जिस भारतीय के आगे नतमस्तक हुई दुनिया, उन पर अभी तक कोई फिल्म नहीं बना पाया बॉलीवुड
श्रीनिवास रामानुजन जैसे महान व्यक्तित्व विरले ही जन्म लेते हैं लेकिन न उनके योगदानों को सराहा गया और न ही बॉलीवुड में उन्हें उचित चित्रण मिला.
श्रीनिवास रामानुजन: “मेरे लिए गणित के उस सूत्र का कोई मतलब नहीं है, जिससे मुझे आध्यात्मिक विचार न मिलते हों”. ये उस व्यक्ति के शब्द थे, जिसने अपने संक्षिप्त जीवन में अपने समकक्षों को केवल गणित ही नहीं, जीवन का मर्म भी समझा दिया। परंतु दुर्भाग्य देखिए, उन्हें सबसे भव्य श्रद्धांजलि उनके अपने देश से न मिलकर उन देशों से मिली, जिन्होंने अनेकों बार उनके सिद्धांतों और उनके विचारों का उपहास उड़ाया। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि कैसे श्रीनिवास रामानुजन ने भारत के लिए अद्वितीय योगदान दिये परंतु न उनके योगदानों को सराहा गया और न ही सिल्वर स्क्रीन, विशेषकर बॉलीवुड में उन्हें उचित चित्रण मिला।
बचपन से ही मेधावी थे रामानुजन
भारत में गणित का इतिहास पूर्ववर्ती काल से जुड़ा हुआ है। प्राचीन भारत की सबसे प्राचीन ज्ञात गणित की खोज लगभग 3000-3200 ई. पू. में हुई थी। भारत में गणित की खोज और उसे वृहत स्वरुप देने में पहले आर्यभट्ट, दूसरे ब्रम्हगुप्त और तीसरे स्थान पर श्रीनिवास रामानुजन का नाम आता है। आधुनिक गणित के महानतम विचारक रहे श्रीनिवास रामानुजन एक ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने अपने कार्यों से अपने संक्षिप्त जीवन को बड़ा बना दिया। केवल 32 वर्ष की आयु में उन्होंने अपना शरीर त्याग दिया परंतु अपने कार्यों से उन्होंने सम्पूर्ण संसार पर अपनी छाप छोड़ी। उन्होंने भारत के ‘गणित धन’ को न केवल संसार से परिचित कराया अपितु हमारी संस्कृति के गौरव को भी अक्षुण्ण रखा। श्रीनिवास रामानुजन अपने गणित के क्षेत्र में किये गए किसी भी कार्य को आध्यात्म का ही एक अंग मानते थे।
22 दिसंबर 1887 को तत्कालीन मद्रास प्रेसिडेंसी के ईरोड में जन्म लेने वाले श्रीनिवास, कुंभकोणम में पले बढ़े। धर्म शास्त्रों से उनका बचपन से ही बहुत लगाव था परंतु वो उतना ही विज्ञान और गणित से भी जुड़े थे। गणित उनके लिए साधना समान थी। उदाहरण के लिए वो जब केवल 13 वर्ष के थे तो वह प्रसिद्ध त्रिकोणमिति (Trigonometry) विशेषज्ञ SL Loney के पुस्तक को पारंगत कर चुके थे। अगर 2 घंटे का गणित का पेपर होता तो वो केवल एक घंटे में उसे पूरा कर लेते थे।
कैंब्रिज से मिला था आमंत्रण
रामानुजन ने किशोरावस्था में पहुंचने तक Cubic Equations, Geometry और Infinite Series को कुशलता से हल करने में निपुणता हासिल कर ली थी और उन्होंने Quintic जैसे असाध्य फार्मूला को भी हल करने की कोशिश की। उन्होंने Quartic Function को सुलझाने के लिए अपना अनोखा फॉर्मूला तैयार किया। परंतु श्रीनिवास रामानुजन केवल उतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने अपने विचारों, विशेषकर नंबर थ्योरी, Infinite Number सीरीज़, Continued Fractions इत्यादि क्या दिशाओं में व्यापार करना एक अच्छा विचार है? पर अपने अनोखे अनुसंधान से सबको चकित कर दिया।
उनके प्रतिभा से अभिभूत होकर GH Hardy ने उन्हें England के कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में आमंत्रित किया परंतु प्रारंभ में उन्होंने मना कर दिया क्योंकि उनके लिए अपने संस्कृति का परित्याग करना अशोभनीय था। वो अपने हर सफलता का श्रेय अपनी कुलदेवी और महालक्ष्मी की स्वरूप, नमक्कल की माँ नामगिरी थायर को देते थे। नामगिरी देवी, रामानुजन के परिवार की ईष्ट देवी थी।
Goodwill Hunting में पहली बार हुआ था उल्लेख
