अगले साल बाजार में धमाका करेगी मारुति सुजुकी
देश की सबसे बड़ी कार बनाने वाली कंपनी मारुति सुजुकी 2015 में धमाकेदार शुरुआत करने की तैयारी साल बाद बाजार में धमाका कर रही है. मार्केट में बढ़ते कॉम्पीटिशन को देखते हुए मारुति कई नई कार लॉन्च करने जा रही है.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 22 दिसंबर 2014,
- (अपडेटेड 22 दिसंबर 2014, 1:15 PM IST)
देश की सबसे बड़ी कार बनाने वाली कंपनी मारुति सुजुकी 2015 में धमाकेदार शुरुआत करने की तैयारी कर रही है. मार्केट में बढ़ते कॉम्पीटिशन को देखते हुए मारुति कई नई कार लॉन्च करने जा रही है.
एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के रिपोर्ट के अनुसार मारुति सुजुकी अपना मार्केट शेयर और बढ़ाने के लिए कम से कम चार नई कारे लॉन्च करने जा रही है. इनमें एसयूपी- एस क्रॉस, सेलेरियो का डीजल वर्जन शामिल हैं. इसके अलावा मारुति पहली बार कमर्शल व्हीकल बाजार में उतारने की भी तैयारी में जुटी है और 2015 में मिनी ट्रक लॉन्च करेगी.
बिना क्लच-गियर की कारों के निर्माण में सफलता पाने के बाद मारुति अब अपने पुराने मॉडल- डिजायर, अर्टिगा और वैगन आर को भी गियर मुक्त करने जा रही है. इनके नए मॉडल अगले साल कंपनी मार्केट में उतारेगी.
6 साल बाद बाजार में धमाका, ICICI प्रूडेंशियल IPO की एंट्री, जानें- निवेश के तरीके और फायदे
कंपनी के कार्यकारी निदेशक पुनीत नंदा के मुताबिक इस आईपीओ के लिए रेट 300-334 रुपये प्रति इक्विटी शेयर तय किया गया है और इससे 6057 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य है.
अमित कुमार दुबे
- नई दिल्ली,
- 18 सितंबर 2016,
- (अपडेटेड 18 सितंबर 2016, 5:32 PM IST)
प्राइवेट सेक्टर के बड़े बैंक ICICI बैंक की सब्सिडियरी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी धूम मचाने की तैयारी में है. कंपनी का आईपीओ (इनीशियल पब्लिक ऑफर) 19 सितंबर को मार्केट में लॉन्च होगा और 21 सितंबर को बंद हो जाएगा. भारत में किसी इंश्योरेंस कंपनी का यह पहला आईपीओ है और पिछले 6 साल के दरम्यान में ये सबसे बड़ा आईपीओ है. कंपनी का इस आईपीओ के जरिए 6057 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है. कंपनी इसके तहत 18,13,41,058 तक इक्विटी शेयरों की पेशकश करेगी.
6057 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य
कंपनी के कार्यकारी निदेशक पुनीत नंदा के मुताबिक इस आईपीओ के लिए रेट 300-334 रुपये प्रति इक्विटी शेयर तय किया गया है और इससे 6057 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य है. वित्त साल 2015-16 में ICICI प्रूडेंशियल लाइफ का कुल प्रीमियम कारोबार 19,164 करोड़ रुपये का था, जबकि बाजार में कंपनी की हिस्सेदारी करीब 11.3 फीसदी रही थी. इससे पहले कोल इंडिया ने आईपीओ के जरिए मार्केट से इससे ज्यादा रकम जुटाई गई थी.
इस आईपीओ पर जानकारों का नजरिया
बाजार पर पैनी नजर रखने वालों की मानें आईसीआईसीआई प्रूंडेशियल के आईपीओ में लोगों को पैसे लगाने चाहिए, क्योंकि कंपनी के मैनेजमेंट और कारोबार काफी मजबूत है. जानकार ये भी कहते हैं कि भविष्य में आईसीआईसीआई प्रूंडेशियल के आईपीओ में निवेश से अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना है. क्योंकि आईपीओ का साइज बड़ा है. कुछ जानकार तो 6 महीने के अंदर ही बेहतर रिजल्ट की उम्मीद कर रहे हैं.
दो कंपनियाें का ज्वाइंट वेंचर है ICICI प्रूडेंशियल
सेबी में जमा किए गए कागजात के मुताबिक ICICI बैंक इंश्योरेंस जेवी में इश्यू के जरिए 12.65 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगा. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ICICI बैंक और प्रूडेंशियल कॉप होल्डिंग्स का ज्वाइंट कंपनी है. बैंक इंश्योरेंस कंपनी के 1.81 करोड़ शेयर बैंक के कर्मचारियों के लिए रिजर्व रखेगा. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस में आईसीआईसीआई बैंक की 68 फीसदी हिस्सेदारी और प्रूडेंशियल कॉर्प की 26 फीसदी हिस्सेदारी है. इसी साल के अप्रैल महीने में ही बैंक के बोर्ड ने लिस्टिंग के जरिए स्टेक सेल की योजना को मंजूरी दी थी.
