors के मन में अक्षर चल रहे होते है जिसका जवाब शेयर बाजार की खबर कहां देखें? मैंने निचे निम्नलिखित प्रकार दर्ज किया है।

क्या शेयर मार्केट से पैसा कमाना संभव है?

Ans. हाँ, परन्तु इसके लिए आपको शेयर को एनालाइज करने का टेक्निकल तथा फंडामेंटल तरीका सीखना होगा।

शेयर बाजार का Chart देखने के लिए कौन से प्लेटफार्म का उपयोग करें?

Ans. Basically, शेयर बाज़ार का Chart देखने के लिए Trending View.in Website का उपयोग करके हम आसानी से शेयर मार्किट का Chart देख सकते है।

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मेरा नाम Prabhat Kumar Sharma हैं। मुझे लिखना बहुत पसंद है और मुझे Share Market, Cryptocurrency और Business की बहुत अच्छी और गहरी जानकारी है। मैं इस Blog के माध्यम से इस टॉपिक से जुड़े आपके कठिन से कठिन प्रश्नो को एक बेहतरीन और आसान तरीके से लिखकर बताने का प्रयास करता हूँ।

Paytm Share Buyback में फंसा पेंच, अब कंपनी खरीदेगी अपने शेयर या फेल हो जाएगा ये प्लान?

Paytm Share Buyback में फंसा पेंच, अब कंपनी खरीदेगी अपने शेयर या फेल हो जाएगा ये प्लान?

पेटीएम अपने ही शेयर बायबैक करने वाली है. कंपनी के पास करीब 9,182 करोड़ रुपये की लिक्विडिटी है. इसी बीच खबर आ रही है कि बायबैक के लिए आईपीओ से मिले पैसों का इस्तेमाल नहीं हो सकता है.

हाल ही में खबर आई थी कि पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशन लिमिडेट (One 97 Communications Ltd) जल्द ही अपने शेयर बायबैक (Share Buyback Offer) करने की योजना बना रही है. अब खबर ये आ रही है कि कंपनी ऐसा नहीं कर सकती है. पेटीएम के नतीजों के अनुसार उसके पास करीब 9,182 करोड़ रुपये की लिक्विडिटी है. बायबैक की खबर आने के बाद पेटीएम के शेयरों में उछाल देखने को मिला, लेकिन अब मामले में ट्विस्ट आ गया है. बताया जा रहा है कि नियमों के मुताबिक कंपनी पेटीएम के आईपीओ से मिली रकम का इस्तेमाल शेयर बायबैक करने के लिए नहीं कर सकती है. इसके लिए कंपनी को अपनी नकदी का इस्तेमाल करना होगा. ऐसे में अब सवाल ये है कि पेटीएम शेयर बायबैक करेगा या ये प्लान फेल हो जाएगा? अगर शेयर बायबैक होगा तो उसके लिए कंपनी पैसे कहां से लाएगी?

13 दिसंबर को लिया जाएगा फाइनल डिसीजन

 Paytm  के शेयर बायबैक करने के प्रस्ताव को लेकर 13 दिसंबर को कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक होने वाली है. पिछले गुरुवार को कंपनी ने बायबैक के बारे में शेयर बाजार को सूचना दी थी. उसके अनुसार कंपनी की लिक्विडिटी को देखते हुए बायबैक से कंपनी के शेयरहोल्डर्स को फायदा होगा. हालांकि, शेयर बायबैक होगा या नहीं और अगर होगा तो कैसे होगा, इसका फैसला 13 दिसंबर की बैठक में किया जाएगा.

शेयर बायबैक में नियम आ सकते हैं आड़े

पेटीएम अगर शेयर बायबैक करना चाहती है तो नियम के अनुसार वह अपनी नकदी का इस्तेमाल करेगी. इसके लिए कंपनी आईपीओ से मिले पैसों का इस्तेमाल नहीं कर सकती है. नियम के मुताबिक आईपीओ से मिले पैसों का इस्तमेाल केवल उसी काम के लिए किया जा सकता है, जिसके मकसद से आईपीओ लाया गया था. शेयर बाजार नियामक सेबी की तरफ से इसकी निगरानी की जाती है. आईपीओ लाने से पहले कंपनी के पास जो लिक्विडिटी थी, उससे कंपनी शेयर बायबैक कर सकती है.

कितने शेयर बायबैक कर रही है कंपनी?

पेटीएम के पास अभी करीब 9,182 करोड़ रुपये की लिक्विडिटी है. अब कंपनी पूरी तरह से भुगतान किए गए इक्विटी शेयरों के बायबैक पर विचार कर रही है. कंपनी का मानना है कि पेटीएम की लिक्विडिटी और मौजूदा वित्तीय स्थिति को देखते हुए बायबैक का फैसला कंपनी के शेयरधारकों के लिए फायदेमंद हो सकता है.

