सत्र के आरंभ में बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र से 92.02 अंकों की बढ़त के साथ 38,715.72 पर खुला और 38,791.70 तक उछला हालांकि आरंभिक घंटे के कारोबार के दौरान सेंसेक्स का निचला स्तर 38,494.39 रहा।
Power Breakfast: Global Market से अच्छे संकेत, Nasdaq 1.5%, Dow Jones 200 अंक ऊपर बंद हुआ
ग्लोबल बाजारों से अच्छे संकेत देखने को मिले हैं. 500 अंकों की रेंज में ट्रेड के बीच डाओ जोंस 200 अंक ऊपर बंद हुआ और नैस्डेक 1.5% ऊपर बंद हुआ. वहीं IT शेयरों में अच्छा रिबाउंड देखने को मिला है. वहीं यूरोप के बाजारों में 0.5% की बढ़त देखने को मिली है. SGX Nifty में 100 से ज्यादा अंकों की तेजी देखने को मिल रही है.
Nifty in Hindi: निफ्टी क्या है? – इसकी गणना कैसे होती है
निफ्टी क्या है?- इसकी गणना कैसे होती है? यदि आप इस सवाल का शेयर बाजार संकेतक के प्रकार जवाब खोजते हुए, यहाँ आये है, तो आप बिल्कुल सही जगह आये है। इस article में हम सबने Nifty50 और National Stock Exchange से संबंधित सभी जानकारियों को समाहित किया है।
What is Nifty in Hindi?
निफ्टी क्या है?
NSE का full form National Stock Exchange of India है। निफ्टी में 50 कंपनियां शामिल होती है। इसकी शुरुआत नवंबर 1994 को हुयी थी। Nifty शब्द- National और Fifty से मिलकर बना है। यहाँ Fifty नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में शामिल 50 कंपनियों के लिए है।
निफ्टी, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक है
निफ्टी(Nifty) के बारें में जानने के पहले आपको शेयर बाजार क्या है तथा इसमें निवेश कैसे करते है, इस बात की जानकारी होनी चाहिए।
संक्षेप में :
Stock Market(शेयर बाजार) :- शेयर बाजार में शेयर बाजार संकेतक के प्रकार शेयरों की खरीद-बिक्री होती है।
Equity(शेयर) :- शेयर का अर्थ होता है हिस्सा, किसी कंपनी में लगने वाले पूंजी(capital) का हिस्सा।
भारत में दो सूचकांक है
निफ्टी की जानकारी?
Nifty नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध 50 प्रमुख कंपनियों के शेयरों का सूचकांक है। यह National Stock Exchange में शामिल कंपनियों को Index करता है।
NSE में 1600 से भी ज्यादा companies registered है। निफ्टी इन सभी कंपनियों को इंडेक्स नही करता। निफ्टी में इंडेक्स होने के लिए देश के 12 अलग-अलग सेक्टर की 50 सबसे बड़ी, आर्थिक रूप से मजबूत तथा सबसे ज्यादा मार्केट कैप वाली कंपनियों को चुना जाता है।
ये कंपनिया देश के कई क्षेत्रों(sector) जैसे – Bank, Real estate, Media, Information technology, Auto, Financial services, Pharma, Metal, FMCG, Energy इत्यादि वर्गों से आती है।
निफ्टी की शुरुआत वर्ष 1994 से हुयी थी, जबकि इसका base year एक वर्ष बाद नवंबर 1995 है, तथा base value 1000 है।
यहाँ Base Year तथा Base Value कहने का मतलब यह है की Nifty को वर्ष 1995 शेयर बाजार संकेतक के प्रकार के Market Cap एवं base value 1000 को आधार मानकर कैलकुलेट करते है।
Nifty का प्रबंधन India Index Services and Products (IISL) करता है। निफ्टी के टॉप 50 कंपनियों में शामिल होने के लिए बीएसई-सेंसेक्स की तरह ही कंपनियों को कई शर्तों को पूरा करने की जरुरत पड़ती है। जिन्हें आप हमारे पिछले लेख: सेंसेक्स क्या होता है? में पढ़ सकते है।
निफ्टी की गणना कैसे होती है?
