सरकार कुल योगदान का 50% या 1000 रुपये प्रति साल जो भी कम हो का सह-योगदान प्रत्येक पात्र ग्राहक को करेगी जो इस योजना में 1 जून 2015 से 31 मार्च 2016 के बीच शामिल होते हैं और जो किसी भी अन्य सामाजिक सुरक्षा योजना के एक लाभार्थी नहीं है एवं आयकर दाता नहीं है। सरकार के सह-योगदान वित्तीय वर्ष 2015-16 से 2019-20 तक 5 साल के लिए दिया जाएगा।
PM Kisan Samman Nidhi: किश्त पाने से ज्यादा लौटाने की चिंता, जानिए कैसे चेक करें पैसे वापस करना है या नहीं
PM Kisan Samman Nidhi: पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत अब तक किसानों को 12 किश्तों में पैसे मुहैया कराए जा चुके हैं। किसान लाभ और लौटाने की अवधि अब 13 वीं किश्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस बीच एक बड़ा अपडेट सामने आया है। कई ऐसे किसान हैं, जिन्होंने जालसाजी करके पीएम किसान सम्मान निधि के पैसे हड़प लिए हैं। ऐसे में सरकार उनसे पैसे वसूलने की तैयारी कर रही है। अपात्र किसानों को अब पैसे वापस करना पड़ेगा। ऐसे में अगर आप जेल नहीं जाना चाहते हैं तो गलत तरीके से लिए गए पीएम किसान सम्मान निधि लाभ और लौटाने की अवधि के पैसे वापस कर दें।
बता दें कि पीएम किसान सम्मान निधि के तहते किसानों को सालाना 6,000 रुपये मुहैया कराए जाते हैं। किसानों के ये पैसे 3 किश्तों में दिए जाते हैं। हर एक किश्त 2,000 रुपये की होती है। आमतौर पर पीएम किसान सम्मान निधि की पीएम पहली किश्त 1 अप्रैल से 31 जुलाई, दूसरी किश्त 1 अगस्त से 30 नवंबर और तीसरी किश्त 1 दिसंबर से 31 मार्च के बीच आती है।
pm kisan refund online update सभी अपात्र पीएम किसान लाभार्थी को लौटाने होंगे पैसे
pm kisan refund online :प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में एक बड़ा बदलाव किया गया है ,जिसमे अपात्र व्यक्ति को लौटाने पड़ सकते हैं पैसे। पीएम किसान योजना के तहत सभी पात्र किसानो को केंद्र सरकार की तरफ से सालाना 6000 रुपये उनके अकाउंट में ट्रांसफर किया जाता है।
लेकिन बहुत से व्यक्ति इस योजना का लाभ गलत तरीके से ले रहे हैं, इसी फर्जीवाड़े को देखते हुए सरकार ने उन लोंगो से पैसे वसूलने के लिए pm kisan के ऑफिसियल पोर्टल पर refund online का नया विकल्प भी जोड़ दिया है। जो लोग इस योजना को लेने के पात्र नहीं होते हुए भी इसका फायदा लिया है अब उन्हें सभी किश्त का पैसा रिफंड करना होगा ,ऐसा सरकार का आदेश है।
इन लोगों को पैसे वापस देने पड़ सकते हैं –
- इस योजना का लाभ पति -पत्नी में से किसी एक को ही दमिल सकता यदि इसका लाभ पति -पत्नी दोनों ले रहे हैं तो उनमें से किसी एक को पैसे लौटाने पड़ सकते हैं।
- लघु एवं सीमांत किसान जिनके पास 2 हेक्टेयर तक की कृषि योग्य जमीन है वही इस योजना के पात्र है
- जो व्यक्ति टेक्स देता हो वह इस योजना लाभ नहीं ले सकता है
- जिसके नाम पर जमीन है वही इस योजना का फायदा ले सकता है।
- कोई सरकारी कर्मचारी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का पात्र नहीं है
इनमे से कोई भी व्यक्ति इस पीएम किसान योजना का लाभ ले रहा है तो हो सकता है उसे सभी किश्त का पैसा वापस करना पड़ जाये।
PM Kisan Refund online List में अपना नाम कैसे देखें, कही आपका नाम भी तो नहीं
अपना नाम चेक करने के लिए किसान सम्मान निधि की ऑफिसियल वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएँ –
फॉर्मर कार्नर में निचे एक नया ऑप्सन जोड़ा गया है refund online उसी पर क्लिक करें।
pm kisan refund online
