सैलरी अकाउंट खुलवाने के लिए आपको ऊपर बताए गए डॉक्यूमेंट लेकर आपको जिस बैंक में खाता खोलने के लिए क्या चाहिए? वेतन खाता खुलवाना है वहां पर जाना पड़ेगा और वहां जाकर आपको वेतन खाता खोलने का फॉर्म लेकर उस फॉर्म को भर कर और ऊपर बताए डॉक्यूमेंट की कॉपी उस फॉर्म के साथ जोड़कर बैंक में फॉर्म वापस करना पड़ेगा और उसके 2 या 3 दिन बाद आपका खाता खुल जाएगा।
बचत बैंक खाता
व्यक्तियों , संयुक्त खाते , माइनर खातों , ब्लाइंड , निरक्षर , एचयूएफ , ट्रस्ट , निष्पादक और प्रशासक , भारत सरकार। शव , अर्ध सरकारी विभागों , पीएफ लेखा , पूंजीगत लाभ लेखा , गैर कॉर्पोरेट निकायों अर्थात। ,, क्लब मान्यता प्राप्त समितियों , संघों , स्कूलों आदि ,
रुपये की औसत मासिक शेष राशि। 1000 / - मेट्रो , शहरी और अर्ध-शहरी शाखाओं और रुपये के लिए। 500 / - ग्रामीण शाखाओं के लिए।
खाता खोलने के लिए आवश्यकताएँ
बैंकों निर्धारित प्रपत्र में आवेदन , पहचान का सबूत , एड्रेस प्रूफ , पासपोर्ट आकार का फोटो।
रनिंग (ऑपरेटिव) खाते
ब्याज भुगतान की अवधि
ब्याज , तिमाही देय है हर फरवरी , मई , अगस्त और नवंबर के खाते में बनाए रखा दैनिक संतुलन पर।
वरिष्ठ नागरिक के लिए विशेष दर
बल्क जमा करने के लिए विशेष दर
एटीएम-कम-डेबिट कार्ड , पास बुक / पास शीट , नामांकन , स्थायी निर्देश , चैक संग्रह , आउटस्टेशन चेक के तुरंत क्रेडिट तक 15,000 / -, इंटरनेट और मोबाइल बैंकिंग आदि
खाता खोलने के लिए क्या चाहिए?
आज के समय में आपका बैंक अकाउंट होना बेहद जरूरी हो गया है। किसी भी प्रकार के निवेश के लिए या अपने पैसों को सुरक्षित रखने के लिए आपको बैंक शाखा में जाकर अपना बैंक अकाउंट खोलने के लिए जरुरी मेथड से होकर गुजरना पड़ता है। आपको अपनी अकाउंट को खुलवाने के लिए जरुरी डॉक्यूमेंट अपने साथ रखने होते हैं क्यूंकि जब भी आप अपना बैंक खाता खुलवाते हैं तो आपसे आपकी जानकारी खाता खोलने के लिए क्या चाहिए? को लेने के लिए कुछ इंपोर्टेंट डाक्यूमेंट्स को लिया जाता है। आज यहाँ इस पोस्ट में हम आपको अपना बैंक खाता कैसे खुलवाना है? बैंक में खाता कैसे खोले? और बैंक अकाउंट के कितने टाइप होते हैं? इसके बारे में बताएँगे। बड़ी ही आसान और सरल रूप से आपको इसकी जानकारी दी जाएगी और आप आसानी से समझ भी जायेंगे।
बैंक में खाते के प्रकार (Types of Account in Bank)
मुख्य रूप से बैंक अकाउंट 4 तरह के होते हैं और इनको अलग-अलग नाम से जाना जाता है, यदि आप नेट बैंकिंग का यूज़ कर रहे हैं तो आप सभी तरह के अकाउंट को एक ही जगह पर मैनेज कर सकते हैं जो की आपके लिए किसी भी प्रकार के लेनदेन के लिए आसान होता है। आइये पहले हम यह जान लेते हैं क़ि बैंक अकाउंट कितनी तरह के होते हैं, तो आपको हम बता देते है कि बैंक अकाउंट तीन तरह के होते हैं –
- Saving accounts (बचत खाता)
- Current account (चालू खाता)
- Recurring account /deposit (इसे RD के नाम से भी जानते हैं)
- Fixed deposit account (इसे शार्ट में FD कहा जाता है)
सेविंग अकाउंट क्या होता है?