क्या होता है शेयर बायबैक?

शेयर बायबैक वह प्रक्रिया होती है, जिसके तहत कोई कंपनी अपने ही शेयर्स को पब्लिक से वापस खरीद लेती है. इसके लिए कंपनी अपने शेयर की कीमत पर कुछ प्रीमियम भी चुकाती है. शेयर बायबैक के जरिए कंपनी खुद में ही री-इन्वेस्ट करती है. जब कंपनी शेयर बायबैक करती है तो फिर बाजार में उसके आउटस्टैंडिंग शेयरों की संख्या कम हो जाती है.

आखिर कंपनियां बायबैक क्यों करती हैं शेयर?

बायबैक की बात सुनकर हर कोई ये सोचता है कि आखिर कंपनियां अपने ही शेयर को वापस क्यों खरीदती हैं. कई बार अगर कंपनी के पास अतिरिक्त कैश हो जाता है और वह उसे किसी दूसरे प्रोजेक्ट में नहीं लगा पाती हैं तो वह शेयर बायबैक कर लेती हैं. इस तरह कंपनी अतिरिक्त कैश को खुद में ही निवेश कर देती हैं. अगर किसी कंपनी के पास अधिक नकदी होती है तो वह बैलेंस शीट में भी दिखती है और नकदी पड़े रहना अच्छा नहीं माना जाता है. ऐसे में कंपनियां उस नकदी का इस्तेमाल शेयर बायबैक कर के कर लेती हैं. कई बार कंपनियों को लगता है कि उनके शेयर की कीमत कम आंकी गई है, तो भी वह शेयर बायबैक कर लेती हैं, जिससे शेयरों की वैल्यू बढ़ जाती है. इससे निवेशकों में भी एक भरोसा पैदा होता है कि कंपनी की वित्तीय हालत अच्छी है, जिससे कंपनी के शेयरों की मांग बढ़ती है, जो उसकी कीमत को बढ़ाती है.

निवेशकों को क्या फायदा?

जैसा कि शेयर बायबैक कुछ प्रीमियम पर होता है तो निवेशकों को इसका तो फायदा होता ही है. हालांकि, अगर आपने लंबे वक्त के हिसाब से पैसा लगाया है तो आपको बायबैक में शेयर नहीं बेचने चाहिए. उम्मीद होती है कि भविष्य में कंपनी और बेहतर प्रदर्शन करेगी और ज्यादा रिटर्न देगी. वहीं अगर आपने छोटी अवधि के लिए निवेश किया है तो बेचकर मुनाफा कमा लेना चाहिए. वहीं अगर आपको लगे कि कंपनी का शेयर ओवरवैल्यूड है तो भी आपको शेयर बेचकर निकल जाना चाहिए. जो लोग सिर्फ ट्रेडिंग के मकसद से शेयर खरीदते हैं, उनके लिए तो यह मौका किसी गोल्डन चांस जैसा होता है.

पेटीएम ने डुबाए निवेशकों के पैसे

15 नवंबर 2021 को पेटीएम का आईपीओ आया था. यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा आईपीओ था, जिसे महाआईपीओ कहा गया था. आईपीओ के तहत पेटीएम के शेयर की कीमत 2150 रुपये थी, लेकिन उसके बाद से गिरते-गिरते कंपनी के शेयर एक चौथाई के करीब आ चुके हैं. अभी पेटीएम का शेयर करीब 530 रुपये के करीब आ चुका है. सॉफ्टबैंक ने भी हाल ही में पेटीएम के करीब 200 मिलियन डॉलर यानी लगभग 1630 करोड़ रुपये के शेयर बेचने का फैसला किया था. इसके बाद तो कंपनी के शेयर बुरी तरह टूटे थे.

क्या रहे दूसरी तिमाही के नतीजे?

पेटीएम के शेयरों में गिरावट का दौर शुरू हुआ 7 नवंबर से, जब कंपनी के तिमाही नतीजे सार्वजनिक हुए. जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी का घाटा बढ़कर 571.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले साल इसी तिमाही में 474.5 करोड़ रुपये था. वहीं अगर तिमाही आधार पर देखें तो कंपनी का घाटा कम हुआ है. जून तिमाही में पेटीएम का घाटा 645.4 करोड़ रुपये था. हालांकि, दूसरी तिमाही में पेटीएम का रेवेन्यू करीब 76.2 फीसदी बढ़ा था और 1914 करोड़ रुपये हो गया. यह पिछले साल 1086 करोड़ रुपये था. कमाई बढ़ने की वजहों में मर्चेंट सब्सक्रिप्शन रेवेन्यू, मंथली ट्रांजेक्शन यूजर्स की संख्या में बढ़ोतरी से बिल पेमेंट में उछाल और लोन डिसबर्समेंट में मजबूत ग्रोथ शामिल हैं.