जो व्यक्ति देश की संस्कृति और शैक्षणिक तंत्र को नित-नए आयाम तक पंहुचा रहा था, वो दुर्भाग्यवश ही 26 अप्रैल 1920 को इस संसार को अलविदा कह गया। इससे भी बड़े दुर्भाग्य की बात तो यह है कि इस महापुरुष की गौरव गाथा हमारे देश में नहीं अपितु Hollywood से सुनने को मिली। श्रीनिवास रामानुजन का सर्वप्रथम उल्लेख ‘Goodwill Hunting’ में हुआ, जहां उनकी प्रतिभा के बारे में Matt Damon के किरदार को Robin Williams ने बड़े गर्व से बताया और फिर 2015 में ‘The Man Who Knew Infinity’ में उनकी महिमा का वर्णन किया गया। ऐसे में एक प्रश्न उठना स्वाभाविक है कि क्या हमारी फिल्म इंडस्ट्री इतनी हीन है कि फिल्मों के माध्यम से उन्हें एक योग्य श्रद्धांजलि भी नहीं दे सकता? परंतु जिस प्रकार से उनका ध्यान ‘बेशरम रंग’ पर अधिक है, ऐसे में ये लांछन लगना अस्वाभाविक भी नहीं है।
ऐसे में, यदि आपको प्रगतिशील कहलाना है तो अपनी संस्कृति का परित्याग करना ही होगा, ये कथित रूप से नवनिर्माण ही प्रगति का सार माना जाता है। परंतु भारत में नवनिर्माण कभी भी हमारी रीति नहीं है। समय के साथ बदलना और पुनर्निर्माण को बढ़ावा देना हमारी संस्कृति का मूल आधार है और इस दिशा में हमें विचार करने की आवश्यकता है।
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एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के साथ भारत की G20 अध्यक्षता पर की चर्चा
इस मौके पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अर्मेनिया के विदेश मंत्री अरारत मिर्ज़ोयान, यूएई की संस्कृति और युवा मंत्री नौरा अलकाबी और पोलैंड के विदेश मामलों के उप मंत्री वोज्शिएक गेरवेल से भी मुलाकात की.
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विदेश मंत्री (ईएएम) एस जयशंकर ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से मुलाकात की और भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान साथ काम करने पर विचारों का आदान-प्रदान किया. जयशंकर ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा कि वह UNSC सुधार और यूक्रेन संघर्ष पर संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के विचार को महत्व देते हैं. जयशंकर ने ट्वीट किया, "संयुक्त राष्ट्र महासचिव @antonioguterres के साथ एक गर्मजोशी भरी मुलाकात.
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UNSC सुधार और यूक्रेन संघर्ष पर उनके विचार को महत्व दिया. भारत की G20 अध्यक्षता के दौरान साथ काम करने पर विचारों का आदान-प्रदान किया." विदेश मंत्री जयशंकर ने बुधवार को 14 दिसंबर को "सुधारित बहुपक्षवाद के लिए नई दिशा" के विषय पर उच्च स्तरीय मंत्रिस्तरीय खुली बहस की अध्यक्षता की. उन्होंने ट्वीट किया, "सुधारित बहुपक्षवाद के लिए नई दिशा पर सुरक्षा परिषद में खुली बहस की अध्यक्षता की.
Valued his insights on UNSC reform and Ukraine conflict. Exchanged views on working together during India's G20 Presidency. pic.twitter.com/ovpaHjRuQl
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) December 14, 2022आईजीएन प्रक्रिया में निहित तीन चुनौतियों को रेखांकित किया: यह संयुक्त राष्ट्र में एकमात्र ऐसी चुनौती है जो बिना किसी समय सीमा के आयोजित की जाती है." उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, "बिना किसी टेक्स्ट के बातचीत करना भी अलग है. ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं है जो प्रगति को पहचानने और आगे बढ़ाने क्या दिशाओं में व्यापार करना एक अच्छा विचार है? की अनुमति देता हो." इस मौके पर जयशंकर ने अर्मेनिया के विदेश मंत्री अरारत मिर्ज़ोयान, यूएई की संस्कृति और युवा मंत्री नौरा अलकाबी और पोलैंड के विदेश मामलों के उप मंत्री वोज्शिएक गेरवेल से भी मुलाकात की.
