मंदी की मार ने दे दिये उच्च संभावना ट्रेडिंग रणनीतियाँ कालाबाज़ारी कष्ट अपार

मंदी ..मंदी ..मंदी . यह लफ लाखों लोगों के दिमाग का दही बना रहा है।ोब ली-मन ब्रदर्स सहित कई अमेरिकी वित्तीय कंपनियाँ वर्ल्ड ट्रेड सेंटर कीोुड़वाँ इमारतों की तरह ढहीं तो भारतीय समझ रहे थे इसका शोर उन.

 मंदी की मार ने दे दिये कष्ट अपार

मंदी ..मंदी ..मंदी . यह लफ लाखों लोगों के दिमाग का दही बना रहा है।ोब ली-मन ब्रदर्स उच्च संभावना ट्रेडिंग रणनीतियाँ कालाबाज़ारी सहित कई अमेरिकी वित्तीय कंपनियाँ वर्ल्ड ट्रेड सेंटर कीोुड़वाँ इमारतों की तरह ढहीं तो भारतीय समझ रहे थे इसका शोर उन तक नहीं पहुँचेगा। लेकिन, अबोब भारतीय शेयर बार का सेंसेक्स बेरुकावट नीचे की ओर फिसल रहा है तो इसमें पूँाी तक लुटा चुके लाखों लोग तनाव की चपेट में आ रहे हैं।कास्ट कटिंग और नौकरियाँोाने ौसी खबरं हॉरर मूवी की तरह लग रही हैं। लोग तनाव में हैं, चिड़चिड़े हो रहे हैं, उन्हें भविष्य की चिंता डस रही है। यह आलम सिर्फ मुम्बई, दिल्ली ौसे महानगरों में ही नहीं लखनऊ ौसे उभरते आर्थिक केंद्र में भी है। भारी आर्थिक नुकसान सहने वाले तो गुमसुम सूरत लिए डिप्रेसन की चपेट में आ गए हैं।ड्ढr छत्रपति शाहूोी महाराा चिकित्सा विश्वविद्यालय के मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. हराीत सिंह का कहना है कि लखनऊ में ऐसे हाारों लोग हैंोो शेयरों की खरीद-फरोख्त के कारोबार सेोुड़े हैं। बार में निवेश करने वालों की संख्या भी बड़ी है। बार गिरने से कई परिवारों में दाना-पानी मुश्किल हो गया है। ऐसे लोग तनाव और डिप्रेशन की चपेट में हैं। अभी तकोो निवेशक काउंसिलिंग के लिए अस्पताल आ रहे हैं उनमें चिड़चिड़ापन, निराशा, उलझन, कहीं मन न लगना, किसी से बातचीत न करना औरोीवन के प्रति असुरक्षा की भावना बनोाना शामिल है। कुछ ने आत्महत्या की भावना मन में आने की बात कही है।ड्ढr विवेकानंद अस्पताल के मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. मनु लाल बताते हैं कि उनके पास एक ऐसा मरीा आयाोिसे शेयर बार में 30 लाख रुपए का घाटा हो गया। इससे परिवार में कोहराम मच गया और पति-पत्नी के बीच तलाक की नौबत आ गई। ऐसे लोगोिन्होंने अपनी पूँाी का 80-0 प्रतिशत से अधिक शेयर बार में लगा रखा था वह सबसे अधिक परशान है। डॉ. मनु का कहना है कि ऐसे लोगों को यदि चिड़चिड़ाहट हो, नींद न आए, भोन का मन न कर तो मानसिक रोग विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लेनी चाहिए। इस बाबत डॉ. मनु के नम्बर पर भी फोन कर सलाह लीोा सकती है।

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 मंदी की मार ने दे दिये कष्ट अपार

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