देश के पास ज्यादातर विदेशी मुद्रा भंडार, विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति(FCA) के रूप में ही होता है। यह परिसंपत्तियां एक या एक से अधिक मुद्रा के रूप में भी हो सकती है। लेकिन इन विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों का मूल्यांकन डॉलर में ही किया जाता है। अगस्त 2021 के अंत में देश के पास 578.41 अरब डॉलर की विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां थी जोकि मौजूदा समय में घटकर 524.74 अरब डॉलर हो गयी है।

Explainer: श्रीलंका के आर्थिक संकट की वजह 'विदेशी मुद्रा भंडार', जानें ये क्यों जरूरी है और भारत के पास कितना डॉलर?

कारोबार करने के लिए देश को डॉलर की जरूरत होती है. (फाइल फोटो)

  • नई दिल्ली,
  • 16 जनवरी 2022,
  • (अपडेटेड 16 जनवरी 2022, 9:45 AM IST)
  • श्रीलंका को इस साल 7 अरब डॉलर का कर्ज चुकाना है
  • श्रीलंका पर अकेले चीन का ही 6 अरब डॉलर का कर्ज है

Sri Lanka Economic Crisis: भारत का पड़ोसी श्रीलंका सबसे खतरनाक आर्थिक संकट से जूझ रहा है. श्रीलंका के ऊपर इतना कर्ज हो गया है कि वो 'दिवालिया' होने की कगार पर आ गया है. आर्थिक संकट की वजह से वहां महंगाई आसमान छू रही है. श्रीलंका की इस हालत के पीछे बड़ी वजह जो सामने आ रही है, वो विदेशी मुद्रा खतरनाक क्यों है? है उसका फॉरेन करेंसी रिजर्व यानी विदेशी मुद्रा भंडार. श्रीलंका के पास अब इतनी विदेशी मुद्रा भी नहीं है कि वो अपनी जरूरत का सामान आयात कर सके.

विदेशी मुद्रा खतरनाक क्यों है?

Foreign Exchange

देश के पास विदेशी मुद्रा भंडार लगातार कम हो रहा है। रुपये की कीमत में गिरावट आ रही है। साथ ही देश का व्यापार घाटा लगातार बढ़ता जा रहा है। यह सभी बातें आपस में कैसे जुडी हुई हैं? इनमें परिवर्तन होने पर हमारी अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ता है? चलिए इस पूरे मुद्दे को समझते हैं।

विदेशी मुद्रा भंडार

दरअसल विदेशी मुद्रा भंडार में केंद्रीय बैंक, रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) द्वारा रखी गई धनराशि या अन्य परिसंपत्तियां होती हैं। इनमें विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियाँ(FCA), स्वर्ण भंडार, विशेष आहरण अधिकार (SDR) और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ रिज़र्व ट्रेंच शामिल होती हैं। जरूरत पड़ने पर विदेशी मुद्रा भंडार से विदेशी ऋण का भुगतान आसानी से किया जा सकता है।

विदेशी मुद्रा भंडार घटकर 600 अरब डॉलर से नीचे आया, लगातार तीसरे हफ्ते आई गिरावट

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI)

  • News18Hindi
  • Last विदेशी मुद्रा खतरनाक क्यों है? Updated : May 06, 2022, 22:53 IST

नई दिल्ली. देश का विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves/Forex Reserves) घटकर 600 अरब डॉलर से नीचे आ गया है. लगातार विदेशी मुद्रा खतरनाक क्यों है? तीसरे हफ्ते इसमें गिरावट दर्ज की गई है. 29 अप्रैल, 2022 को खत्म हुए सप्ताह में यह 2.695 अरब डॉलर घटकर 597.73 अरब डॉलर रह गया. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है.

इससे पहले 22 अप्रैल को खत्म हुए सप्ताह में 3.271 अरब डॉलर की कमी के साथ विदेशी मुद्रा भंडार घटकर 600.423 अरब डॉलर रह गया था. इससे पिछले हफ्ते यानी 15 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह में भी इसमें 31.3 करोड़ डॉलर की गिरावट आई.

श्रीलंका के आर्थिक संकट की वजह ‘विदेशी मुद्रा भंडार’, जानिए पूरा मामला

नई दिल्ली। भारत (India) का पड़ोसी श्रीलंका (Neighboring Sri Lanka) सबसे खतरनाक आर्थिक संकट (Economic Crisis) से जूझ रहा है। श्रीलंका के ऊपर इतना कर्ज हो गया है कि वो ‘दिवालिया’ होने की कगार पर आ गया है। आर्थिक संकट की वजह से वहां महंगाई आसमान (inflation skyrocketing) छू रही है. श्रीलंका की इस हालत के पीछे बड़ी वजह जो सामने आ रही है, वो है उसका फॉरेन करेंसी रिजर्व यानी विदेशी मुद्रा भंडार. श्रीलंका के पास अब इतनी विदेशी मुद्रा भी नहीं है कि वो अपनी जरूरत का सामान आयात कर सके।

पिछले साल मार्च में श्रीलंका सरकार ने विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ाने के लिए आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था. इससे चीनी और ईंधन जैसी जरूरी चीजों की कमी भी हो गई थी. हालांकि, इसका बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जुलाई 2019 में श्रीलंका का विदेशी मुद्रा भंडार 7.5 अरब डॉलर का था, जो नवंबर 2021 में घटकर 1.6 अरब डॉलर का रह गया।

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श्रीलंका अपना विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ाने के लिए मदद मांग रहा है. उसने चीन से भी मदद मांगी है. हालांकि, चीन की ओर से अभी तक मदद नहीं दी गई थी. श्रीलंका ने भारत से भी मदद मांगी थी. भारत की ओर से श्रीलंका को 900 मिलियन डॉलर का कर्ज दिया जा रहा है।

श्रीलंका पर कितना कर्ज?
श्रीलंका के वित्त मंत्री बासिल राजपक्षे (Basil Rajapaksa) ने इस बात को माना है कि उनका देश भारी कर्ज से जूझ रहा है. उन्होंने स्थानीय मीडिया से बात करते हुए कहा था कि श्रीलंका पर चीन, भारत और जापान का कर्ज है।

उन्होंने बताया था कि श्रीलंका को इस साल 7 अरब डॉलर का कर्ज चुकाना है. इसमें से 500 मिलियन डॉलर का कर्ज 18 जनवरी तक देना है. श्रीलंका को अगले 5 साल में 26 अरब डॉलर का कर्ज चुकाना है।

विदेशी मुद्रा भंडार 58.2 करोड़ डॉलर बढ़कर 542.01 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर

विदेशी मुद्रा भंडार 58.2 करोड़ डॉलर बढ़कर 542.01 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर

देश का विदेशी मुद्रा भंडार चार सितंबर को समाप्त सप्ताह में 58.2 करोड़ डॉलर बढ़कर 542.01 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया। रिजर्व बैंक के शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। इससे पहले 28 अगस्त को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 3.88 अरब डॉलर बढ़कर 541.43 अरब डॉलर पर पहुंच गया था।

समीक्षाधीन सप्ताह में कुल भंडार का महत्वपूर्ण हिस्सा विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां (एफसीए) 26.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 498.36 अरब डॉलर पर पहुंच गईं। आंकड़ों के अनुसार, इस दौरान स्वर्ण भंडार 32.1 करोड़ डॉलर बढ़कर 37.52 अरब डॉलर पर पहुंच गया।

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