Chaired the open debate in the Security Council on New Orientation for Reformed Multilateralism.
Underlined the three challenges inherent in the IGN process:
1. It is the only one in the United Nations that is conducted without any time frame. pic.twitter.com/HtA7eoex8c
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) December 14, 2022विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के परिसर में महात्मा गांधी की आवक्ष प्रतिमा का भी अनावरण किया. जयशंकर ने ट्वीट किया, "संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में महात्मा गांधी की प्रतिमा के अनावरण में UNSG @antonioguterres और @UN_PGA Csaba Korosi के साथ जुड़कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं. इन पवित्र परिसरों में उनकी उपस्थिति संयुक्त राष्ट्र को अपने संस्थापक आदर्शों पर खरा उतरने के लिए प्रेरित करे."
Honored to join UNSG @antonioguterres and @UN_PGA Csaba Kőrösi in unveiling the bust of Mahatma Gandhi at the @UN Headquarters.
May his presence in these hallowed premises inspire the UN to live up to its founding ideals. pic.twitter.com/xZCzVrlSe5
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) December 14, 2022Mutual Funds: रिकॉर्ड SIP इनफ्लो के बावजूद Large Cap Funds से निवेशकों ने क्यों निकाले पैसे? आगे क्या हो स्ट्रैटजी
Mutual Funds: कई महीनों बाद निवेशकों ने लॉर्ज कैप फंड्स (Large Cap Funds) से निकासी की. नवंबर में लॉर्ज कैप फंड्स से 1,038.84 करोड़ रुपये का आउटफ्लो देखने को मिला. एक तरफ जहां रिकॉर्ड SIP इनफ्लो है दूसरी ओर लॉर्ज कैप फंड्स से आउटफ्लो हुआ है.
Mutual Funds: नवंबर 2022 में Large Cap Funds से 1,038.84 करोड़ रुपये का आउटफ्लो देखने को मिला.
Mutual Funds: म्यूचुअल फंड एसआईपी (Mutual Fund SIP) पर निवेशकों को भरोसा लगातार मजबूत बना हुआ है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है नवंबर 2022 में रिकॉर्ड SIP इनफ्लो दर्ज किया गया. रिटेल निवेशकों की ओर से पिछले महीने 13,306 करोड़ रुपये का निवेश आया. SIP अकाउंट्स की संख्या 6 करोड़ से ज्यादा हो गई है. इसके बावजूद कई महीनों के बाद निवेशकों ने लॉर्ज कैप फंड्स (Large Cap Funds) से निकासी की. नवंबर 2022 में लॉर्ज कैप फंड्स से 1,038.84 करोड़ रुपये का आउटफ्लो देखने को मिला. एक तरफ जहां रिकॉर्ड SIP इनफ्लो है दूसरी ओर लॉर्ज कैप फंड्स से आउटफ्लो हुआ है.
Large Cap Funds से निवेशकों ने क्यों निकाले पैसे?
ऑप्टिमा मनी के एमडी एंड सीईओ पंकज मठपाल का कहना है, लॉर्ज कैप फंड्स से आउटफ्लो की बड़ी वजह प्रॉफिट बुकिंग है. मार्केट की रिकॉर्ड तेजी को देखते हुए निवेशकों ने लॉर्ज कैप फंड्स से मुनाफा बटोरा है. दूसरी एक अहम वजह यह भी है कि ज्यादातर एक्टिव लॉर्ज कैप फंड्स लॉर्ज कैप इंडेक्स फंड्स के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करने में विफल रहे. इसलिए लॉर्ज कैप में निवेश करने वाले निवेशकों ने इंडेक्स फंड्स और ETFs का रुख किया.