दूसरी कंपनियां भी आईपीओ लाने की तैयारी में
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के बाद एचडीएफसी स्टैंडर्ड लाइफ इंश्योरेंस के भी आईपीओ आने की संभावना है, कंपनी ने इसके लिए अर्जी दी है. अगर सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही एचडीएफसी स्टैंडर्ड लाइफ इंश्योरेंस के आईपीओ लॉन्च कर दिए जाएंगे. आईआरडीए के पास जुलाई के अंत तक 55 इंश्योरेंस कंपनियां रजिस्टर हैं. इनमें से 32 ने 10 साल पूरे कर लिए हैं.
इंश्योरेंस कंपनियों को IRDA की सलाह
गौरतलब है कि हाल ही में आईआरडीए ने एक डिस्कशन पेपर जारी किया था, जिसमें इंश्योरेंस कंपनियों को अनिवार्य लिस्टिंग पर सलाह दी गई थी. डिस्कशन पेपर में प्रस्ताव है कि सभी साल बाद बाजार में धमाका इंश्योरेंस कंपनियों को 3 साल में लिस्टिंग अनिवार्य की जाए. प्रस्ताव के मुताबिक इस फैसले में ऐसी सभी जनरल इंश्योरेंस कंपनियां हिस्सा लेंगी जो पिछले 8 सालों से सक्रिय हों. इसके अलावा ऐसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनियां इस फैसले के दायरे में रहेंगी जो 10 साल से आपरेशंस संभाल रही हों.
क्या है आईपीओ
आईपीओ को इनीशियल पब्लिक ऑफर के अलावा पब्लिक इश्यू के नाम से भी जाना जाता है. तमाम कंपनियां आईपीओ के जरिए पूंजी जुटाती हैं और उसे अपने कारोबार को बढ़ाने में लगाती हैं. निवेशकों के लिए आईपीओ में निवेश हाल के दिनों में फायदे का सौदा साबित हुआ है. नए निवेशक के लिए ये एक बेहतर प्लेटफॉर्म होता है जिसके जरिए वो अपने मनपसंद कंपनियों के आईपीएओ में निवेश कर कारोबार में हिस्सेदार बन सकते हैं. जिसके बाद कंपनी के फायदे में निवेशक को हिस्सेदारी मिलती है.
आईपीओ में निवेश के तरीके
एक बेहतरीन आईपीओ का चुनाव करने के लिए कई बातों का ध्यान रखना चाहिए. जिस कंपनी में निवेश कर रहे हैं उस कंपनी को रेटिंग एजेंसियों द्वारा दी गई रेटिंग की जांच करें. रेटिंग एजेंसियां कंपनी के फंडामेंटल को देखकर रेटिंग करती हैं. इसके अलावा कंपनी के बिजनेस के साथ-साथ आईपीओ की कीमत भी आंक लें, ब्रोकर्स की रिपोर्ट पर भी सरसरी निगाह डाल लेनी चाहिए, यही नहीं, कंपनी के प्रोमोटर्स की जानकारी जुटा लेने के बाद ही किसी कंपनी में निवेश का रास्सा अपनाना चाहिए.