यहाँ आपको दो विकल्प मिलते हैं , यदि विभाग/राज्य/जिला/ब्लॉक या किसी अन्य माध्यम से दिया गया धनवापसी का भुगतान पहले ही कर दिया गया है तो पहला विकल्प चुने अन्यथा दूसरा चुने, और सबमिट करें। लाभार्थी का आधार नंबर ,मोबाइल नंबर या अकाउंट नंबर डालकर कैप्चा भरे और Get Data पर क्लिक करें। आपको पैसे वापस करने है या नहीं देख सकते हैं। हालाँकि यह ऑप्सन अभी ठीक से नहीं काम कर रहा है कैप्चा अलग विंडो में ओपन करके डालना होता है।
रात 2 बजे पाकिस्तान से भारतीय सीमा में घुस रहे ड्रोन पर बीएसएफ की फायरिंग, अंधेरे का लाभ उठाकर लौटा
गुरदासपुर में बार्डर आउटपोस्ट (बीओपी) चौंतरा पर तैनात बीएसएफ के जवानों ने सीमा पार से उड़कर आए पाकिस्तानी ड्रोन पर फायरिंग करके उसे खदेड़ दिया। उसके बाद मौके पर तलाशी अभियान चलाया गया लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा।
संवाद सहयोगी कलानौर (गुरदासपुर)। शुक्रवार की रात को बीएसएफ के सेक्टर गुरदासपुर के अधीन आती बीएसएफ की 58 बटालियन की बार्डर आउटपोस्ट (बीओपी) चौंतरा पर तैनात बीएसएफ के जवानों ने सीमा पार से उड़कर आए पाकिस्तानी ड्रोन पर फायरिंग करके उसे भारतीय सीमा में प्रवेश करने से रोक दिया। घटना की जानकारी मिलते ही दिए बीएसएफ के अधिकारी जायजा लेने के लिए पहुंचे।
जानकारी के मुताबिक बीएसएफ की 58 बटालियन की उक्त पोस्ट पर तैनात जवानों ने रात करीब 2 लाभ और लौटाने की अवधि बजे भारत सीमा पर पाकिस्तानी ड्रोन उड़ता हुआ देखा। इसको देखने के बाद बीएसएफ के जवानों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जिसके बाद ड्रोन वापस पाकिस्तान की तरफ चला गया। बीएसएफ के जवानों ने पंजाब पुलिस के कर्मचारियों के सहयोग से सर्च अभियान चलाया लेकिन इस दौरान कोई भी संदिग्ध वस्तु हाथ नहीं लगी।
अटल पेंशन योजना
भारत सरकार का सह योगदान वित्तीय वर्ष 2015-16 से 2019-20 के लिए यानी 5 साल के लिए उन ग्राहकों को उपलब्ध है जो 1 जून, 2015 से 31 मार्च, 2016 की इस अवधि के दौरान इस योजना में शामिल होते हैं और जो किसी भी वैधानिक और सामाजिक सुरक्षा योजना में शामिल नहीं हैं एवं आयकर दाताओं में शामिल नहीं हैं। सरकार का सह-योगदान पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) द्वारा पात्र स्थायी सेवानिवृत्ति खाता पेंशन संख्या को केंद्रीय रिकार्ड एजेंसी से ग्राहक द्वारा वर्ष के लिए सभी किस्तों का भुगतान की पुष्टि प्राप्त करने के बाद वित्तीय वर्ष के अंत में लिए ग्राहक के बचत बैंक खाता/डाकघर बचत बैंक खाते में कुल योगदान का 50% या 1000 रुपये का एक अधिकतम अंशदान जमा किया जाएगा। वैसे लाभार्थी जो वैधानिक सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के अंतर्गत आते हैं, एपीवाई के तहत सरकार के सह-योगदान प्राप्त करने के पात्र नहीं हैं। उदाहरण के लिए, निम्नलिखित अधिनियमों के तहत सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के सदस्य एपीवाई के तहत सरकार के सह-योगदान प्राप्त करने के लिए पात्र नहीं हो सकते है:
किसान क्रेडिट कार्ड को लेकर मोदी सरकार ने लिया बड़ा फैसला, किसानों को मिलेगी राहत
कोरोना महामारी के दौर में केंद्र की मोदी सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है. करीब 8 करोड़ किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) धारकों के लिए लोन भुगतान करने की तिथि को बढ़ाकर अब 30 जून तक कर दिया गया है. कोरोना के चलते केंद्र सरकार ने लोन लौटाने की आखिरी तारीख को 31 मार्च से बढ़ाकर 30 जून कर दिया है.