Saving accounts को हिंदी में बचत खाता कहा जाता है। इस प्रकार के अकाउंट पर्सनल बैंकिंग के लिए बेहतर विकल्प होते हैं। आप इसमें अपनी सेविंग को सुरक्षित रख सकते हैं। आपकी सेविंग पर आपको यानि अकाउंट होल्डर को कुछ बैंकों द्वारा निर्धारित ब्याज दर भी प्रदान किया जाता है। हर बैंक अपने ग्राहकों को उनके सेविंग अकाउंट खुलवाने के लिए Zero Balance Account की सुविधा देते हैं यानी की आपको अपना खाता खुलवाने के लिए मिनियम बैलेंस की जरुरत नहीं होती।वे कुछ बैंक में आपको अपना खाता खुलवाने के लिए न्यूनतम राशि की आवश्यकता होती है। सेविंग अकाउंट के अंदर आपको एक लिमिटेशन में लेनदेन खाता खोलने के लिए क्या चाहिए? करना होता है। इसका उपयोग आप व्यापारिक काम यानि बिजनेस के लिए नहीं कर सकते।
SBI में घर बैठे खुलवाएं बच्चों का बचत खाता, ये है पूरी प्रक्रिया
Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: April 03, 2021 11:55 IST
SBI में घर बैठे खुलवाएं बच्चों का बचत खाता, ये है पूरी प्रक्रिया
नई दिल्ली। बच्चों की गुल्लक उनके लिए बचत का पहला पाठ होता है। इसमें वे अपने जन्मदिन पर या रिश्तेदारों से मिले पैसे सहेज कर रखते हैं। लेकिन आज के आधुनिक बैंकिंग के जमाने में बच्चों के पास बैंक में खाता खोलने के भी विकल्प हैं। इसी बीच देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) बच्चों के लिए सेविंग अकाउंट खोलने की सुविधा प्रदान कर रहा है। पहला कदम और पहली उड़ान नाम से सेविंग एकाउंट आप घर बैठे ऑनलाइन खोल सकते हैं। खास बात यह है कि इसमें बच्चों के लिए पैसे निकालने की लिमिट भी तय की गई है। बच्चों के लिए खास इस अकाउंट को कैसे खोल सकते हैं, इंडिया टीवी पैसा की टीम इस बारे में पूरी जानकारी देने जा रहा है।
दो तरह के अकाउंट का विकल्प
एसबीआई द्वारा नाबालिग बच्चों के लिए दो प्रकार के अकाउंट खोलने की सुविधा दे रहा है। इसमें पहला है पहला कदम (Pehla Kadam) और दूसरा है पहली उड़ान (Pehli Udaan)।
इस अकाउंट के तहत किसी भी उम्र के नाबालिग बच्चों के साथ माता पिता या गार्जियन ज्वॉइंट एकाउंट खोल सकते हैं। इसे पैरेंट्स या गार्जियन या बच्चा खुद सिंगल रूप से ऑपरेट कर सकत है। इस खाते में आपको ATM डेबिट कार्ड सुविधा भी मिलती है। यह कार्ड नाबालिग और अभिभावक के नाम से जारी किया जाएगा। इसमें 5,000 रुपये तक निकाल सकते हैं। इस अकाउंट पर मोबाइल बैंकिंग सुविधा मौजूद है, जिसमें सभी प्रकार के बिल का पेमेंट भी किया जा सकता है। इसमें 2,000 रुपये तक रोजाना ट्रांजैक्शन करने की लिमिट है। इंटरनेट बैंकिंग सुविधा में रोजाना 5,000 रुपये तक ट्रांजैक्शन करने की लिमिट है। इससे आप सभी प्रकार के बिल जमा कर सकते हैं। पैरेंट्स के लिए पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस कवर भी मिलता है।
पहली उड़ान सेविंग अकाउंट
इस अकाउंट को 10 साल से अधिक उम्र के बच्चे जो अपने साइन कर सकते हैं वो पहली उड़ान के तहत खाता खुलवा सकते हैं। यह एकाउंट पूरी तरह से नाबालिग के नाम से होगा। वही उसको अकेले ऑपरेट कर सकता है। इसमें भी ATM डेबिट कार्ड सुविधा मिलती है और रोजाना 5000 रुपये तक पैसे निकाल सकते हैं। इसके साथ ही मोबाइल बैंकिंग सुविधा भी मिलती है। जिसमें रोजाना 2000 रुपये तक ट्रांसफर कर सकते हैं।