Stock Market: नए साल में बाजार से पैसा बनेगा या नहीं? मार्केट एक्सपर्ट से समझिए कमाई के मामले में कैसा रहेगा 2023

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Market Outlook in 2023: ग्लोबल मंदी और छंटनी के बीच नए साल में शेयर बाजार की चाल (Share Markets in 2023) कैसी रह सकती है? बाजार को कौन से फैक्टर्स प्रभावित कर सकते हैं? और निवेशकों के फायदे की खबर कौन सी रहेगी, कहां कमाई होगी? इन सभी सवालों को लेकर Zee Business के मैनेजिंग एडिटर और मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने Kotok MF के सीनियर एक्जिक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट पंकज टिबरेवाल से बात की. 'मार्केट आउटलुक 2023' की इस सीरीज में जानिए नए साल में बाजार को लेकर कौन से फैक्टर्स आपको दिमाग में रखने होंगे. पंकज टिबरेवाल ने बाजार में कमाई को लेकर भी बहुत अहम सलाह दी है. अगर आप बाजार में निवेश करते हैं या फिर करने का मन बना रहे हैं तो आपको ये जरूर जानना चाहिए कि ऐसे माहौल में किन उम्मीदों के साथ निवेश करना चाहिए.

बाजार को लेकर अगले साल का क्या व्यू बन रहा है? (Share Markets Outlook 2023)

अगले साल के आउटलुक को देखें तो 2-3 चीजें देखनी होंगी. वैश्विक स्तर पर ग्रोथ बड़ा चैलेंज रहेगा. ऐसा अनुमान है कि अगले ग्लोबल जीडीपी 2.1-2.3% के बीच बढ़ोतरी दर्ज करेगा. अगर ऐसा रहा तो ऐसी कमजोर वृद्धि दर्ज करने वाला आठवां साल रहेगा. वहीं, अगर महामारी को हटा दिया जाए तो यह कुछ सबसे खराब सालों में होगा.

दूसरा ग्लोबल इंफ्लेशन पीक कर गया है, कार सेल्स गिर गया है, रियल एस्टेट सेल गिरा है और फर्टिलाइजर प्राइसेज इस साल मार्च से करीब 40 फीसदी नीचे आए है. एनर्जी कॉस्ट नीचे आया है. तो इन फैक्टर्स के चलते महंगाई दर पीक पर है औरयहां से इसे नीचे आना चाहिए. दुनिया भर के सेंट्रल बैंक ब्याज दरों में एक और बढ़ोतरी करके पॉलिसी को स्थिर कर सकते हैं.

भारत में आंत्रप्रेन्योर्स के बीच बहुत उत्साह दिख रहा है. सरकार ने भी पिछले दो-तीन सालों में जो कदम उठाए हैं, उसके चलते अच्छे नतीजे दिख रहे हैं. कल के जो महंगाई के आंकड़े आए हैं, उसे देखकर कह सकते हैं कि देश में महंगाई अब नीचे आ रही है. ऐसा लग रहा है कि रूरल में रिकवरी आ रही है. रोजगारी बढ़ रही है और कंजम्प्शन आने वाले सालों में बढ़ सकता है.

नया पैसा लगाने का मौका कब मिलेगा? (Where to invest in 2023?)

मार्केट में टाइमिंग करना बहुत मुश्किल है. पंकज टिबरेवाल ने कहा कि रिस्क रिवॉर्ड में बैलेंस है. अगर किसी के पोर्टफोलियो में इक्विटी ज्यादा है, तो इसे कम करिए. इक्विटी अगर अंडरवेट है तो इसे बराबर वेट में ला शेयर बाजार की खबर कहां देखें? सकते हैं. रिटर्न की उम्मीद थोड़ी नरम रखिए, अर्निंग थोड़ी सबड्यूड रह सकती है. आपके लिए सलाह है कि आप इस बाजार में कम वक्त में जल्दी रिटर्न के शेयर बाजार की खबर कहां देखें? साथ पैसा न लगाएं, आपको निराशा हाथ लग सकती है. छह-महीने एक साल में प्रॉफिट की उम्मीद से बेहतर है कि आप 4-5 सालों के रिटर्न के लिए निवेश करें.

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