16. अधिकृत शेयर – यह उन शेयरों की कुल संख्या है, जिनका एक कंपनी व्यापार कर सकती है।
शेयर बाजार क्या है | शेयर मार्किट में पैसा कैसे लगाये | what is share Market in Hindi ।
शेयर बाजार (share bazar) से पैसे कमाने के लिए पहले शेयर बाजार क्या है और यह कैसे काम करता है यह जानना जरुरी है बिना सोचे समझे शेयर मार्केट में पैसे नहीं लगाये पहले सीखें , जाने इसी कमी को हम दूर करेंगे सलाम मेवात वेबसाइट पर आपको शेयर मार्केट पूरी जानकारी मिलेंगी
शेयर मार्केट क्या है आज शेयर मार्किट के बारे में बुनियादी चीजो के बारे में जानेगें
शेयर मार्केट का अर्थ – शेयर यानि हिस्सा और मार्किट यानि बाजार । ऐसा बाजार जहां Listed कंपनियों के Share (हिस्सा) खरीदा और बेचा जाता है। शेयर मार्किट ही वो जगह है जहाँ किसी भी लिस्टेड कंपनी के शेयर खरीद कर उस कम्पनी के कुछ हिस्से के मालिक बन सकते है
शेयर खरीदने के लिए स्टॉक ब्रोकर के माध्यम से ही शेयर खरीद बेच सकते है जिसमे आपको डीमेट अकाउंट खुलवाना होगा
स्टॉक मार्केट खुलने का समय –
Stock Market सुबह 9 बजे शुरू होता है शेयर बाजार में सुबह 9:00 बजे से 9:15 बजे तक के समय को Pre Open Session कहते है तथा 9 बजकर 8 मिनट पर बाजार का भाव sattled (स्थिर) हो जाता है
और 9 बजकर 15 मिनट से मार्किट शुरू हो जाता है और शाम 3 बजकर 30 मिनट पर बंद हो जाता है शेयर बाजार हर सप्ताह सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 9:15 AM से 3:30 PM तक खुला रहता है इसी दौरान शेयरो को खरीद फरोख्त होती है
शेयर मार्किट से लाभ और हानि कैसे होती है ?
शेयर मार्किट से पैसे कमाने के लिए और अपने पैसो को सही शेयर सही भाव में प्रवेश जरुरी है शेयर मार्किट में लाभ हानि कैसे होती है इसे जानने के लिए एक उदाहरण से समझते है
उदहारण :- मान लीजिये किसी A कंपनी का शेयर का भाव 100 रुपये है और आपने 1000 शेयर ख़रीदे यानि आपने 100000 (एक लाख) के शेयर ख़रीदे और वह शेयर कुछ दिन बाद 120 रूपए का हो जाता है अब आपके शेयर्स की कीमत 1200000 (एक लाख बीस हजार ) हो जाती है यानि आपका शुद्ध लाभ 20000 रूपए है इसी तरह अगर शेयर का भाव 90 रुपये हो जाता है तो शेयर्स की कीमत 90000 रूपए हो जाती है और हमें 10000 रूपए का नुकसान होता है
उम्मीद है अब आपको समझ आ गया होगा की शेयर मार्किट में लाभ और हानि कैसे होती है
शेयर बाजार में इन ग्रहों पर आधारित है लाभ और हानि
किसी भी क्षेत्र में कदम रखने से पहले यदि हम जान लें कि कौन सा ग्रह अधिक प्रभावी होगा तो हम उन ग्रहों को मजबूत बनाने और उस क्षेत्र में शेयर मार्किट क्या है? निश्चित सफलता प्राप्त करने के लिए कार्य कर सकते हैं। शेयर बाजार में सफलता या असफलता लाने वाले ग्रह केतु और चंद्रमा हैं। इसके अलावा कुंडली में भावों की बात करें तो पंचम भाव, अष्टम और 11वां भाव आकस्मिक धन प्रदान करता है। शेयर बाजार में लाभ के लिए बृहस्पति और बुध ग्रहों की स्थिति की गणना की जाती है। जब जातक की कुंडली में ये ग्रह मजबूत होते हैं, तो उसे शेयर बाजार में बड़ी सफलता मिलती है।