आप घर बैठे यह खाता खुलवा सकते हैं। पहले आपको एसबीआई की ऑफिशियल वेबसाइट sbi.co.in पर जाना होगा। इसके बाद पर्सनल बैंकिंग पर क्लिक करें। अब अकाउंट्स टैब पर क्लिक कर सेविंग अकाउंट ऑफ माइनर्स का विकल्प चुनें। इसके बाद अप्लाई नाउ पर क्लिक करें। फिर आपको डिजिटल और इंस्टा सेविंग अकाउंट का एक पॉप अप फीचर्स दिखाई देगा।अब आपको ओपन डिजिटल अकाउंट का विकल्प मिलेगा, इस पर क्लिक करें। इसके बाद अप्लाय पर क्लिक करें और अगले पेज में जाएं। अकाउंट ओपन करने के लिए अपनी पूरी जानकारी दर्ज करें। बता दें कि इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए एक बार SBI के ब्रांच में जाना जरूरी है। इसके अलावा आप ऑफलाइन तरीके से SBI के ब्रांच में भी जाकर अकाउंट ओपन कर सकते हैं।
बैंक में खाता कैसे खोले | बैंक में खाता खोलने के लिए क्या-क्या डॉक्यूमेंट चाहिए
बैंक में खाता खुलवाने के लिए पहले तो आप जहां पर रह रहे हो वहां पर आपके नजदीक में कौन-कौन से बैंक है उसकी जानकारी आप ले ले और उसके बाद आपको किस बैंक में खाता खुलवाना है उसका चयन आप कर लीजिए लेकिन आपके नजदीक में जो बैंक है उसमें ही आप खाता खुलवाएं ताकि जब भी आपको बैंक का कोई भी काम हो तो आप वहां आसानी से जाकर अपना काम पूरा कर सके।
बैंक में खाताखुलवाने के आपको पहले तो बैंक में कौन कौन से खाते होते हैं और उस खातों का क्या उपयोग होता है उसकी जानकारी आपको अवश्य होनी चाहिए क्योंकि आप कौन सा खाता खुलवाना चाहते हो उसका आपको पता चले बैंक में खास करके 3 छात्रों का ज्यादा उपयोग होता है जो नीचे दिए गए हैं।
बैंक में मुख्य तीन खाते होते है।
- बचत खाता (saving account)
- चालू खाता (current account)
- वेतन खाता (salary account)
चालू खाता (current account) – चालू खाता किसे कहते हैं।
चालू खाता यानी आप कोई बिजनेस करते हैं और उस बिजनेस के नाम पर जो खाता खुलवा ते हैं उसे चालू खाता कहते हैं चालू खाता खुलवाने के लिए आपके पास कोई भी बिजनेस होना आवश्यक है चालू खाते में बचत खाते से ज्यादा पैसे रखने पड़ते हैं और उसमें ट्रांजैक्शन भी ज्यादा होते चालू खाते में आपको पासबुक नहीं दिया जाता है उसमें आपको बैंक में से स्टेटमेंट ही निकालना पड़ता है चालू खाता खोलने के लिए नीचे बताए गए डॉक्यूमेंट जरूरी है।
चालू खाता खोलने के डॉक्यूमेंट
- पान कार्ड
- आधार कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- गुमास्ताधारा
- जी एस टी प्रमाण पत्र
- प्रोपराइटर का सिक्का
चालू खाता खोलने के लिए ऊपर बताए गए डॉक्यूमेंट लेकर आपको जिस भी बैंक में चालू खाता खुलवाना है उस बैंक में जाकर खुलवा सकते हैं आप जब बैंक में जाओगे तब आपको बैंक में से चालू खाता का फॉर्म लेकर भरना पड़ेगाऔर फिर ऊपर बताए गए डॉक्यूमेंट की कॉपी भी देनी पड़ेगी।
नाबालिग बच्चे का खोल रहे हैं बैंक खाता, तो रखें इन बातों का ध्यान
अपने बच्चे के नाम पर बैंक खाता खोलना उन्हें पैसे से जुड़े मामलों से परिचित कराने खाता खोलने के लिए क्या चाहिए? का पहला कदम होता है। बैंकिंग और फाइनेंस की बुनियादी बातों से परिचित होने से उनमें सेविंग की आदत बनाने में काफी मदद मिल सकती है। लेकिन, इससे पहले कि आप बच्चे का बैंक खाता खोलने के लिए अपने बैंकर के पास जाएं तो कुछ बातों का ध्यान रखें..
अगर बच्चे की उम्र 18 साल से कम है, तो बैंक इन्हें माइनर अकाउंट कहेगा। 10 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए, खाते को माता-पिता या अभिभावक के साथ संयुक्त रूप से चलाना होता है। अगर बच्चे की उम्र 10 से 18 साल के बीच है, तो बच्चे द्वारा खाते का संचालन किया जा सकता है। 18 वर्ष की आयु पार होने पर खाते को नियमित बचत खाते में परिवर्तित किया जा सकता है और उसके बाद माता-पिता इसे संचालित नहीं कर सकते।
हालांकि, माइनर खाते में इंटरनेट बैंकिंग, ATM या डेबिट कार्ड, चेक बुक सुविधा आदि जैसी सुविधाएं मिलती है लेकिन इसके लिए पहले बैंक से बात कर लें। कई बार इन खातों पर पासवर्ड नहीं मिलता।
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