What Is Bitcoin? एक परिभाषा देना हो तो हम कहेंगे कि बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी (virtual currency) है। Bitcoin ठीक उसी तरह से एक करेंसी है जैसे रुपया, डॉलर, येन आदि होते हैं। लेकिन खास बात यह है कि यह मुद्रा डिजिटल (Digital Currency) होती है।

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GK Questions : क्या ब्लू व्हेल के दिल की धड़कन 2 मील दूर से सुनी जा सकती है ?

Top 10 GK Questions, GK Questions For Govt Jobs Exam, GK Questions for Competitive Exams: जनरल नॉलेज सरकारी नौकरी की परीक्षाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. अभ्यर्थियों का इन प्रश्नों से सामना लिखित परीक्षा से लेकर इंटरव्यू तक होता है. जनरल नॉलेज की अच्छी तैयारी नौकरी की राह आसान बना सकती है. जनरल नॉलेज के प्रश्न स्थायी होते हैं. इन्हें एक बार अच्छी तरह याद कर लिया जाए तो हमेशा काम आते रहते हैं. ये जनरल अवेयरनेस की तरह बदलते नहीं. इसलिए जनरल नॉलेज पर फोकस जरूरी है. हम आपके लिए टॉप 10 जनरल नॉलेज प्रश्न लेकर आए हैं.

प्रश्न-1. व्हेल के दिल की धड़कन कितनी दूर से सुनी जा सकती है ?

उत्तर- व्हेल के दिल की धड़कन दो मील दूर से सुनी जा सकती है.

प्रश्न-2. किसने और कब तैयार किया था कोका-कोला का फॉर्मूला ?

बिटकॉइन क्या होता है ? What Bitcoin का आविष्कार किसने किया था is Bitcoin in hindi

Bitcoin kya hai : Bitcoin एक डिजिटल करेंसी है। ये भी अन्य currencies जैसे Rupees, Dollar, Euro आदि की तरह है। लेकिन फिर भी ये उन currencies के मुक़ाबले अलग है। क्यूंकि Rupees, Dollar, Euro आदि को हम online और Offline दोनों तरीकों से इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन Bitcoin के साथ ऐसा नहीं है। इसे आप सिर्फ Online ही इस्तेमाल कर सकते है। क्यूंकि Bitcoin को ना तो हम देख सकते हैं, ना ही हम उसे अन्य currencies जैसे की तरह छू सकते हैं। इसलिए ये सिर्फ डिजिटल करेंसी की श्रेणी Bitcoin का आविष्कार किसने किया था में आता है। जो Cryptocurrency कहलाती है।

बिटकॉइन का आविष्कार 2008 में सतोषी नाकामोटो द्वारा किया गया था। और फिर 2009 में उन्होंने इसे ओपन-सोर्स सॉफ़्टवेयर के रूप में जारी किया था। पहला बिटकॉइन लेनदेन जनवरी 2009 में शुरू हुआ था। शुरुआती वर्षों में बिटकॉइन में तेजी बहुत धीरे-धीरे हुई थी। 2015 से बिटकॉइन में बड़ी तेजी देखने को मिली। फिर बहुत जल्द ही ये दुनिया की नजरों में आने लगा। इस समय बिटकॉइन की कीमत 34,23,652 रुपये है।

कैसे होता है लेन-देन Bitcoin me transaction kaise hota hai

बिटकॉइन एक प्रकार की आभासी मुद्रा है। जिसका इस्तेमाल आप केवल online लेन-देन में ही कर सकते हैं। इस प्रकार होने वाले भुगतान डेबिट या क्रेडिट कार्ड के माध्यम से होने वाले भुगतान से बिलकुल अलग है।

भारत में केंद्रीय बैंक इस मुद्रा का समर्थन नहीं करता है इसलिए इस मुद्रा का विनिमय निजी तौर होता है। जिसे ‘माइनिंग’ नामक प्रक्रिया के माध्यम उत्पादित किया जाता है। इस प्रक्रिया के लिए एक विशेष किस्म के सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है।

बिटकॉइन का लेन-देन एक ई-वॉलेट से दूसरे ई-वॉलेट के जरिये होता है। जो आपके निजी डेटाबेस में उपलब्ध होते हैं। बिटकॉइन का लेन-देन का रिकॉर्ड एक Public Account में रहता हैं, जिसे “Blockchain” कहते। हैं

बिटकॉइन के क्या फायदे हैं ? Bitcoin ke Bitcoin का आविष्कार किसने किया था kya fayade hai