Jaipur Bomb Blast 2008: 73 लोगों को मारने वाले आतंकी 14 साल बाद भी जिंदा, कई पकड़े नहीं गए, 12 मिनट में फटे थे आठ बम
13 मई 2008 को आज ही के दिन जयपुर का दिल कहे जाने वाले परकोटा में 12 मिनट में एक के बाद एक आठ बम धमाके हुए। इन धमाकों में अपनों को खोने वाले लोग आज भी न्याय का इंतजार कर रहे है। अदालत ने आतंकियों को फांसी की सजा तो दी, लेकिन फंदा आज भी उनके गले से दूर है।
14 साल पहले राजस्थान का जयपुर बम धमाकों से दहल उठा था। तारीख की थी 13 मई 2008। पिंकी सिटी के नाम से मशहूर जयुपर के लोग शाम को अपने-अपने काम और घूमने के लिए निकले थे, लेकिन वह शाम उन्हें ऐसे जख्म दे गई जो कभी भरने वाले नहीं है। जयपुर का दिल कहे जाने वाले परकोटा में सिर्फ 12 मिनट में हुए एक के बाद एक आठ बम धमाकों ने लोगों को अंदर तक हिला दिया था। घरों में बैठे लोग भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे थे।
इन आठ बम धमाकों में 73 लोगों की मौत हो गई थी और 186 लोग घायल भी हो गए थे। कई तो ऐसे जो जिंदगीभर के लिए अपाहिज हो गए। हैरानी की बात तो यह है कि बम ब्लास्ट में अपनों को खोने वाले लोग 14 साल बाद भी न्याय का इंतजार कर रहे हैं। बम धमाकों के दोषियों की 20 दिसंबर 2019 को फांसी की सजा दी गई, लेकिन फांसी का फंदा आज भी उनसे दूर है।
निर्दोष और मासूमों की हत्या के दोषी मोहम्मद सैफ उर्फ करीऑन, सरवर आजमी, सैफुर उर्फ सैफुर्रहमान और मोहम्मद सलमान जेल में बंद हैं। इन अभियुक्तों की लीव टू अपील और राज्य सरकार के डेथ रेफरेंस पर पिछले दो साल से कोर्ट में सुनवाई लंबित चल रही है। कोरोनाकाल में इस केस की सुनवाई नहीं हो पाई थी।
यही नहीं बम ब्लास्ट मे नामजद तीन आतंकी मिर्जा शादाब बेग, साजिद बट और मोहम्मद खालिद 14 साल बाद भी खुलेआम घूम रहे हैं। पुलिस सहित तमाम सुरक्षा एजेंसियां आज तक इन तीनों आतंकियों केा गिरफ्तार नहीं कर पाई हैं।
- खंदा माणक चौक के पास शाम 7:20 पहला बम ब्लास्ट पर हुआ। इसमें एक महिला की मौत और 18 लोग घायल हो गए थे।
- त्रिपोलिया बाजार स्थित बड़ी चौपड़ के समीप मनिहारों के खंदे में ताला चाबी वालों की दुकान के पास शाम 7:25 पर दूसरा बम ब्लास्ट हुआ। इसमें 6 की मौत और 27 लोगों हो गए थे।
- छोटी चौपड़ पर कोतवाली थाने के बाहर पार्किंग में शाम 7:30 बजे तीसरा बम फटा। इसमें दो पुलिसकर्मियों सहित सात लोगों की मौत और 17 घायल हो गए थे।
- त्रिपोलिया बाजार में दुकान नंबर 346 के सामने शाम 7:30 बजे चौथा बम ब्लास्ट हुआ। इसमें 5 लोगों की मौत हुई, जबकि 4 लोग घायल हुए थे।
- चांदपोल बाजार स्थित हनुमान मंदिर के बाहर पार्किंग में शाम 7:30 बजे पांचवा बम फटा। इसमें सबसे अधिक 25 लोगों की मौत हुई और 49 घायल हो गए थे।
- जोहरी बाजार में नेशनल हैंडलूम के सामने 7:30 बजे छठा साल बाद बाजार में धमाका धमका हुआ। इसमें आठ की मौत और 19 लोग घायल हो गए थे।
- छोटी चौपड़ पर फूलों के खंदे में ज्वेलरी शॉप के सामने शाम 7:32 पर सातवां बम ब्लास्ट हुआ। इसमें दो की मौत और 15 लोग घायल हो गए थे।
- जोहरी बाजार में सांगानेरी गेट हनुमान मंदिर के बाहर 7:32 पर आठवां बम धमाका हुआ। इसमें 17 की मौत और 36 लोग घायल हो गए थे।
- चांदपोल बाजार स्थित दुकान नंबर 17 के सामने रात 9:00 बजे का टाइमर सेट किया हुआ बम खोज लिया गया था। जिसे बम निरोधक दस्ते ने निष्क्रिय कर दिया था।
- जयपुर में हुए बम ब्लास्ट के बाद सबसे पहले 8 सितंबर 2008 को शाहबाज हुसैन को गिरफ्तार किया गया था। वह उत्तर प्रदेश के मौलवीगंज का रहने साल बाद बाजार में धमाका वाला है।
- इसी साल 23 दिसंबर को दूसरे आतंकी मोहम्मद सैफ को गिरफ्तार किया गया। सैफ उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के सरायमीर का निवासी है।
- 29 जनवरी 2009 को तीसरे आतंकी मोहम्मद सरवर आजमी को गिरफ्तार किया गया। सरवर भी उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के चांदपट्टी का रहने वाला है।
- 23 अप्रैल 2009 को बम ब्लास्ट कांड के चौथे आतंकी सैफ उर्फ सैफुर्रहमान को पकड़ा गया। आतंकी उत्तर प्रदेश के निवासी आजमगढ़ का रहने वाला है।
