आखिर निवेशकों को क्यों पसंद तमिलनाडु
रेल पहिया कारखाना द्वारा कनिष्ठ अभियन्ता पदों के लिए भर्ती - हिंदी रोज़गार
रेल पहिया कारखाना में Junior Engineer पद की भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित की जाती हैं। मान्यता प्राप्त संस्थान से स्नातक डिग्री कर चुके अभ्यर्थी के लिए रेल पहिया कारखाना एक अच्छा अवसर दे रही है। इच्छुक अभ्यर्थी निचे दिए गए अनुदेशों को पढ़कर अंतिम तिथि से पूर्व आवेदन कर सकते है। आवेदन करने की अंतिम दिनांक 15 Sep 2022 है। इन पदों के लिए उम्मीदवारों का चयन साक्षात्कार और अनुभव के आधार पर किया जाएगा।
रेल पहिया कारखाना कनिष्ठ अभियन्ता भर्ती 2022: Advertisement for the post of कनिष्ठ अभियन्ता in रेल पहिया कारखाना. Candidates are advised to read the details, and eligibility criteria mentioned below for this vacancy. Candidates must check their eligibility i.e. educational qualification, age limit, अनुभव and etc. The eligible candidates can submit their application directly before 16 September 2022. Candidates can check the latest रेल पहिया कारखाना भर्ती 2022 कनिष्ठ अभियन्ता Vacancy 2022 details and apply online at the www.rwf.indianrailways.gov.in/ recruitment 2022 page.
कनिष्ठ अभियन्ता
रिक्त पदों की संख्या: 2 Posts
कारखाना विदेशी मुद्रा कर्नाटक
रेल पहिया कारखाना (RWF) भर्ती 2022 | Details |
---|---|
Company | रेल पहिया कारखाना |
नौकरी भूमिका | कनिष्ठ अभियन्ता |
शिक्षा आवश्यकता | B.Tech, B.E |
एकुल रिक्ति | 2 Posts |
नौकरी के स्थान | Bangalore |
अनुभव | Fresher |
वेतन | Not Disclosed |
पर प्रविष्ट किया | 10 Sep, 2022 |
आवेदन करने की अंतिम तिथि | 16-09-2022 |
शैक्षणिक योग्यता (Educational Qualifications): B.Tech/B.E
Candidates will be selected based on written test/personal interview/medical test/walkin interview. Once a candidate is selected they will be placed as कनिष्ठ अभियन्ता in RWF.
चयन प्रकिया: अभ्यर्थी का चयन लिखित परीक्षा एवं साक्षात्कार में उनके प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा।
Candidates who wish to apply for RWF भर्ती 2022 must complete the application process before 16/09/2022. Here we have attached the complete procedure to apply for the RWF भर्ती 2022 along with the application link.
Step 1: Go to the RWF official website rwf.indianrailways.gov.in
Step 2: In the official site, look out for RWF भर्ती 2022 notification
Step 3: Select the respective post and make sure to read all the details about the कनिष्ठ अभियन्ता, qualifications, job location, and others
रेल पहिया कारखाना के बारे में
1980 के दशक तक भारतीय रेल पहियों और धुरों की आवश्यकता के 55% के बारे में आयात किया गया था.स्वदेशी क्षमता टाटा आयरन ऐंड स्टील कंपनी [टिस्को] और दुर्गापुर इस्पात संयंत्र [डीएसपी] में ही उपलब्ध था.टिस्को संयंत्र रोलिंग स्टॉक और उत्पादन के नए डिजाइन के लिए और पहियों धुरों की बदलती जरूरतों को पूरा किया गया बंद का तकनीकी रूप से सक्षम नहीं था.डीएसपी केवल आंशिक रूप से भारतीय रेलवे की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम था. आयात की लागत की कीमतें विश्व बाजार में बढ़ती के साथ उच्च गया था.आयात के वित्त पोषण,आपूर्ति और विदेशी मुद्रा की सीमित उपलब्धता में देरी पर प्रतिकूल वैगन उत्पादन और रोलिंग स्टॉक रखरखाव प्रभावित होते हैं.इसी संदर्भ में था कि 1970 के दशक में रेलवे मंत्रालय ने आयात विकल्प के रूप में स्टॉक पहियों और धुरों रोलिंग के निर्माण के लिए एक नई विशिष्ट उत्पादन इकाई स्थापित करने के लिए आवश्यकता महसूस हुई.अंतिम उद्देश्य था कि डीएसपी और रेल व्हील फैक्ट्री [आरडब्ल्यूएफ,पूर्व व्हील और एक्सल प्लांट] पूरी तरह से मानक पहियों और इतनी है कि उनके आयात रोका जा सकता है धुरों के लिए भारतीय रेल की आवश्यकता को पूरा करने में सक्षम होना चाहिए.