How Nifty is calculated in Hindi
निफ्टी की गणना(Calculation of Nifty) सेंसेक्स के तरह ही Free-float Market Capitalisation के आधार पर की जाती है। Nifty की गणना करते वक्त सेंसेक्स की गणना में उपयोग किये जानेवाले पद्धति का ही इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन कुछ टर्म निफ्टी में बदल जाते है।
जो इस प्रकार है –
- Nifty की गणना करते वक्त आधार वर्ष(base year) 1995 और आधार वैल्यू(base value) 1000 का उपयोग किया जाता है।
- Nifty की गणना में देश के 12 अलग-अलग सेक्टर की 50 सबसे ज्यादा मार्केट कैप वाली कंपनियों को चुना जाता है।
Market capitalisation तथा Free-float Market capitalisation क्या है
इन दोनों बातों को जानना आपके लिए अत्यंत आवश्यक है। इससे संबंधित बातों को शेयर बाजार संकेतक के प्रकार शेयर बाजार संकेतक के प्रकार हमने पिछले आर्टिकल सेंसेक्स क्या है – आसानी से समझे में काफी अच्छे से बताया है, आप वहां इसके बारे में ज्यादा जानकारी हासिल कर सकते है।
Market Capitalisation(बाजार पूंजी) : Market Capitalisation किसी कंपनी की कीमत होती है।
Free-float Market Capitalisation : यह किसी कंपनी के शेयर का वो खुला हुआ हिस्सा होता है जो खरीदने के लिए उपलब्ध होता है। इसे open market share भी कहते है। ये स्टॉक मार्केट से खरीदा जा सकता है।
1991 – 2022 के वर्षों में निफ्टी का प्रदर्शन
NIFTY 1991-2022, Source: TradingView chart
निफ्टी क्या होता है और इसकी गणना कैसे होती है? आप जान चुके होंगे। शेयर बाजार में निवेश करने के पहले किन जरुरी बातों का ध्यान हमेशा रखना चाहिए आप इस निचे के लिंक पर क्लिक करके पढ़ सकते है।
शेयर बाजार में निवेश के कुछ जरूरी टिप्स(10+ Tips for Investing in Share Bazar)
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मजबूत शुरुआत के बाद फिसला सेंसेक्स, निफ्टी 11,300 के ऊपर
नई दिल्ली। घरेलू शेयर शेयर बाजार संकेतक के प्रकार बाजार की शुरुआत बुधवार को तेजी के साथ हुई मगर बाद में किसी प्रकार के उत्साहवर्धक संकेत नहीं मिलने के कारण शुरुआती घंटे के कारोबार के दौरान सीमित दायरे में उतार-चढ़ाव बना रहा। सुबह 9.53 बजे सेंसेक्स पिछले सत्र से महज 10.17 अंकों की कमजोरी के साथ 38,613.53 पर बना हुआ था जबकि निफ्टी 4.25 अंकों की बढ़त के साथ 11,307.55 पर बना हुआ था।
कोरोनावायरस का प्रकोप दुनियाभर में फैलने के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था पर असर पड़ने की आशंकाओं से बाजार में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है। बीते सात दिनों की गिरावट के बाद मंगलवार को शेयर बाजार में सकारात्मक रूझान देखने को मिला जिससे संेसेक्स और निफ्टी दोनों मजबूत बढ़त के साथ बंद हुए। लेकिन बुधवार को शुरुआती तेजी के बाद बाजार में दिशाहीनता की स्थिति बनी हुई थी।
सत्र के आरंभ में बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र से 92.02 अंकों की बढ़त के साथ 38,715.72 पर खुला और 38,791.70 तक उछला हालांकि आरंभिक घंटे के कारोबार के दौरान सेंसेक्स का निचला स्तर 38,494.39 रहा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी भी पिछले सत्र के मुकाबले 48.05 अंकों की बढ़त के साथ 11,351.35 पर खुला और 11,356.60 तक उछला, लेकिन बाद में फिसलकर 11,263.50 पर आ गया।