किसान क्रेडिट कार्ड पर लोन लेने वाले किसानों को 31 मार्च तक लोन का भुगतान करने पर ब्याज दरों में छूट मिलती है. अगर किसान 31 मार्च तक लोन नहीं लौटाते हैं तो उन्हें 4 प्रतिशत की जगह 7 प्रतिशत की दर पर ब्याज देना होता है. कोरोना महामारी के कारण उत्पन्न हुई स्थिति को देखते हुए इस बार किसानों को राहत दी गई है. अगर वे 30 जून तक लोन का भुगतान करते हैं तो उनसे 4 प्रतिशत की दर पर ही ब्याज लिया जाएगा.
ब्याज में मिलती है छूट
केंद्रीय कृषि मंत्रालय के मुताबिक 2018-19 में 1,00,78,897 किसानों को केसीसी मुहैया करवाया गया. जबकि 2019-20 में 1,23,63,138 केसीसी बनाए गए. खेती-किसानी के लिए केसीसी पर लिए गए 3 लाख रुपए तक के लोन की ब्याज दर वैसे तो 9 फीसदी है. लेकिन सरकार किसानों को 5 फीसदी सब्सिडी देती है. इस तरह उन्हें सिर्फ 4 फीसदी ब्याज पर पैसा मिल जाता है. केसीसी की वैलिडिटी पांच साल रखी गई है.
सरकार ने खेती के लिए सबसे सस्ता सिर्फ 4 फीसदी ब्याजदर पर लोन लेने की व्यवस्था की है. इसीलिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम को केसीसी योजना से लिंक कर दिया गया है. इसे बनवाने के लिए फार्म भी लाभ और लौटाने की अवधि पीएम किसान स्कीम की वेबसाइट पर उपलब्ध करवा दिया गया है. किसान भाई यहीं से केसीसी फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं. इसे बनवाना फ्री कर दिया गया है.
कोरोना काल को देखते हुए सरकार द्वारा #KCC ऋण के भुगतान/ नवीनीकरण की समय सीमा को बढ़ा दिया गया है,
किसान क्रेडिट कार्ड के फायदे
-1.60 लाख रुपए तक का लोन लाभ और लौटाने की अवधि लेने के लिए गारंटी की जरूरत नहीं है. -केसीसी से खेती से जुड़ी चीजें खरीद सकते हैं. बाद में फसल बेचकर लोन चुका दें. -केसीसी लेने पर अब फसल बीमा कराना स्वैच्छिक हो गया है. -केसीसी अब डेयरी और मछलीपालन के लिए भी मिल रहा है.
-खेती-किसानी, पशुपालन व मछलीपालन से जुड़ा कोई भी व्यक्ति केसीसी ले सकता है. -किसी और की जमीन पर खेती करने वाला व्यक्ति भी ले सकता है लाभ. -न्यूनतम उम्र 18 साल और अधिकतम 75 साल होनी चाहिए. -किसान की उम्र 60 साल से अधिक होने पर एक को-अप्लीकेंट भी लगेगा. उसकी उम्र 60 साल से कम हो.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 535