BNP फिनकैप के डायरेक्टर एके निगम भी कहते हैं, चूंकि मार्केट ऑल टाइम हाई पर है, ऐसे में निवेशकों ने थोड़ा प्रॉफिट बुक करना क्या दिशाओं में व्यापार करना एक अच्छा विचार है? बेहतर समझा है. एक अहम वजह है कि लॉर्ज कैप निवेशक अन्य दूसरे कैटेगरी के मुकाबले थोड़ा कन्जर्वेटिव होते हैं, इसलिए उन्हें जब मुनाफा दिखा तो उन्होंने उसे निकालना बेहतर समझा.
SIP अकाउंट 6.04 करोड़ के पार
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (Amfi) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, SIP के जरिए नवंबर 2022 में रिकॉर्ड निवेश आया. नवंबर में रिटेल निवेशकों ने 13,306.49 करोड़ का निवेश किया. जबकि अक्टूबर में SIP इनफ्लो 13,040.64 करोड़ और सितंबर में 12,976 करोड़ रुपये था. वहीं, SIP अकाउंट्स की संख्या नवंबर में बढ़कर 6,04,57,429 हो गई. वहीं, पिछले महीने SIP AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) 6,83,851.80 करोड़ रुपये हो गया. अक्टूबर 2022 में SIP AUM 6,64,780.86 क्या दिशाओं में व्यापार करना एक अच्छा विचार है? करोड़ क्या दिशाओं में व्यापार करना एक अच्छा विचार है? रुपये रहा था.
बता दें, पिछले कुछ महीनों में मार्केट में महंगाई और ब्याज दरों में बढ़ोतरी जैसे कई फैक्टर हावी रहे. बावजूद इसके छोटे निवेशकों का म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट में लगातार भरोसा बना हुआ है. रिटेल निवेशक SIP को लंबी अवधि में वेल्थ क्रिएशन के कारगर टूल के रूप में देख रहे हैं.
निवेशक कैसे बनाएं स्ट्रैटजी
पंकज मठपाल का कहना है, ऐसे निवेशक जो लॉर्ज कैप फंड्स में पैसे नहीं लगाना चाहते हैं, वे बेहतर रिटर्न के लिए मिड एंड स्माल कैप फंड्स में जा सकते हैं. हालांकि, ऐसे निवेशकों को डायवर्सिफिकेशन बनाए रखना चाहिए. लॉर्ज कैप फंड्स इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो को स्टैबिलिटी देते हैं.
एके निगम कहते हैं, लॉर्ज कैप फंड्स का एडवांटेज ये है कि इनमें स्टैबिलिटी ज्यादा होती है. हालांकि, रिटर्न कम रहता है. इक्विटी फंड्स में लो रिस्क वाले निवेशकों के लिए लॉर्ज कैप फंड्स हैं. जिन लोगों खासक यंग निवेशकों जिनकी रिस्क उठाने की क्षमता ज्यादा है, उन्हें लॉर्ज एंड मिड कैप फंड्स के साथ जा सकते हैं. वहीं, जो निवेशक स्टैबिलिटी के साथ एक कन्सिस्टेंट रिटर्न चाहते हैं, उनके लिए लॉर्ज कैप अच्छा ऑप्शन है.