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ग्रह और विभिन्न क्षेत्रों से उनका संबंध
- सूर्य का संबंध म्युचुअल फंड, लकड़ी, औषधि और राजकोष से है।
- इसी प्रकार चन्द्रमा का सम्बन्ध कांच, दूध, जलीय वस्तुओं और रूई से है।
- मंगल ग्रह खनिज, भूमि, भवन, चाय और कॉफी आदि से संबंधित है ।
- पारा आयात निर्यात, शैक्षणिक संस्थानों, सहकारी और बैंकिंग से संबंधित है।
- बृहस्पति पीले रंग के अनाज, सोना, पीतल और आर्थिक क्षेत्र से संबंधित है।
- शुक्र का संबंध चीनी, चावल, सौंदर्य उत्पादों, फिल्म उद्योग और रसायनों से है।
- शनि ग्रह का संबंध कारखानों, लोहा, पेट्रोलियम, चमड़ा और काली चीजों से है।
- राहु और केतु ग्रह उतार-चढ़ाव, विदेशी वस्तुओं और इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स से संबंधित हैं।
स्वाभाविक रूप से, यदि शेयर बाजार ग्रहों से प्रभावित होता है तो यह निश्चित रूप से शेयर बाजार में बदलाव को प्रभावित करेगा। ऐसे में यह जानना काफी जरूरी है कि जब भी कोई ग्रह वक्री, उदय या अस्त होता है तो उसका असर शेयर बाजार पर भी पड़ता है। इसके अलावा ग्रहण के दौरान भी शेयर बाजार पर असर पड़ता है।
शेयर बाजार में लाभ और हानि के ग्रह
जब कुंडली में पंचम भाव या पंचम भाव का स्वामी बली हो तो उन जातकों को शेयर बाजार में बड़ी सफलता मिलती है। इसके साथ ही जिन जातकों की कुंडली में राहु का शुभ प्रभाव पड़ता है, उन्हें शेयर बाजार में भी सफलता प्राप्त होती है। जिनकी कुंडली में शुभ स्थिति में बृहस्पति होता है, उन्हें कमोडिटी बाजार में लाभ मिलता है। यदि बुध अनुकूल स्थिति में हो तो ऐसा जातक शेयर बाजार से संबंधित बेहतर सलाह दे सकता है और अच्छा व्यवसाय चला सकता है। हालांकि, उन्हें खुद शेयर बाजार में सफलता नहीं मिलती है।
जब सूर्य और राहु का शेयर मार्किट क्या है? योग हो, चंद्रमा और राहु का योग हो, या किसी व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति और राहु हो, तो इन जातकों को शेयर बाजार से दूर रहने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा यदि राहु धन भाव में स्थित हो तो उन जातकों को भी शेयर बाजार से दूर रहने की सलाह दी जाती है अन्यथा उन्हें आर्थिक नुकसान हो सकता है। इसके साथ ही यदि आपकी कुंडली में राहु केंद्रीय स्थान में है तो एक बार आपको शेयर बाजार में सफलता मिल सकती है, लेकिन उसके बाद आपको लगातार नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। तो ऐसे में इन लोगों को शेयर बाजार से दूर ही रहना चाहिए।
Bull Market और Bear Market क्या है
दोस्तों सिक्का बाजार पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। दोस्तों आपने स्टॉक मार्केट में इंट्रेस्ट लेना शुरू कर ही दिया है तो आपने बहुत सारे नए शब्द सुने होँगे उनमे से एक शब्द है बुल मार्केट (Bull Market) और बेयर मार्किट (Bear Market).