Stock Makret: शेयर बाजार का शानदार बाउंस बैक, सेंसेक्स 1,329 अंक उछल कर हुआ बंद
बीएसई सेंसेक्स 1,328.61 यानी 2.44 प्रतिशत उछलकर 55,858.52 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी 410.45 अंक यानी 2.53 प्रतिशत की तेजी के साथ 16,658.40 अंक पर शेयर बाजार संकेतक के प्रकार बंद
Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: February 25, 2022 17:14 IST
Photo:AP
मुंबई। घरेलू शेयर बाजारों में सात दिन की गिरावट के बाद शुक्रवार को तेजी लौटी। दोनों मानक सूचकांक बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी 2.5 प्रतिशत तक बढ़त में रहे। यूक्रेन पर हमले को लेकर रूस पर अमेरिका तथा उसके सहयोगी देशों की तरफ से लगायी शेयर बाजार संकेतक के प्रकार गयी कड़ी पाबंदियों के साथ वैश्विक बाजारों में आयी तेजी का सकारात्मक असर घरेलू बाजार पर पड़ा। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद बृहस्पतिवार को शेयर बाजार में एक दिन में दो साल की सबसे बड़ी गिरावट आयी थी।
बीएसई सेंसेक्स 1,328.61 यानी 2.44 प्रतिशत उछलकर 55,858.52 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 410.45 अंक यानी 2.53 प्रतिशत की तेजी के साथ 16,658.40 अंक पर बंद हुआ। एचयूएल और नेस्ले को छोड़कर सेंसेक्स के सभी शेयर लाभ में रहे। टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, एनटीपीसी और टेक महिंद्रा में 6.54 प्रतिशत तक की तेजी रही। बृहस्पतिवार को सेंसेक्स 2,700 अंक से अधिक लुढ़क गया था।
दो साल में किसी एक दिन की यह सबसे बड़ी गिरावट थी। निफ्टी में भी 815 अंक की भारी गिरावट आयी थी। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार यूक्रेन संकट के बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बृहस्पतिवार को 6,448.24 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। रूस पर पाबंदियों की घोषणा के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में तेजी के साथ एशिया के अन्य प्रमुख बाजारों में भी मजबूती आयी।
इस बीच, अमेरिका, यूरोपीय संघ और जापान से यूक्रेन की मदद का संकल्प जताया है। साथ ही रूस पर और आर्थिक तथा वित्तीय पाबंदिया लगाने पर सहमति जतायी है। उधर, ब्रेंट क्रूड वायदा 0.67 प्रतिशत बढ़कर 100.80 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गयी।
21 साल में तीसरी बार अशुभ संकेत, 'डेथ क्रॉस' जोन में अमेरिकी बाजार!
Death Cross News: पिछले कुछ हफ्तों से घरेलू शेयर बाजारों के साथ-साथ दुनियाभर के शेयर बाजारों में गिरावट का रुख देखने को मिल रहा है. रूस-यूक्रेन संकट और कमजोर संकेत इसके मुख्य कारण बताए जा रहे हैं. इसी बीच Nasdaq चार्ट पर डेथ क्रॉस में आ गया. जानिए इसका मतलब.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 20 फरवरी 2022,
- (अपडेटेड 20 फरवरी 2022, 2:25 PM IST)
- 'डेथ क्रॉस' फॉर्मेशन को निवेशक मानते हैं अशुभ
- दो साल में पहली बार अशुभ संकेत
नैस्डेक कंपोजिट इंडेक्स (Nasdaq Composite Index) की ट्रेडिंग का चार्ट पैटर्न शुक्रवार को 'डेथ क्रॉस' (Death Cross) फॉर्मेशन में आ गया. स्टॉक मार्केट में इंवेस्ट करने वाले इस पैटर्न को अशुभ मानते हैं. यह गिरावट का संकेत माना जाता है.