(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड संबंधी सलाह एक्सपर्ट द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं है. म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें)
Small Business Ideas : इस बिजनेस में पैसा करें निवेश, छोटा सा ऑफिस खोलकर कमा सकते हैं लाखों रुपए
अगर आप भी खुद का बिजनेस शुरू करने की योजना बना रहे हैं तो ये खबर आपके लिए बेहद खास है। आज हम आपको एक ऐसे बिजनेस आइडिया के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी डिमांड हर क्षेत्र में है। आइए नीचे खबर में जानते हैं पूरी जानकारी-
Newz Fast,New Delhi अगर आप कोई बिजनेस शुरू करने के बारे में विचार कर रहे है, तो फिर ये क्या दिशाओं में व्यापार करना एक अच्छा विचार है? खबर आपके बहुत काम की हो सकती है। आज हम आपको एक शानदार बिजनेस आइडिया बताने जा रहे है।
अगर आप इस बिजनेस को शुरू करते है, तो फिर आप इस बिजनेस से एक बेहतर कमाई कर सकते है साथ ही इस बिजनेस से आप इतने काबिल हो सकते हो। कि आप क्या दिशाओं में व्यापार करना एक अच्छा विचार है? दूसरों को नौकरी भी दे सकते है।
हम जिस बिजनेस की बात कर रहे है इस बिजनेस का नाम सिक्योरिटी एजेंसी का बिजनेस है। आप सिक्योरिटी क्या दिशाओं में व्यापार करना एक अच्छा विचार है? एजेंसी के बिजनेस को शुरू करके बेहतर कमाई तो कर ही सकते है। इसके साथ ही नौकरी देने वाले भी बन सकते है, तो फिर चलिए जानते है इस बिजनेस के बारे में सारी डिटेल।
आवश्यकता होती है सभी क्षेत्र में
बिल्डिंग्स-अपार्टमेंट्स की सुरक्षा हो या फिर ऑफिस की सुरक्षा हो सभी जगह सिक्योरिटी गार्ड की जरूरत होती ही है। वहीं, कई सारे धनवान लोग हो या फिर बड़े बिजनेसमैन उनको भी सुरक्षा के लिए अच्छी और भरोसेमंद सिक्योरिटी एजेंसी की हमेशा ही खोज रहती है।
लोग अपने खर्चे कम कर लेते है मगर सुरक्षा में कमी नहीं करते है। ऐसे में सिक्योरिटी एजेंसी क्या दिशाओं में व्यापार करना एक अच्छा विचार है? की मांग काफी अधिक होती है। ऐसे में अगर आप इस बिजनेस को शुरू करते है, तो फिर एक बेहतर कमाई कर सकते है।
मन चाहा पैसा है इस बिजनेस में
सभी लोग सुरक्षा के मामले में कंजूसी न के बराबर ही करते है यानी इस बिजनेस से आप बढ़िया कमाई कर सकते है यानी इस बिजनेस से आप मन चाहा पैसा कमा सकते है।
देश में जिस तेजी के शहरीकरण हो रहा है। उतनी ही तेजी के क्या दिशाओं में व्यापार करना एक अच्छा विचार है? साथ क्या दिशाओं में व्यापार करना एक अच्छा विचार है? नए कारोबार और उद्योग शुरू हो रहे है और सिक्योरिटी गार्ड की मांग में भी बहुत तेजी हो रही है। ऐसे में सिक्योरिटी एजेंसी का बिजनेस शुरू कर सकते है। आप इसको छोटे स्तर में भी शुरू कर सकते है और ये बिजनेस आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
कराए रजिस्ट्रेशन अपनी कंपनी बना कर
अगर आप इस बिजनेस को अकेले शुरू करते है, तो फिर आप इसको कम निवेश के साथ शुरू कर सकते है और अगर आप इस बिजनेस को बड़े स्तर में शुरू करते है, तो फिर आपको अधिक पैसे की जरूरत होगी। आप अपने दोस्तों रिश्तेदार के साथ पार्टनरशिप करके इस बिजनेस को शुरू सकते है।
इसके लिए आपको कंपनी बनाने की जरूरत होगी। अगर आपको 10 लोगों को काम पर रखकर इस बिजनेस को शुरू करते है, तो फिर आपको ईएसआईसी रजिस्ट्रेशन कराना होगा और अगर आपको 20 लोगों को काम पर रखते है, तो फिर इसके लिए आपको पीएफ के लिए पंजीयन करवाना होगा। जीएसटी रजिस्ट्रेशन के अलावा आपको कंपनी लेबर कोर्ट में भी रजिस्टर्ड कराना होता है। सिक्योरिटी एजेंसी चलाने के लिए पीएसएआरए से लाइसेंस लेना बहुत जरूरी होता है।
ये फीस तय है लाइसेंस के लिए
अगर आप सिक्योरिटी एजेंसी के लाइसेंस के लिए आवेदन करते है, तो फिर आवेदक को दी जाने वाली सेवाओं के अनुरूप लाइसेंस फीस भरनी होती है। एक जिले में सिक्योरिटी एजेंसी के लिए लाइसेंस के लिए लगभग 5 हजार रु, 5 जिले में सेवा देने के लिए 10 हजार रु और एक राज्य के लिए 25 हजार रु तक की फीस देनी होती है। जब आपकी लाइसेंस मिल जाता है उसके बाद आपको पसारा एक्ट के तहत जो निर्धारित मापदंड है। उन मापदंडों का पालन करना होता है।
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