आपने अखबारों में या न्यूज़ चैनल पर सुना होगा की Bull Market Kya Hota Hai या बेयर मार्किट (Bear Market Kya Hai). सुनने से ही समझ में आ रहा होगा की बुल और बेयर का मतलब क्या है, पर आज की पोस्ट में हम शेयर मार्केट की दुनिया में समझेँगे की बुल मार्केट (Bull Market) और बेयर मार्किट (Bear Market) शब्दों का प्रयोग कब और कहा किया जाता और इन शब्दों का शेयर मार्केट में क्या अर्थ है।
बुल मार्केट और बेयर मार्केट क्या है ।
बुल मार्केट (Bull Market)
Bull Market बाजार की वो वित्तीय स्थिति है जो कि निवेशक के आत्मविश्वास, आशावाद और सकारात्मक उम्मीदों को दर्शाता हे।
बुल मार्केट आम तौर पर शेयर बाजार से संबंधित होता है, लेकिन यह सभी वित्तीय बाजारों जैसे मुद्राओं, ब्रांडों, वस्तुओं आदि पर लागू होता है। बुल मार्केट के दौरान, अर्थव्यवस्था में सब कुछ आश्चर्यजनक रूप से ऊपर की और बढ़ता है, जैसे जीडीपी बढ़ना, नौकरी में वृद्धि, स्टॉक की बढ़ती कीमतें आदि।
सरल भाषा में अगर कहा जाये तो बुल मार्केट अक्सर शेयरों को ओवरवैल्यूएशन (Over Valuation) की ओर ले जाता हैं क्योंकि निवेशक अत्यधिक आशावादी होते हैं और मानते हैं कि स्टॉक हमेशा ऊपर जाएगा।
बेयर मार्केट (Bear Market)
Bull Market के विपरीत Bear Market है, जो आमतौर पर खराब अर्थव्यवस्था, कम नौकरियों, मंदी और शेयर की कीमतों में गिरावट को दर्शाता है । मंदी के बाजार के दौरान निवेशक का व्यवहार अत्यधिक निराशावादी होता हे। क्योंकि उन्हें डर है कि स्टॉक नीचे और नीचे जाएगा।
बुल और बेयर मार्किट के उदाहरण
भारत का बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज इंडेक्स (शेयर मार्किट क्या है? Bombay Stock Exchange) (BSE) अप्रैल 2003 से जनवरी 2008 तक लगभग पांच साल तक Bull Market में रहा, क्योंकि यह 2,900 अंक से बढ़कर 21,000 अंक पर पहुंच गया।
भारत में Bear Market के उदाहरण हैं - 1992 और 1994 के शेयर बाजार क्रैश और 2000 के डॉटकॉम क्रैश।
इसके अलावा, 1930 के दशक की महामंदी अमेरिका में Bear Market का एक प्रसिद्ध उदाहरण है।
अन्य सभी बाजारों की तरह बुल बाजार या बेयर बाजार अंतहीन रूप से नहीं टिकता क्योंकि कोई भी बाजार हमेशा के लिए एक गति में एक जैसा नहीं रह सकता। इसके अलावा, बाजार में बदलते रुझानों की भविष्यवाणी करना मुश्किल है क्योंकि यह निवेशकों के मनोवैज्ञानिक प्रभावों और अटकलों से बहुत प्रभावित होता है ।
महत्वपूर्ण बिंदु
- एक बुल मार्केट हमेशा बाजार की बढ़ती हुई स्थिति को दर्शाता हे और बेयर मार्केट बाजार की गिरती हुई स्थिति को दर्शाता हे जहा पर बाजार में अधिकतर शेयर्स की कीमते घटने लगती है।
- बाजार में कुछ इन्वेस्टर्स बेयर मार्केट को पसंद करते है और बेयर मार्केट में शार्ट सेलिंग (Short Sell) कर के लाभ प्राप्त करते है पर शेयर मार्केट में अधिकतर इन्वेस्टर बुल मार्केट को सपोर्ट करते है। और अगर पिछले कुछ सालो का शेयर मार्केट का इतिहास देखा जाए तो यह आपको बुलिश (बढ़ता हुआ) ही दिखेगा।
- बेयर मार्केट इन्वेस्टमेंट (निवेश) करने के लिए घातक माना जाता है क्युकी इस दौरान शेयर्स के भावो में काफी उतार चढ़ाव आता है।
तो दोस्तों आज की हमारी पोस्ट में हमने समझा है की बुल मार्केट क्या होता है और बेयर मार्केट क्या होता है (Bull Market Kya Hota Hai & Bear Market Kya Hota Hai) और शेयर मार्किट में इन शब्दों का प्रयोग किस परिस्थिति के लिए किया जाता है। हम उम्मीद करते है दोस्तों आपको ये पोस्ट पसन्द आया होगा। और आपके शेयर मार्किट के सफर में ये शब्द मददगार रहे होँगे।