- 3 दिसंबर 2010 को पांचवे आतंकी सलमान को गिरफ्तार किया गया। वह उत्तर प्रदेश के निजामाबाद का रहने वाला है।
- इसके अलावा बम ब्लास्ट कांड में शामिल कई आतंकी 14 साल से फरार हैं। अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
विस्तार
14 साल पहले राजस्थान का जयपुर बम धमाकों साल बाद बाजार में धमाका साल बाद बाजार में धमाका से दहल उठा था। तारीख की थी 13 मई 2008। पिंकी सिटी के नाम से मशहूर जयुपर के लोग शाम को अपने-अपने काम और घूमने के लिए निकले थे, लेकिन वह शाम उन्हें ऐसे जख्म दे गई जो कभी भरने वाले नहीं है। जयपुर का दिल कहे जाने वाले परकोटा में सिर्फ 12 मिनट में हुए एक के बाद एक आठ बम धमाकों ने लोगों को अंदर तक हिला दिया था। घरों में बैठे लोग भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे थे।
इन आठ बम धमाकों में 73 लोगों की मौत हो गई थी और 186 लोग घायल भी हो गए थे। कई तो ऐसे जो जिंदगीभर के लिए अपाहिज हो गए। हैरानी की बात तो यह है कि बम ब्लास्ट में अपनों को खोने वाले लोग 14 साल बाद भी न्याय का इंतजार कर रहे हैं। बम धमाकों के दोषियों की 20 दिसंबर 2019 को फांसी की सजा दी गई, लेकिन फांसी का फंदा आज भी उनसे दूर है।
निर्दोष और मासूमों की हत्या के दोषी मोहम्मद सैफ उर्फ करीऑन, सरवर आजमी, सैफुर उर्फ सैफुर्रहमान और मोहम्मद सलमान जेल में बंद हैं। इन अभियुक्तों की लीव टू अपील और राज्य सरकार के डेथ रेफरेंस पर पिछले दो साल से कोर्ट में सुनवाई लंबित चल रही है। कोरोनाकाल में इस केस की सुनवाई नहीं हो पाई थी।
यही नहीं बम ब्लास्ट मे नामजद तीन आतंकी मिर्जा शादाब बेग, साजिद बट और मोहम्मद खालिद 14 साल बाद भी खुलेआम घूम रहे हैं। पुलिस सहित तमाम सुरक्षा एजेंसियां आज तक इन तीनों आतंकियों केा गिरफ्तार नहीं कर पाई हैं।
भागलपुर के बाद अब गोपालगंज में बम ब्लास्ट, विस्फोट में 55 साल के शख्स के उड़े चिथड़े
Gopalganj Bomb Blast: बिहार के गोपालगंज जिले में बुधवार को हुई बम ब्लास्ट की ये घटना फुलवरिया थाना क्षेत्र के बथुआ बाजा . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : March 09, 2022, 14:30 IST
गोपालगंज. बड़ी खबर बिहार के गोपालगंज से है जहां बड़ा बम धमका हुआ है. पटाखा बनाने के दौरान हुई इस घटना और धमाके में एक की मौत हो गई है, जबकि कई लोगों के घायल होने की भी सूचना है.
बम ब्लास्ट की ये घटना गोपालगंज जिले के फुलवरिया थाना क्षेत्र के बथुआ बाजार की है. बम विस्फोट में मारे गए शख्स की पहचान 55 साल के हलीम मियां के रूप में हुई है, जबकि कई लोगों के घायल होने की सूचना है. जिस मकान में धमका हुआ, वह मकान पूरी तरह से धराशायी हो गया है. फिलहाल घटनास्थल के लिए एसपी आनंद कुमार रवाना हो चुके हैं. इसके अलावा फुलवरिया समेत पांच थानों की पुलिस को मौके पर बुला लिया गया है. धमाके की गूंज इतनी तेज थी कि शव के चिथरे-चिथरे उड़ गये हैं.
पुलिस ने अलग-अलग जगहों के शव के टुकड़ों को बरामद किया और इसे बोरी में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ गंभीर रूप से घायल अख्तम आलम को बेहतर इलाज के लिए गोरखपुर रेफर किया गया है. एसपी आनंद कुमार ने बताया कि बम धमके की जांच की जा रही है. पटना और मुजफ्फरपुर से एफएसएल की टीम को बुलाया गया है. इसके अलावा एटीएस की टीम को भी घटनास्थल के लिए बुलाया गया है. फिलहाल पुलिस ने इस पूरे इलाके को सील कर दिया और एक-एक बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी है.
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बम धमकों की गूंज के बाद इलाके में दहशत का माहौल है. वहीं, मृतक के परिजन नेका आलम से पुलिस पूछताछ कर रही है. कहा कि यह धमाका नहीं है, बल्कि सिलेंडर फटा है. हालांकि अब पूरे इस मामले की जांच के लिए सारण के डीआईजी रविंद्र कुमार गोपालगंज के लिए रवाना हो गए हैं थोड़ी देर में डीआईजी भी पहुंचेंगे और इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच करेंगे.
रिपोर्ट- गोविंद कुमार
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