आर्थिक सुस्ती के बीच आखिर क्यों दुनियाभर की बड़ी कंपनियों को पसंद आ रहा है तमिलनाडु?
देश में आर्थिक मंदी के बीच तमिलनाडु की सरकार ने राज्य में बड़े निवेश को आकर्षित किया है. इसके बाद उम्मीद जताई जा रही है कि राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. निवेश करने वाली कंपनियों में ओला, फर्स्ट सोलर और वोल्टास जैसी कंपनियां हैं. तमिलनाडु सरकार ने बीते दिन करीब 26 हजार से अधिक रोजगार के अवसर के साथ करीब 20 हजार करोड़ रुपये के 18 समझौते पर हस्ताक्षर किए है. भारत के दक्षिण में एक महत्वपूर्ण औद्योगिक और आईटी हब के रूप में उभरने के बाद, चेन्नई निवेशकों को आकर्षित कर रहा है.
ओला लगाएगी ई-स्कूटर कारखाना
अमित शाह ने गुजरात के सूरत में कृषक भारती कोआपरेटिव लिमिटेड की बायो-इथेनॉल परियोजना कृभको हजीरा का शिलान्यास किया
Representational image
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज गुजरात के सूरत में कृषक भारती कोआपरेटिव लिमिटेड की बायो-इथेनॉल परियोजना कृभको हजीरा का शिलान्यास किया। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल और रेल राज्यमंत्री श्रीमती दर्शना जरदोश सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि KRIBHCO की जैव-इथेनॉल परियोजना, कोऑपरेटिव क्षेत्र, पर्यावरण सुधार, किसानों की आय को दोगुना करने, भारत के विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने व ग्लोबल वॉर्मिंग की चुनौती का सामना करने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा चलाए जा रहे लाए जा रहे बहुआयामी अभियान की दिशा में एक सार्थक कदम है। इस परियोजना से हज़ीरा में 2 लाख 50 हज़ार लीटर की दैनिक क्षमता वाला बायो-इथेनॉल संयंत्र स्थापित होगा जो 8.कारखाना विदेशी मुद्रा कर्नाटक 25 करोड़ लीटर जैव-ईंधन का उत्पादन करेगा, इससे ढाई लाख मीट्रिक टन मक्का या पर्याय उपजों को अच्छा बाज़ार भी मिलेगा। गुजरात के लगभग नौ ज़िलों में मक्का मुख्य उपज है और इसके अलावा राज्य के दस ज़िलों में मक्का की पैदावार हो सकती है और इस संयंत्र के माध्यम से किसानों को बहुत फ़ायदा हो सकता है। साथ ही इससे ख़राब मक्के का भी ईंधन बनकर देश के अर्थतंत्र और विदेशी मुद्रा भंडार को फ़ायदा होगा और ये संयंत्र निराश किसानों के जीवन में एक नई आशा का संचार करेगा।
अमित शाह ने गुजरात के सूरत में कृषक भारती कोआपरेटिव लिमिटेड की बायो-इथेनॉल परियोजना कृभको हजीरा का शिलान्यास किया
Representational image
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज गुजरात के सूरत में कृषक भारती कोआपरेटिव लिमिटेड की बायो-इथेनॉल परियोजना कृभको हजीरा का शिलान्यास किया। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल और रेल राज्यमंत्री श्रीमती दर्शना जरदोश सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि KRIBHCO की जैव-इथेनॉल परियोजना, कोऑपरेटिव क्षेत्र, पर्यावरण सुधार, किसानों की आय को दोगुना करने, भारत के विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने व ग्लोबल वॉर्मिंग की चुनौती का सामना करने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा चलाए जा रहे लाए जा रहे बहुआयामी अभियान की दिशा में एक सार्थक कदम है। इस परियोजना से हज़ीरा में 2 लाख 50 हज़ार लीटर की दैनिक क्षमता वाला बायो-इथेनॉल संयंत्र स्थापित होगा जो 8.25 करोड़ लीटर जैव-ईंधन का उत्पादन करेगा, इससे ढाई लाख मीट्रिक टन मक्का या पर्याय उपजों को अच्छा बाज़ार भी मिलेगा। गुजरात के लगभग नौ ज़िलों में मक्का मुख्य उपज है और इसके अलावा राज्य के दस ज़िलों में मक्का की पैदावार हो सकती है और इस संयंत्र के माध्यम से किसानों को बहुत फ़ायदा हो सकता है। साथ ही इससे ख़राब मक्के का भी ईंधन बनकर देश के अर्थतंत्र और विदेशी मुद्रा भंडार को फ़ायदा होगा और ये संयंत्र निराश किसानों के जीवन में एक कारखाना विदेशी मुद्रा कर्नाटक नई आशा का संचार करेगा।
Metro Rail Coach: यूपी में होगा मेट्रो कोच का निर्माण, दिल्ली-NCR के युवाओं को मिलेगा रोजगार
ग्रेटर नोएडा [अरविंद मिश्रा]। Metro Rail Coach: दिल्ली से सटे गौतमबुद्धनगर के जेवर क्षेत्र में बनने जा रहा जेवर इंटरनेशनल हवाई अड्डा (Jewar Inter कारखाना विदेशी मुद्रा कर्नाटक National Airport) निवेश के कई और नए रास्ते भी खोलने जा रहा है। सबकुछ ठीक रहा और योजना फलीभूत हुई तो आने वाले समय में यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में मेट्रो कोच का निर्माण किया जाएगा। उत्तर प्रदेश में मेट्रो कोच निर्माण का यह पहला कारखाना होगा, इससे यूपी की पूरे देश में धाक जमेगी। मेट्रो कोच का निर्माण शुरू करने के बाबत फैक्ट्री शुरू करने के लिए पहल करते हुए पीपीसीआई कंपनी ने यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Expressway Industrial Development Authority) से 50 एकड़ जमीन मांगी है। इस बाबत कंपनी की ओर से प्रस्ताव भी बनाकर YEIDA के पास भेजा जा चुका है। इस पर अंतिम निर्णय प्राधिकरण अधिकारियों को लेना है। माना जा रहा है कि इस प्रस्ताव को हरी झंडी मिलना तय है, क्योंकि इससे यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में निवेश के रूप में एक और बड़ी कंपनी मिलने जा रही है। इस कंपनी के बाद संभव है कि तेजी से और कंपनियां यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में निवेश की इच्छा जताएं। यमुना प्राधिकरण ने सेक्टर-32 में कारखाने के लिए भूमि आवंटन पर सहमति जताई है। मेट्रो कोच कारखाना प्राधिकरण क्षेत्र में स्थापित होने से निवेश के साथ-साथ युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। प्राधिकरण क्षेत्र में अधिकतर औद्योगिक भूखंड इलेक्ट्रॉनिक्स या हल्के उद्योगों के लिए आवंटित किए गए हैं। भारी उद्योग स्थापित होने से प्राधिकरण क्षेत्र में इसके लिए संभावनाओं के नए दरवाजे खुलेंगे। प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने पर भूखंड आवंटन पर फैसला लिया जाएगा।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 787