1. Bitcoin को आप किसी भी मुद्रा में खरीद सकते हैं।

2. Bitcoin का लेन-देन आप पूरी दुनिया में कहीं भी और कभी कर सकते हैं।

3. Bitcoin भेजने में शुल्क लगता हैं वो Debit card और Credit card के मुकाबले बहुत ही कम होता हैं।

4. Bitcoin ने साल 2020 में 302% रिटर्न दिया है। इस हिसाब से ये निवेश के लिए एक अच्छा साधन हो सकता है!

5. Bitcoin का मार्किट 24×7 खुला रहता है। जिसमे आप कभी भी निवेश कर सकते हैं।

Bitcoin kya hota hai Bitcoin kaise kaam karta hai

बिटकॉइन के क्या नुकसान हैं ? Bitcoin ke kya nuksan hai

1. Bitcoin को अभी भारत में पूरी तरह से authority नहीं मिली है। अगर किसी कारणवश आपका अकाउंट हैक हो जाता है, तो आप इसकी शिकायत कहीं नहीं कर सकते।

2. Bitcoin को भारत में पूर्ण authority नहीं मिलने के कारण ये कभी बैन भी हो सकता है।

3. Bitcoin मार्किट जिस स्पीड से ऊपर जाता है तो कभी उसी स्पीड से नीचे भी गिरता है। जो आपके लिए नुकसान साबित हो सकता है।

बिटकॉइन क्या है Bitcoin कैसे खरीदें और बेंचे

S L kashyap अप्रैल 19, 2021 0

Bitcoin


आप यकीन नही मानेगे आपसे यह कहे कि 10 साल पहले ₹1000 निवेश किए होते तो आज की डेट में करोड़ों बन जाते हमें पता है इन चीजों पर यकीन करना थोड़ा मुश्किल है पर यह बात पूरी तरह से सच है आज से करीब 10 साल पहले 1 बिटकॉइन की कीमत ₹5 से ₹6 के बीच में थी लेकिन वही आज 1 बिटकॉइन की कीमत 40 लाख के ऊपर है अब आप में से कई लोग सोच रहे होंगे कि अरे वाह यह तो खजाना है हमें भी इसमें निवेश करना चाहिए तो दोस्तो जरा ठहर जाइए क्योंकि निवेश करने से पहले एक बार ये जान लीजिए कि आखिर ये बिटकॉइन क्या है कैसे काम करता है और क्या इसमें इन्वेस्टमेंट करना सही है

भारत की चेतावनी

भारत के केन्द्रीय बैंक भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 24 दिसम्बर 2013 को बिटकॉइन जैसी वर्चुअल मुद्राओं के सम्बन्ध में एक प्रेस विज्ञप्ती जारी की गयी जिसके अनुसार, इन मुद्राओं के लेन-देन को कोई अधिकारिक अनुमति नहीं दी गयी है और इसका लेन-देन करने में कईं स्तर पर जोखिम है। हाल ही में बिटकॉइनपर आर बी आई द्वारा लगाई गई रोक सुप्रीम कोर्ट की तरफ से हटाई गई है। बिटकॉइन की लेन-देन के लिए इंडिया में वज़ीर इक्स नामक एक्सचेंज मौजूद है।

कई अर्थशास्त्रियों द्वारा बिटकॉइन को पोंज़ी स्कीम घोषित करते हुए कहा जाता है कि बिटकॉइन की माइनिंग में उपयोग होने वाली बिजली बहुत ज्यादा होती है। एक बिटकॉइन के संचालन सौदे में Bitcoin का आविष्कार किसने किया था लगभग 300 kwh बिजली लगती है।

एक नजर में

  • बिटक्वायन एक तरह की डिजिटल मुद्रा है।
  • बिटक्वायन की सबसे छोटी संख्या को सातोशी कहा जाता है।
  • एक बिटकॉइन में 10 करोड़ सातोशी होते हैं। अर्थात 0.00000001 BTC को एक सातोशी कहा जाता है।
  • इसका आविष्कार सातोशी नकामोतो नामक एक अभियंता ने 2008 में किया था और 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में इसे जारी किया गया था।
  • बिटक्वायन बिटक्वायन माइनिंग की सफलता का ट्रांजैक्शन प्रोसेस करने पर जो पुरस्कार मिलता है वह बिटक्वायन होता है।

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बिटकॉइन प्राइस को कौन कंट्रोल करता है

बिटकॉइन प्राइस (Bitcoin Price) को कौन कंट्रोल करता है? यह सवाल कई बार उठाया जाता है। लेकिन आपको बता दें कि बिटकॉइन प्राइस (Bitcoin Price) को कोई भी कंट्रोल नहीं करता है। यह एक विकेन्द्रीकृत (Decentralized) मुद्रा है। मतलब इसका कोई केंद्र नहीं है, इसका कोई दफ्तर नहीं है।