अतीत के आंकड़े बताते हैं कि 'डेथ क्रॉस' चार्ट पैटर्न कुछ समय के लिए स्टॉक मार्केट पर काफी भारी पड़ता है और इससे बाहर निकलने में मार्केट को अच्छा-खासा वक्त निकल जाता है. हालांकि, अभी यह अस्पष्ट नहीं है कि ये फॉर्मेशन आने वाले समय में ट्रेडर्स को ज्यादा परेशान करने वाला है या ये थोड़े दिन की बात है.
दो साल में पहली बार अशुभ संकेत
इससे पहले अप्रैल, 2020 में Nasdaq डेथ क्रॉस फॉर्मेशन में आया था. वह समय अलग था. कोरोना महामारी की वजह से चारों और Uncertainty थी. निवेशकों को यह बात समझ में नहीं आ रही थी कि ये गिरावट कितने लंबे वक्त तक रहने वाली है. अभी अनिश्चितता काफी हद तक कम हो गई है. ऐसे में मार्केट के डेथ क्रॉस फॉर्मेशन की वजह से निवेशकों में एक तरह की बेचैनी देखने को मिल रही है.
नवंबर से अब तक आ चुकी है काफी गिरावट
नैस्डेक कंपोजिट इंडेक्स शुक्रवार को 1.2 फीसदी लुढ़क गया. 19 नवंबर, 2021 को नैस्डेक काफी उच्च स्तर पर था. उस समय से अब तक उसमें करीब 16 फीसदी की गिरावट आ चुकी है.
डेथ क्रॉस पैटर्न के बारे में जानिए (What is Death Cross Pattern)
यह स्टॉक मार्केट के ट्रेडिंग पैटर्न से जुड़ा होता है. चार्ट पर एक खास तरह का पैटर्न बनने पर इसे डेथ क्रॉस पैटर्न कहते हैं. जब इंडेक्स का 50 दिनों का मुविंग एवरेज 200 दिनों के मुविंग एवरेज से नीचे चला जाता है तो चार्ट पर यह पैटर्न बन जाता है. डेथ क्रॉस पैटर्न बनने के बाद निवेशक सतर्क हो जाते हैं क्योंकि उनका मानना होता है कि शेयर बाजार में अब लंबे समय तक गिरावट जारी रह सकती है.
डेथ क्रॉस बनने पर साल 2000 में क्रैश हुआ था मार्केट
साल 2000 के जून महीने में भी न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर कुछ इसी प्रकार का डेथ क्रॉस पैटर्न बना था. उस वक्त डॉटकॉम कंपनियों के शेयर बुरी तरह लुढ़क गए थे. जनवरी 2008 में भी ऐसा ही डेथ क्रॉस पैटर्न बनता हुआ देखा गया. इसके बाद पूरी दुनिया में आर्थिक संकट देखने को मिला था.
इन वजहों से आ रही है गिरावट
कमजोर वैश्विक संकेतों और रूस-यूक्रेन तनाव के बीच भारतीय शेयर बाजारों सहित दुनियाभर के शेयर बाजारों में भी पिछले कुछ समय से गिरावट का दौर देखा जा रहा है. भारतीय बाजारों की बात की जाए तो विदेशी संस्थागत निवेशक की तरफ से भारी बिकवाली भी एक वजह रही है. बीएसई सेंसेक्स इस साल की शुरुआत से 2.28 फीसटी टूटा है, जबकि निफ्टी में 1.98 फीसदी की गिरावट आई है.
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