शेयर बाजार के कार्य, विशेषताएँ, लाभ, सीमाये/दोष
शेयर बाजार से आशय उस बाजार से है जहां नियमित कम्पनीयों के अंशपत्र, ऋणपत्र, प्रतिभूति, बाण्ड्स आदि का क्रय विक्रय होता है। शेयर बाजार शेयर मार्किट क्या है? एक संघ, संगठन या व्यक्तियों की संस्था है जो प्रतिभूतियों के क्रय-विक्रय या लेनदेन के उद्देश्य हेतु सहायक नियमन व नियंत्रण के लिए स्थापित किया जाता है फिर चाहे वह निर्गमीत हो या न हो।
1. अनवरत बाजार उपलब्ध कराना- शेयर बाजार सूचीबद्ध प्रतिभूतियों के नियमित एवं सुविधापूर्ण क्रय-विक्रय के लिए एक स्थान है। शेयर बाजार विभिन्न अंशों, ऋणपत्रों, बॉण्ड्स एवं सरकारी प्रतिभूतियों के लिए तात्कालिक एवं अनवरत बाजार उपलब्ध कराता है इसके माध्यम से प्रतिभूतियों के क्रय-विक्रय मे उच्च कोटि की तरलता पाई जाती हैं क्योंकि इसके धारक जब भी चाहें, अपनी प्रतिभूतियों का नकद भुगतान प्राप्त कर सकते हैं।
2. मूल्य एवं विक्रय सम्बन्धी सूचना प्रदान करना-एक शेयर बाजार विभिन्न प्रतिभूतियो के दिन-प्रतिदिन के लेने देन का पूर्ण विवरण रखता है और मूल्य एवं विक्रय की मात्रा की नियमित सूचना प्रेस एवं अन्य संचार माध्यमों को देता रहता है वास्तव मे आजकल आप टी.वी. चैनल शेयर मार्किट क्या है? जैसे-सी.एन.बी.सी. जी न्यूज, एन.डी.टी.वी. और मुख्य खबरों (हेड लाइन) के माध्यम से विशिष्ट अंशों के विक्रय की मात्रा एवं मूल्यों के सम्बन्ध मे मिनट-मिनट की जानकारी प्राप्तर कर सकते है। यह निवेशकों को उन प्रतिभूतियों के क्रय-विक्रय के सम्बन्ध में शीघ्र निर्णय लेने की सुविधा प्रदान करता है जिनके लेनदेन में वे इच्छुक है।
25 महत्वपूर्ण स्टॉक मार्किट टर्म्स
इस ब्लॉग में, हम नए निवेशकों के लिए एक प्रारंभिक मार्गदर्शिका (Elementary guide) प्रस्तुत करने जा रहे हैं, जिससे उन्हें शेयर बाजार में उपयोग किए जाने वाले आधारभूत महत्वपूर्ण शब्दों को समझने में सहायता मिल सकेगी।
तो, आइए, प्रारंभ करते हैं:
शेयर बाज़ार क्या है?
शेयर बाजार एक प्रकार का एक्सचेंज है जो व्यापारियों को शेयरों को खरीदने और बेचने के साथ-साथ कंपनियों को नये शेयर जारी करने की अनुमति देता है
एक शेयर कंपनी की इक्विटी का प्रतिनिधित्व करता है| शेयर बाजार शेयर मार्किट क्या है? मुख्य रूप से दो उद्देश्यों को पूरा करता है।
सबसे पहले कंपनियों को पूंजी प्रदान करना ताकि वे अपने व्यापार के विस्तार के लिए इस फंड का उपयोग कर सकें।
इसका दूसरा उद्देश्य निवेशकों को शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनियों के लाभ में हिस्सेदारी का अवसर प्रदान करना है।
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शेयर व्यापार की पारिभाषिक शब्दावली का क्या अर्थ है?
शेयर बाजार की पारिभाषिक शब्दावली में उद्योग-विशिष्ट शब्द शामिल होते हैं जो अक्सर उपयोग किए जाते हैं जब हम शेयर बाजार के बारे में पढ़ते हैं या बात करते हैं।
विशेषज्ञ और नए निवेशक अक्सर इन शब्दों का उपयोग रणनीतियों, चार्ट, सूचकांक और शेयर बाजार के अन्य तत्वों के बारे में बात करने के लिए करते हैं।
नीचे शेयर बाजार में अक्सर उपयोग किए जाने वाले आधारभूत शब्दों की एक प्रारंभिक मार्गदर्शिका दी गई है:
1. खरीदना – शेयर मार्किट क्या है? इसका अर्थ है कि शेयरों को खरीदना या किसी कंपनी में स्थान प्राप्त करना।
2. बेचना – शेयरों से छुटकारा पाना क्योंकि आपने अपना लक्ष्य प्राप्त कर लिया है या आप हानि को कम करना चाहते हैं।(घाटे में कटौती करना चाहते हैं।)
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