जैसे भारतीय रुपये को आरबीआई कंट्रोल करता है। किसी भी तरह की समस्या होने पर हम रिजर्व बैंक से गुहार लगा सकते हैं लेकिन बिटकॉइन के मामले में ऐसा नही है। बिटकॉइन को खरीदने और Bitcoin का आविष्कार किसने किया था बेचने के लिए कई एप का इस्तेमाल किया जाता है।

जैसा कि हमने पहले बताया है कि बिटकॉइन की एक निश्चित संख्या है। इस लिए जब ज्यादा लोग बिटकॉइन को खरीद लेते हैं Bitcoin का आविष्कार किसने किया था तो खुले में बिटकॉइन कम बचते हैं। इस लिए उसका दाम अपने आप बढ़ जाता है। वहीं जब यही लोग बिटकॉइन को बेंचने लगते हैं तो इसका दाम कम होने लगता है। क्योंकि बाजार में बहुत सारे बिटकॉइन आ जाते हैं।

बिटकॉइन का इस्तेमाल कैसे किया जाता है

बिटकॉइन का इस्तेमाल करने के लिए पहले बिटकॉइन वॉलेट की आवश्यक्ता होती है। वालेट सेंडर और रिसीवर यानी भेजने वाले और पाने वाले दोनों के पास होना चाहिए। उसके बाद रिसीवर यानी बिटकॉइन पाने वाला सेंडर को अपना बिटकॉइन एड्रेस देता है।

सेंडर अपने वॉलेट में उस एड्रेस को डालता है और कितना बिटकॉइन भेजना है यह लिख कर सेंड कर देता है। इस प्रोसेस को पूरा करते ही सेंडर के वॉलेट में पड़े बिटकाइन कट जाते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है कि बिटकॉइन तुरंत ही पहुंच जाता है।

वह कई कंप्यूटरों से जुड़ा होता है। वहां से वेरीफाई होने के बाद वह रिसीवर को मिलता है। इस प्रक्रिया में 5-6 मिनट लग जाते हैं। कई बार यह समय आधे घंटे तक हो जाता है। अब सवाल यह आता है कि जब कोई सेंट्रल सिस्सटम नहीं होता तो आखिर बिटकॉइन वेरीफाई किस कंप्यूटर से होता है?

बिटकॉइन कैसे प्रचलित हुआ

बैंकों से पैसे के ट्रांसफर में समय और धन ज्यादा लगता है। साथ ही यह खर्च और बढ़ जाता है जब आप विदेशों से पैसा भेज रहे हों। फॉरेन एक्सचेंज में लोगों का ज्यादा खर्च लगता था। जबकि यही दाम बिटकॉइन ट्रांसफर में बहुत ही कम हो गया।

कहा जाए तो भेजी जाने वाली राशि के 1 प्रतिशत से Bitcoin का आविष्कार किसने किया था भी कम दाम में। जिसके बाद लोगों ने बिटकॉइन का इस्तेमाल शुरू कर दिया। इसकी एक खास बात और थी कि इसे ट्रैक नहीं किया जा सकता था। जिसके कारण सरकारें चिंतित हो गईं।

कई देशों की सरकारों का मानना था कि बिटकॉइन का इस्तेमाल करके अवैध व्यापार जैसे स्म्गलिंग, हथियारों का धंधा किया जा सकता है। इस लिए कई देशों ने इसे बैन कर दिया। बिटकॉइन से पैसा भेजने का फायदा यह भी था कि बिटकॉइन वॉलेट का अकाउंट ब्लॉक नहीं होता है।

बिटकॉइन का दाम (Bitcoin Price) क्यों सर्च किया गया

साल 2017 में जिस समय गुजरात में चुनाव थे उस समय बिटकॉइन का दाम तेजी से बढ़ने लगा। जिससे बिटकॉइन खबरों में आ गया। लगातार खबरों में उसके दाम के बढ़ने का सिलसिला देखने को मिल रहा था। कभी जनवरी 2017 में 1 लाख रुपये का बिटकॉइन दिसंबर 2017 तक 14 लाख रुपये पहुंच गया।

जिसके कारण बिटकॉइन की ओर लोग आकर्षित हुए और बंपर इन्वेस्ट भी किया। लेकिन दिसंबर के बाद दाम गिरने लगा। आज बिटकॉइन का दाम 3 लाख रुपये से भी कम है। बिटकॉइन Bitcoin का आविष्कार किसने किया था के लगातार घटते बढ़ते दामों को देखने के लिए लोगों ने बिटकॉइन प्राइस (Bitcoin Price) सर्च किया।

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